मैच फिक्सिंग कांड के बाद भारतीय क्रिकेट कठिन दौर से गुजर रहा था, उस वक्त आम लोगों में फिर से विश्वास कायम करने की जद्दोजहद चल रही थी। मुम्बई में पहला मैच हारने के बाद, कप्तान सौरव गांगुली की टीम पलटवार करने की तैयारी में थी। फॉलो-ऑन झेल रही भारतीय टीम, उस वक्त भी 42 रन से पीछड़ रही थी और सिर्फ 6 विकेट हाथ में थी जब द्रविड़ ने लक्ष्मण के साथ अपनी पारी की शुरुआत की। उन दोनों को क्रीज पर देख अचानक लोगों के मन में उम्मीद जगीं। एक ओर से हैदराबादी हीरो शेन वॉर्न को अपनी कलाईयों का कमाल दिखा रहे थे तो दूसरी ओर से महान गेंदबाज़ ग्लेन मैगराथ को टीम इंडिया की दीवार के नाम से मशहूर द्रविड़ परेशान कर रहे थे। खचाखच भरे स्टेडियम में, भारत ने ईडन गार्डन में शानदार जीत हासिल की और सीरीज का आखिरी मैच भी भारत के नाम रहा। भारत सीरीज 2-1 से जीतने में कामयाब रहा। लोकिन ईडन गार्डन्स पर मिली जीत एक ऐतिहासिक पल था जो आज भी उन तमाम लोगों को याद है जो इस मैच के गवाह बने।