#2 युवराज सिंह – रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर – 14 करोड़ – साल 2014
जब वो अपने करियर के टॉप फ़ॉर्म में थे तो सीमित ओवर के खेल में शायद ही उनसे कोई ज़्यादा बेहतर खिलाड़ी था क्योंकि वो विस्फोटक बल्लेबाज़ी करने में माहिर थे। साल 2014 में वो कैंसर की बीमारी से उबर कर मैदान में आए थे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि शायद वो बिक न पाएं। लेकिन आईपीएल नीलामी के दौरान युवराज को लेकर टीम के मालिकों में जंग देखने को मिली। जब राजस्थान रॉयल्स ने बोली लगाना बंद किया तो किग्स इंलेवन पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर के बीच युवराज को ख़रीदने के लिए जद्दोजहद शुरू हो गई। ऐसा लगने लगा कि आरसीबी टीम उन्हें 10 करोड़ में ख़रीदने में कामयाब होगी। तभी कोलकाता टीम ने बोली लगानी शुरू कर दी। आख़िरकार युवराज को बैंगलौर टीम ने 14 करोड़ की क़ीमत पर ख़रीदा। हांलाकि युवराज वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए जितनी उनसे उम्मीद थी। उन्होंने 14 मैच में 135.25 स्ट्राइक रेट से 376 रन ज़रूर बनाए थे लेकिन कभी भी उन्होंने मैच जिताउ पारी नहीं खेली। चूंकि आरसीबी टीम ने ज़्यादातर पैसे युवराज पर ही ख़र्च कर दिए थे इसलिए दूसरे अहम खिलाड़ियों को ख़रीदने में नाकाम रही। यही वजह रही कि वो साल 2014 में पहले ही दौर में बाहर हो गई।