इंडियन प्रीमीयर लीग में खिलाड़ियों की नीलामी प्रक्रिया हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रही है। इस नीलामी में अलग-अलग फ्रैंचाइजी अपनी जरूरत के मुताबिक खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल करती है। हालांकि कई बार ऐसा भी हो जाता है कि नीलामी प्रक्रिया में बड़े नाम भी बिना बिके रह जाते हैं। आईपीएल की नीलामी प्रक्रिया हमेशा से मजेदार रही है। इस नीलामी प्रक्रिया में हर बार कुछ अनचाहा भी देखने को मिल जाता है। कई बार ऐसा भी होता है कि नीलामी प्रकिया में बिक जाने के बाद खिलाड़ी चोटिल हो जाता है या किसी दूसरी वजह से मैदान पर खेलने के लिए नहीं उतर पाता और लीग से ही बाहर हो जाता है। ऐसे हालात से निपटने और खाली हुई जगह को भरने के लिए फ्रेंचाइजी दूसरे खिलाड़ियों को उस जगह पर रिप्लेस कर लेती है। ऐसा कई बार देखा गया है कि किसी के रिप्लेसमेंट में आया खिलाड़ी लीग में काफी बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाता है और अपनी छाप छोड़ जाता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में जो आईपीएल के किसी सीजन में नीलामी प्रक्रिया में तो बिना बिके रहे लेकिन किसी के रिप्लेसमेंट पर उन्होंने आईपीएल में जगह बनाई और शानदार प्रदर्शन किया।
# 5 स्टीव स्मिथ
ऑस्ट्रेलिया के युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज के साथ ही कप्तान स्टीव स्मिथ आईपीएल की नीलामी 2012 की प्रक्रिया में बिना बिके ही रह गए थे। इससे पहले स्मिथ को साल 2010 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपने साथ जोड़ा था लेकिन स्मिथ अपना प्रदर्शन दिखाने में नाकाम साबित हुए थे। अगले सीजन में वो कोच्चि टस्कर्स के साथ जुड़े लेकिन चोट के चलते वे लीग से बाहर हो गए थे। आईपीएल के 2012 के संस्करण में स्मिथ को किसी फ्रैंचाइजी ने नहीं खरीदा। उनका बेस प्राइज़ 200,000 डॉलर था। नीलामी में बिना बिके रह जाने के बाद पुणे वॉरियर्स इंडिया ने इन्हें चाटिल मिशेल मार्श की जगह टीम में शामिल किया। इसके बाद स्मिथ ने सीजन में शानदार प्रदर्शन करते हुए 15 मैच खेले और 40.22 की औसत से 362 रन बनाए। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 135.58 की रही। उनके प्रदर्शन के परिणामस्वरूप अगले सीजन में उनको फ्रैंचाइजी के जरिए रिटेन भी कर लिया गया।
# 4 इमरान ताहिर
साल 2017 की आईपीएल नीलामी प्रक्रिया में दक्षिण अफ्रीका के प्रतिभाशाली गेंदबाज इमरान ताहिर बिना बिके ही रह गए थे। 50 लाख रुपये की बेस प्राइज के बावजूद भी इमरान ताहिर को कोई खरीदार नहीं मिला। हालांकि इसके बाद उनको राइजिंग पुणे सुपरज्वाइंट्स ने चोटिल मिशेल मार्श की जगह टीम में शामिल किया। इस मौके का इमरान ताहिर ने पूरा फायदा उठाया और साल 2017 के आईपीएल सीजन में गेंद से तहलका ही मचा कर रख दिया। आईपीएल 2017 में इमरान ताहिर की गेंदबाजी के आगे सभी बल्लेबाज खौफ खाने लगे। इस सीजन में उन्होंने 12 मैच खेले और 7.85 की इकॉनमी रेट से 18 विकेट अपने नाम किए। इमरान ताहिर का प्रदर्शन लोगों को हैरान कर देने वाला था। अपने प्रदर्शन से इमरान ने टीम को आईपीएल के फाइनल तक पहुंचाने में भी बखूबी योगदान दिया।
# 3 श्रीनाथ अरविंद
कर्नाटक के तेज़ गेंदबाज श्रीनाथ अरविंद पहली बार 2011 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से आईपीएल में खेले थे। इस सीजन में उन्होंने 13 मैचों में 21 विकेट अपने नाम किए। इस सीजन में 21 विकेटों के साथ श्रीनाथ अरविंद आरसीबी के लिए सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने और साथ ही आईपीएल 2011 के सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर वो तीसरे पायदान पर रहे। इसके बाद उन्हें साल 2013 के सीजन में फ्रेंचाइजी से अलग कर दिया गया। साल 2015 में श्रीनाथ अरविंद आईपीएल नीलामी प्रक्रिया में बिना बिके रह गए। जबकि उनकी बेस प्राइज मात्र 10 लाख रुपये थी। लेकिन एडन मिल्ने के चोटिल हो जाने के कारण रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें एक बार फिर से अपने साथ जोड़ लिया। अरविंद ने इस सीजन में फिर से शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 मैचों में 7.33 की इकॉनमी रेट से 8 विकेट हासिल किए। उनकी गेंदबाजी में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ चार विकेट हॉल भी शामिल रहा।
# 2 लेन्डल सिमंस
अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले वेस्टइंडीज के बल्लेबाज लेन्डल सिमंस साल 2014 के आईपीएल सीजन की नीलामी प्रक्रिया में बिना बिके ही रह गए थे। इस दौरान उनकी बेस प्राइज 50 लाख रुपये थी। इसके बाद उनको मुंबई इंडियंस की टीम ने चोटिल जलज सक्सेना की जगह टीम में शामिल किया। इस सीजन में लेन्डल सिमंस ने शानदार बल्लेबाजी की और विरोधी गेंदबाजों के नाक में दम करके रखा। ऐसा कोई भी गेंदबाज नहीं रहा होगा जिसकी गेंद पर लेन्डल सिमंस ने इस सीजन में रन न बनाए हों। लेन्डल सिमंस ने इस सीजन में मुंबई इंडियंस के लिए 8 मैच खेले और 56.28 की औसत से 394 रन ठोक डाले। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 135.39 की रही। इस सीजन में अपने शानदार प्रदर्शन के चलते लेन्डल सिमंस एक शतक और तीन अर्धशतक लगाने में भी कामयाब हो सके। साल 2014 के आईपीएल सीजन में शानदार प्रदर्शन के कारण मुंबई इंडियंस ने अगले सीजन के लिए भी लेन्डल सिमंस को रिटेन कर लिया। मुंबई इंडियंस का सिमंस को रिटने करने का फैसला काफी सही साबित हुआ। साल 2015 के आईपीएल सीजन में सिमंस ने मुंबई इंडियंस के लिए 13 मैचों खेले और 45.00 की औसत से 540 रन बना डाले। अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर सिमंस ने दूसरी बार मुंबई इंडियंस को आईपीएल का खिताब जीताने में अहम भूमिका निभाई। इस सीजन में रन स्कोर करने के मामले में सिमंस को संयुक्त रूप से दूसरा स्थान मिला और वो औरेंज कैप से महज 22 रन दूर रह गए।
# 1 क्रिस गेल
अपनी धाकड़ बल्लेबाजी के कारण विश्व क्रिकेट में छाए हुए बल्लेबाज क्रिस गेल को भी साल 2011 के सीजन के लिए कोई खरीदार नहीं मिला। इससे पहले के दो सीजन में वो कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ जुड़े हुए थे। इस दौरान वो 16 मैचों में सिर्फ 463 रन ही बना पाए थे। साल 2011 की नीलामी प्रक्रिया में गेल ने खुद को सबसे ज्यादा मंहगे 400,000 डॉलर की बेस प्राइज पर रखा। जिसके चलते नीलामी में वो बिना बिके ही रह गए। हालांकि बाद में इस सीजन के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने गेल को चोटिल डिर्क नानेस की जगह टीम में शामिल किया। इस सीजन के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का ये फैसला काफी ही साबित हुआ। इस सीजन में क्रिस गेल ने खेलते हुए गेंदबाजों की नींद ही हराम करके रख दी। कोई भी गेंदबाज गेल के आगे नहीं टिक पाया और क्रिस गेल भी इस सीजन में दनादन रन बनाए जा रहे थे। 12 मैच खेलकर क्रिस गेल ने 67.55 की औसत और 183.13 की स्ट्राइर रेट से 608 रन बनाए। गेल का जलवा यहीं तक सीमित नहीं रहा। क्रिस गेल ने इस सीजन में 2 शतक और 3 अर्धशतकिय पारियों को भी अंजाम दिया। इस बाद गेल आरसीबी की टीम के मुख्य खिलाड़ी बन गए। लेखक: विपुल गुप्ता अनुवादक: हिमांशु कोठारी