जब भी कोई भारतीय क्रिकेट प्रशंसक युवराज सिंह का नाम सुनता है तो उसके मन में एक उत्साह पैदा होता है और पुराने दिनों की बेहतरीन यादें फिर से ताज़ा हो जाती हैं। बाएं हाथ के इस अनुभवी बल्लेबाज ने अपने करियर में कई यादगार पारियां खेली है। युवराज सिंह ने पहले टी20 विश्वकप में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के लगाने से लेकर भारत को 28 साल के लंबे अंतराल के बाद वनडे विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह ने भारतीय क्रिकेट को काफी कुछ दिया है। इसके अलावा युवराज ने अपने पूरे करियर में कई अद्भुत पारियां खेली हैं। यहां युवराज सिंह द्वारा वनडे में खेली गई 5 शानदार पारियों के ऊपर नजर डालेंगे:
5) 93 बनाम वेस्टइंडीज, किंग्सटन, 2005
अपने करियर में युवराज सिंह द्वारा खेले जाने वाली सर्वश्रेष्ठ वनडे पारियों में से एक वेस्ट इंडीज के खिलाफ थी, जब उन्होंने 93 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज को 198 के स्कोर पर रोका था। हालांकि भारत ने काफी खराब शुरुआत की और दोनों सलामी बल्लेबाज पावरप्ले के दौरान 40 रन से कम के अंदर ही पवेलियन लौट चुके थे। युवराज सिंह ने जिम्मेदारी उठाते हुए वो एक छोर पर टिके रहे। दूसरे छोर पर विकेट गिरने के बाद, युवराज सिंह ने अपने विकेट को बचा कर रखा और स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाने में मदद की। भारत जीत के लिए आगे बढ़ रहा था, लेकिन युवराज सिंह को ड्वेन ब्रावो ने 50वें ओवर में आउट कर दिया। भारत ने केवल 1 रन से मैच गंवा दिया। हालांकि युवराज सिंह ने पूरी दुनिया में क्रिकेट प्रशंसकों का दिल जीत लिया।
4) 121 बनाम ऑस्ट्रेलिया, हैदराबाद 2007
उन दौर में ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना करना किसी भी टीम के लिए सबसे कठिन काम था। उनके पास खतरनाक बल्लेबाजी के साथ एक खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण था। युवराज सिंह ने इस मैच में दिखाया कि वह अपनी शानदार पारी के साथ बिना किसी दबाव के बड़े स्कोर का भी पीछा कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विशाल स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की बेहद खराब शुरुआत हुई क्योंकि तीन बल्लेबाज पहले पांच ओवरों में वापस लौट चुके थे। टीम को मुश्किल से बाहर निकालने के लिए युवराज सिंह मैदान में आए। सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर युवराज सिंह ने साझेदारी की, लेकिन सचिन के आउट होने के बाद भारतीय पारी बिखरती चली गयी और कोई अन्य बल्लेबाज युवराज सिंह को समर्थन नहीं दे पाया। युवी ने इस मैच में 121 रन बनाए।
3) 138 बनाम इंग्लैंड, राजकोट 2008
सपाट पिच पर इंग्लैंड की खतरनाक गेंदबाजी के खिलाफ भारत के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और वीरेन्द्र सहवाग ने बेहतरीन शुरुआत दी। उन्होंने भारत के लिए एक विशाल लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक मंच दिया और युवराज सिंह ने ठीक उसी प्रकार पारी को आगे बढ़ाया जैसी टीम को जरुरत थी। यह एक विशेष पारी थी, वो पूरे पारी में गंभीर पीठ दर्द से जूझ रहे थे। हालांकि उन्होंने अपने करियर का सबसे तेज शतक जड़ा, बाद में उन्हें इस शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2) 103 बनाम साउथ अफ्रीका, हैदराबाद 2005
दक्षिण अफ्रीका हमेशा एक चुनौतीपूर्ण प्रतिद्वंदी रहा है और टीम इंडिया के लिए उनका सामना करना मुश्किल काम था। ठीक वैसा ही देखने को मिला क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने शानदार शुरुआत करते हुए भारत के शीर्ष 3 बल्लेबाजों को 5 रनों के अंदर वापस भेज दिया। भारत की आधी टीम 35 के स्कोर तक पवेलियन लौट चुकी थी। हालांकि युवराज सिंह ने बेहतरीन पारी खेलते हुए भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में मदद की । युवराज सिंह ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाजी की और कुछ शानदार स्ट्रोक खेले। 227 रन पर आउट हो जाने से पहले अपना काम कर दिया। हालांकि भारत ने 5 विकेट से मैच गंवा दिया लेकिन युवराज सिंह को अदभुत पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। 1) 139 बनाम ऑस्ट्रेलिया, सिडनी 2004
वर्ष 2004 में जब शक्तिशाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना करना पड़ता था, तो वह सबसे कठिन कामों में से एक था। भारत ने उनका सामना अपने सबसे प्रमुख बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बिना किया। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी विभाग मजबूत था और कमजोर भारतीय बल्लेबाजी को ध्वस्त करने को तैयार था। युवराज सिंह और वीवीएस लक्ष्मण ने पारी को संभालने का काम किया। ऑस्ट्रेलिया जैसी खतरनाक टीम के खिलाफ शतक बनाने के लिए किसी खिलाड़ी को कुछ बेहद खास करना पड़ता था और यह कहना गलत नहीं होगा कि उस दिन युवराज सिंह ने निश्चित रूप से शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 139 रन बनाए और भारत को विशाल लक्ष्य खड़ा करने में मदद की। भारत जीत की स्थिति में था लेकिन उसके पहले भारी बारिश के कारण लक्ष्य को 225 कर दिया गया। ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी ओवर में मैच जीता, लेकिन फिर भी युवराज सिंह को उनकी शतकीय पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड दिया गया।