टेस्ट क्रिकेट के 5 सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज

GAMBHIR

दुनिया की आबादी में करीब 12 प्रतिशत बाएं हाथ का इस्तेमाल करन वाले लोग हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि बाएं हाथ का इस्तेमाल करने वाले लोग अपने मस्तिष्क के दाएं भाग का उपयोग करते हैं और जो उन्हें तीन आयामों में -धारणा, मल्टीटास्किंग और सोच- में बेहतर बनाता है। क्रिकेट में अगर बाएं हाथ का इस्तेमाल करने वाले बल्लेबाज़ों की बात की जाए तो क्रिकेट में भी कई खिलाड़ी बाएं हाथ का इस्तेमाल बल्लेबाजी करने के लिए करते हैं। जिसका उन्हें खासा फायदा भी मिलता है। वहीं सलामी बल्लेबाजों का ये गुण टीम के लिए भी काफी फायदेमंद रहता है। गेंदबाज भी बाएं बाथ के बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने में सहज महसूस नहीं करते हैं और विरोधी गेंदबाजों को भी बाएं बाथ के बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर आप बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं तो क्रिकेट में एक बेहतर करियर बना सकते हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाजों को निश्चित रूप से टेस्ट क्रिकेट में ओपनर के तौर पर आगे बढ़ाया जाता है और यह माना जाता है कि बाएं हाथ के बल्लेबाज लंबे समय तक क्रीज पर बने रहकर टीम को एक बेहतर शुरुआत दे सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट में बेशक क्रीज पर दीवार की तरह टिक कर अपना खेल दिखाना होता है ताकि विरोधी टीम पर बढ़त कायम की जा सके। विश्व क्रिकेट की कई टीमों में बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिन्होंने सही रणनीति और सही सूझबूझ से टीम को मजबूत शुरुआत प्रदान की हो और मैच का फैसला अपनी टीम के हक में करने में भूमिका अदा की हो। हम ऐसे ही पांच बाएं हाथ के सलामी टेस्ट बल्लेबाजों पर नजर डालते हैं, जिन्होंने खुद के प्रदर्शन से क्रिकेट में एक अलग पहचान कायम की है: गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम में गौतम गंभीर देश के सबसे प्रतिभाशाली बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाजों में से एक है। गंभीर ने अपने बल्लेबाजी से कई बार विरोधी खेमें में खलबली मचा दी। वहीं गंभीर ने ओपनिंग के दौरान कई बार टीम को एक मजबूत शुरुआत भी प्रदान की है। इसके साथ ही गंभीर ने टीम में कई बार मैच जिताऊ भूमिका भी अदा की है। 03 नवंबर 2004 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में पदार्पण करने वाले गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के लिए अब तक 58 टेस्ट मैच खेले हैं। जिनमें उन्होंने 41.96 की औसत से 4154 रन अपने नाम किए हैं। इसके साथ ही गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट में 9 शतक भी लगाए हैं, टेस्ट क्रिकेट में गौतम गंभीर का सबसे ज्यादा स्कोर 206 रन का रहा है। आक्रमक सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक पारी ऐसी भी खेली जब उन्होंने 436 गेंदों का सामना करते हुए 643 मिनटों में बल्लेबाजी करते हुए 133 रन बनाते हुए टीम इंडिया को हार से बचा लिया था। सईद अनवर SAEED ANWAR पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने कई शानदार सलामी बल्लेबाजों का मौका दिया है लेकिन बाएं हाथ के टेस्ट मास्टर सईद अनवर की तरह शायद ही कोई और था।पाकिस्तान के लिए टेस्ट क्रिकेट में अनवर का योगदान अभी भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। 45.5 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए अनवर टेस्ट मैचों में सलामी बल्लेबाज के तौर पर विरोधी गेंदबाजों के नाक में दम करके रखते थे। 1999 में कोलकाता में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में अनवर ने दुनिया को दिखाया कि वह किस तरह का खेल खेलने में माहिर हैं। पहली पारी में शून्य पर आउट होने के बाद अनवर 188 रन पर नाबाद रहे और पाकिस्तान ने कट्टर प्रतिद्वंदी के खिलाफ 46 रनों की जीत दर्ज की। उनकी दूसरी पारी का स्कोर ईडन गार्डन्स में अपनी टीम के संयुक्त स्कोर (185) से भी ज्यादा था। हालांकि 2001 में बेटी की मृत्यु के कारण अनवर ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। जो कि उनके लिए अपने करियर का दुर्भाग्यपूर्ण अंत रहा। एलिस्टेयर कुक COOK क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैचों का रिकॉर्ड बनाया और पांच दिवसीय क्रिकेट में 15,000 से अधिक रन बनाए हैं। ऐसा माना जाता था कि तेंदुलकर जैसे बल्लेबाज के जरिए बनाए गए टेस्ट रिकार्ड को पार करना असंभव होगा, लेकिन अब एलिस्टेयर कुक उनके लिए खतरे की घंटी के तौर पर सामने आए हैं। बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज एलिस्टेयर कुक ने 46.00 के औसत 148 टेस्ट मैचों में 11638 रन बनाए हैं। 32 वर्षीय कुक टेस्ट मैचों में इंग्लैंड के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। कुक के नाम पर सबसे अधिक इंग्लिश शतक (31) भी दर्ज हैं। संयमित होकर खेलते हुए कुक लगातार आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने एजबस्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 2017 में डे-नाइट टेस्ट (इंग्लैंड के जरिए होस्ट की गई पहली पिंक बॉल टेस्ट) में 243 रन बनाए थे। टेस्ट में अपने चौथे डबल शतक के कारण, कुक सलामी बल्लेबाज के रूप में टेस्ट मैचों की छठी सबसे बड़ी दोहरे शतकों की वीरेंद्र सहवाग और मारवन अटापट्टू की अगुवाई वाली सूची में शामिल हो गए। ग्रीम स्मिथ SMITH दक्षिण अफ्रीका के सबसे बेहतर टेस्ट कप्तानों में से एक ग्रीम स्मिथ भी बाएं हाथ से बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। अपने खेल के दौरान स्मिथ विरोधी गेंदबाजों पर हावी रहते थे और आसानी से अपना विकेट नहीं जाने देते थे। 117 टेस्ट मैचों में 48.25 के औसत के साथ बाएं हाथ के बल्लेबाज अपनी टीम को सलामी बल्लेबाज के तौर पर मजबूत शुरुआत देने में माहिर थे। अपने करियर में स्मिथ ने 9,265 रन बनाए थे, जिसमें 27 शानदार शतक भी शामिल हैं। यही नहीं, स्मिथ ने अपने टेस्ट करियर में ओपनर के तौर पर 5 बार दोहरे शतक भी जमाए हैं। मैथ्यू हेडन HAYDEN अपनी धाकड़ बल्लेबाजी के कारण पहचाने जाने वाले बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन भी बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते थे। मैथ्यू हेडन अगर एक बार क्रीज पर जम जाते तो किसी भी गेंदबाज के लिए उनका विकेट चटकाना आसान काम नहीं होता था। अपने टेस्ट करियर में मैथ्यू हेडन ने 103 टेस्ट मैच खेले। जिसमें उन्होंने 50.73 के औसत से उन्होंने 8,625 रन बनाए। मैथ्यू हेडन की शानदार बल्लेबाजी का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि साल 2003 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के खेल के दोनों प्रारूपों में मैथ्यू हेडन नंबर एक बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह बनाए हुए थे। वहीं मैथ्यू हेडन को विस्डेन क्रिकेटर ऑफ द ईयर के तौर पर भी नामित किया गया था। अपनी धाकड़ बल्लेबाजी रवैये को अपनाए हुए मैथ्यू हेडन ने अक्टूबर 2003 में पर्थ में जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट पारी में 380 रन ठोक डाले थे। इसके साथ ही मैथ्यू हेडन ने ब्रायन लारा के 9 साल पुराने 375 रन के रिकार्ड को भी धराशायी कर दिया था। हालांकि ये अलग बात है कि मैथ्यू हेडन इस रिकॉर्ड को ज्यादा दिनों तक अपने नाम नहीं रख पाए क्योंकि ब्रायन लारा ने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 400 रन बनाकर अपने रिकॉर्ड को वापस कायम कर दिया था।