यह युग नवनियुक्त कोच अनिल कुंबले की देखरेख में शुरू हुआ। जब अश्विन छठे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए तो कई आंखे चरमराई, लेकिन तमिलनाडु के खिलाड़ी ने सभी संदेहों पर से पर्दा उठाते हुए जोरदार शतक जमाया। अश्विन संभवतः पहली बार नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे, लेकिन उनकी शांत पारी ने लंबे सफर की सफल यात्रा का नमूना पेश कर दिया। वह जब बल्लेबाजी करने आए तब टीम इंडिया का स्कोर 4 विकेट पर 236 रन था। उन्होंने कप्तान विराट कोहली के साथ मिलकर दिन की समाप्ति तक भारत को 4 विकेट पर 302 रन के स्कोर तक पहुंचाया। अगले दिन अश्विन ने खूबसूरत स्ट्रोक खेलकर सबको प्रभावित किया। उन्होंने तेज गेंदबाजों की गेंदों पर जो प्रहार किए, उसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने 237 गेंदों में शतक जमाया। भारत ने अपनी पारी 8 विकेट पर 566 रन बनाकर घोषित कर दी। यह मेजबान टीम के लिए बहुत भारी स्कोर साबित हुआ क्योंकि टीम इंडिया ने यह टेस्ट एक पारी और 92 रन से जीता।