सीमित ओवरों का क्रिकेट लगातार बल्लेबाजों के मुफीद होता जा रहा है। लेकिन फिर भी 2017 में कई ऐसे मौके ऐसे आएं, जब गेंद बल्ले पर हावी रहा हो। जैसे-जैसे खेल विकसित होता है, नियमों में परिवर्तन होता है वैसे-वैसे खिलाड़ी भी उन नियमों के अनुसार अपने खेलने के तरीके, अपनी रणनीति में परिवर्तन लाते हैं। गेंदबाजों ने भी बदलते हुए नियमों के साथ अपनी गेंदबाजी स्टाइल और रणनीति में परिवर्तन किया है। हाल के समय में कई बार गेंदबाजों ने अपने स्लोवर वन और यार्कर से बल्लेबाजों का चौकाया है। वे मुश्किल परिस्थितियों में भी रन रोकने और विकेट निकालने का काम बखूबी कर रहे हैं।
उदाहरण के लिए, भारत के युजवेन्द्र चहल ने हाल ही में संपन्न हुई एकदिवसीय श्रृंखला में बार-बार ग्लेन मैक्सवेल को चकमा दिया। इसी तरह चैंपियंस ट्रॉफी में भी पाकिस्तान के खिताबी जीत में सबसे ज्यादा योगदान उनके तेज गेंदबाजों हसन अली और मोहम्मद आमिर का रहा। इन दोनों ने अच्छे पुराने दिनों की तरह अपने शानदार तेज गेंदबाजी से बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं कि गेंदबाजों ने ही पाकिस्तान को अपना पहला चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जिताया।
तो आज चर्चा 2017 के अब तक के शीर्ष पांच मैच जिताऊ गेंदबाजी प्रदर्शन की-
जसप्रीत बुमराह, 10-2-27-5 बनाम श्रीलंका
2012 में 19 वर्ष की उम्र में असामान्य गेंदबाजी एक्शन वाले गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने मुंबई इंडियंस की तरफ से आईपीएल में अपना डेब्यू किया और अपने पहले ही मैच में आरसीबी के खिलाफ 3/32 का प्रभावी प्रदर्शन किया। इसके तीन साल बाद इस गेंदबाज ने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी एकदिवसीय कैरियर की शुरुआत की और वह अब भारत के डेथ ओवर स्पेशलिस्ट गेंदबाज बन गए हैं। इसके अलावा वह नई गेंद से भी लाजवाब गेंदबाजी करते हैं।
हाल ही में संपन्न हुई श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी की और मैन ऑफ द सीरीज बने। पल्लीकेले में खेले गए तीसरे वनडे में बुमराह ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट झटके। उन्होंने नई गेंद के साथ निरोशन डिकवेला और कुसाल मेंडिस को पवेलियन भेजा जबकि अंतिम ओवरों में भी लाहिरू थिरिमाने, मिलिंडा सिरीवर्दना और अकिला धनंजय को विकेट पर टिकने नहीं दिया।
इस मैच में बुमराह ने 5/27 के आकड़े दर्ज किए और भारत के वनडे टीम में मुख्य गेंदबाज की अपनी स्थिति को और मजबूत किया। इस मैच में जब तक गेंद नई रही वह गेंदबाजी के बेसिक्स के साथ चिपके रहें, वहीं गेंद पुरानी होने पर उन्होंने अपनी गेंदबाजी से प्रयोग करने में कोई गुरेज नहीं किया।
जेसन होल्डर, 9.4-2-27-5 बनाम भारत
श्रृंखला में 2-0 से पिछड़ने के बाद वेस्टइंडीज तीसरे गेम में भी हारने के कगार पर था। भारत को इस मैच के अंतिम 5 ओवरों में केवल 30 रनों की दरकार थी और इसके 5 विकेट शेष थे। वेस्टइंडीज को श्रृंखला में बने रहने के लिए एक चमत्कार की जरूरत थी और कप्तान होल्डर ने वो कर दिखाया। जेसन होल्डर ने 46वें ओवर की पहले ही डिलीवरी पर स्लाग ओवर विशेषज्ञ हार्दिक पांड्या को एक शानदार यॉर्कर के साथ पवेलियन की राह दिखा दी।
इसके बाद 48 वें ओवर में रवींद्र जडेजा को आउट कर उन्होंने भारत को संकट में डाल दिया। अब भारत को अंतिम 6 गेंदों में 14 रन की जरूरत थी और कोई भी स्पेशलिस्ट बल्लेबाज क्रीज पर नहीं था। उमेश यादव और मोहम्मद शमी 50 वें ओवर में सिर्फ 3 रन बना पाए और भारत 10 रन से मैच हार गया।
जेसन होल्डर ने इस मैच में 5/27 के आकड़े के साथ अपनी गेंदबाजी समाप्त की, लेकिन उनके अंतिम 16 गेंद देखने वाले थे, जिसमें उन्होंने 11 रन देकर 4 बल्लेबाजों को चलता किया। होल्डर ने इससे पहले भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज कोहली को भी पवेलियन की राह दिखाई थी।हसन अली, 8.1-1-38-5 बनाम वेस्टइंडीज
गेंदबाजी प्रदर्शनों में से एक का मुजाहिरा किया। 283 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम हसन अली की तेजी को संभाल नहीं सकी और 219 रन पर ही सिमट गई। हसन अली ने नई गेंद के साथ होप और पावेल को ऑउट कर पाकिस्तान को बेहतरीन शुरूआत दी। इसके बाद पारी के अंत में उन्होंने नर्स, जोसेफ और होल्डर को चलता किया। हसन अली ने इंडीज की इस पारी में 8.5 ओवर में 38 रन देकर 5 विकेट लिए और अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ आंकड़े दर्ज किए। उन्होंने अपने इस स्पेल में स्विंग और यार्कर का बेहतरीन मिश्रण किया।
2017 में पाकिस्तान की चैंपियंस ट्रॉफी की सफलता की एक महत्वपूर्ण कुंजी हसन अली भी हैं। उन्हें इस प्रतियोगिता का मैन ऑफ द सीरीज भी मिला था। हसन 2017 में 18 के औसत से अब तक 34 विकेट ले चुके हैं और पाकिस्तान की हालिया सफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।मोहम्मद आमिर, 6-2-16-3 बनाम भारत
इसे इस सूची का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन माना जा सकता है क्योंकि यह चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में आया था। लॉर्ड्स के इस मैदान में पाकिस्तान ने भारत को जीत के लिए 339 रन का लक्ष्य रखा था, जो कि भारतीय टीम के हालिया रिकॉर्ड और मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप के लिए असंभव नहीं था। लेकिन आमिर ने अपने जादूई स्पेल से इसे संभव बना दिया।
अामिर ने पारी की तीसरी ही गेंद पर रोहित शर्मा को शून्य पर एलबीडब्ल्यू आउट कर पाकिस्तान के लिए एक परफेक्ट शुरूआत दी। इसके बाद अामिर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली को 5 और शिखर धवन को 21 रन के निजी स्कोर पर आउट कर स्कोर को 33/3 कर दिया। उनकी तेज स्विंग गेंदबाजी का भारतीय बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था।
इसके बाद बल्लेबाजी करने आए अनुभवी युवराज सिंह और एमएस धोनी भी आमिर के गेंदों को सहजता से नहीं खेल पाए। भारत आमिर के दिए गए इन शुरूआती झटकों से कभी भी नहीं उबर पाया और पूरी टीम महज 158 रन पर ऑलआउट हो गई। हसन अली ने भी इस पारी में 3 विकेट लिए।राशिद खान, 8.4-1-18-7 बनाम वेस्टइंडीज
इस 18 वर्षीय अफगानी लेग स्पिनर ने 2017 में क्रिकेट की दुनिया में तूफान ला दिया है। वह 2017 में एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं और दुनिया भर के लीग में खेलकर अपने प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहा है।
ग्रॉस आइलेट में खेले गए वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे मैच में राशिद ने हालिया समय के सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज के सात बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। राशिद ने वेस्ट इंडीज़ के हर एक बल्लेबाज को अपने लेग स्पिन और गुगली से परेशान किया और 8.4 ओवर में सिर्फ 17 रन देकर 7 विकेट झटके।
इस स्पेल में राशिद ने इतनी सटीक लाइन-लेंथ से गेंदबाजी की कि उनके अधिकांश शिकार या तो बोल्ड हुए या एलबीडब्ल्यू। उनके गेंदों की सटीकता और कौशल के आगे वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के पास कोई सुराग नहीं था। उन्होंने वेस्टइंडीज की पारी को एक झटके में ही समेट दिया और 213 रन का पीछा करने उतरी कैरोबियाई टीम सिर्फ 149 रन पर ही ऑलआउट हो गई।
मूल लेखक - सुजीत मोहन
अनुवादक और संपादक - सागर