आईसीसी द्वारा मैच फिक्सिंग के आरोप में लगाये गए दो साल के प्रतिबंध के बाद 2010 में वापसी करने पर क्रिकेट महारथियों ने इनकी जमकर आलोचनाए की थी। सभी की आलोचनाओं के जवाब में बल्ले से रन बरसा कर सैमुअल्स ने सबका मुह बंद कर दिया था। इंग्लैंड के खिलाफ इस पूरी सीरीज़ में सैमुअल्स ने शानदार बल्लेबाजी की और इंग्लिश गेंदबाज़ों के पसीने छुड़ा दिए। इस सीरीज़ में उन्हें पांच पारियों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला जिसमें उन्होंने लाजवाब बल्लेबाज़ी करते हुए कुल 386 रन बनाये जिसमें एक महत्वपूर्ण शतक और तीन उपयोगी अर्धशतक भी शामिल था। इसके बाद उन्होंने खुद को एक टेस्ट बल्लेबाज़ के रोप में पूरी तरह साबित किया। इस सीरीज़ को वेस्टइंडीज़ ने जीता और मैन ऑफ़ द सीरीज़ का खिताब सैमुअल्स को उनकी शानदार बल्लेबाज़ी के लिए दिया गया।