टेस्ट मैचों और क्रिकेट के किसी अन्य रूप में बल्लेबाजी के बीच की खाई बहुत बड़ी है। सीमित ओवरों का प्रारूप बल्लेबाजों के पक्ष में जाता है, क्योंकि पिचों को एक उच्च स्कोरिंग गेम के पक्ष में बनाया जाता है। वही, टेस्ट क्रिकेट को बल्ले और गेंद के बीच एक समान प्रतियोगिता माना जाता है।
टेस्ट क्रिकेट में पिचों को परिणाम केंद्रित बनाया जाता हैं। हर टीम घर से दूर संघर्ष करती है और मेजबान देश सुनिश्चित करती है कि पिचें उनकी ताकत के अनुकूल हैं। उदाहरण के लिए, उपमहाद्वीप में स्पिन होती गेंदों वाली पिचें ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड जैसी टीमों के लिए एक दुःस्वप्न हैं, इसी तरह अंग्रेजी स्विंगिंग विकेट या पेस वाली ऑस्ट्रेलियाई पिचें एशियाई देशों के खिलाड़ियों के लिये हमेशा मेहनत का खेल रहा है।
टेस्ट क्रिकेट में धैर्य, दृढ़ संकल्प, शक्ति और परिस्थितियों के साथ सामंजस्य बिठाने की क्षमता का परीक्षण होता है। सफल बल्लेबाजों में सभी उपरोक्त गुणों का समावेश होता है।
आइये एक नज़र डालते हैं विदेशों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टॉप 5 बल्लेबाजों पर:
Published 06 Sep 2017, 10:34 IST