रहस्यमयी स्पिन गेंदबाज़ों की डिमांड हमेशा से रही है, ख़ासकर सीमित ओवर के खेल में ऐसे बॉलर ज़्यादा प्रभावशाली हो जाते हैं। आपने वरुण चक्रवर्ती के बारे में सुना होगा, वो भी ऐसे ही गेंदबाज़ हैं उन्हें आईपीएल 2019 की नीलामी के दौरान 8.40 करोड़ रुपये में किंग्स XI पंजाब टीम ने ख़रीदा है। आख़िर क्या वजह है कि ऐसे स्पिन गेंदबाज़ टीम मैनेजमेंट को इतना ज़्यादा आकर्षित करते हैं। इसकी वजह ये है कि ऐसे रहस्यमयी स्पिनर्स गुगली, लेग ब्रेक, ऑफ़ ब्रेक, कैरम बॉल या स्ट्रेट डिलिवरी हर तरह की गेंदबाज़ी कर सकते हैं। यानी उनकी गेंदबाज़ी में विविधता देखी जा सकती है।
कोई भी क्रिकेट फ़ैंस इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि इस तरह के स्पिन गेंदबाज़ों को बॉलिंग करते हुए देखने का रोमांच अलग ही होता है। क्रिकेट के इतिहास में ऐसे कई रहस्यमयी स्पिनर आए हैं जिन्होंने अपने हुनर से विपक्षी टीम के बल्लेबाज़ी को परेशान किया है। कई बेहतरीन बल्लेबाज़ भी ऐसे गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ शॉट लगाने में जद्दोजहद करते हुए पाए गए हैं। कई क्रिकेट पंडितों को लगता है किए ऐसे स्पिनर्स को ज़रूरत से ज़्यादा ही तरजीह दी जाती है। लेकिन कई लोग ये भी मानते हैं किए इस तरह के गेंदबाज़ मैच का रुख़ पलट सकते हैं।
यहां हम क्रिकेट इतिहास के टॉप 5 रहस्यमयी स्पिन गेंदबाज़ों को लेकर चर्चा कर रहे हैं
#5 अजंता मेंडिस
अजंता मेंडिस अपने समय के बेहद ख़तरनाक स्पिन गेंदबाज़ थे। वो अपने कैरम गेंद से किसी भी बल्लेबाज़ को चौंका सकते थे। उनकी लेग ब्रेक गेंदबाज़ी भी बेहद प्रभावशाली । इस श्रीलंकाई गेंदबाज़ ने अपने पहले टेस्ट सीरीज़ में 26 विकेट हासिल किए थे। यहां तक कि भारतीय स्टार बल्लेबाज़ वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को भी अजंता की गेंद का सामना करने में परेशानी होती थी।
हांलाकि वक़्त बदला और अजंता मेंडिस की गेंदबाज़ी से बल्लेबाज़ सहज होते गए। कई बार स्लो मोशन वीडियो देखने के बाद उनके तरीकों की पहचान होने लगी। बल्लेबाज़ ये समझने लगे कि उनकी गेंद का सामना कैसे करना है। मेंडिस ने 19 टेस्ट मैच में 70 विकेट, 87 वनडे में 152 विकेट और 39 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 66 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने वनडे में सबसे तेज़ 50 विकेट लिए हैं।
#4 सक़लैन मुश्ताक़
सक़लैन मुश्ताक़ अपने ‘दूसरा’ के लिए जाने जाते थे। 1990 के दशक में अपने सबसे बेहतरीन फ़ॉर्म में थे। मुश्ताक ने वनडे में सबसे तेज़ 150, 200 और 250 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था। लाहौर में जन्मे इस क्रिकेटर ने पाकिस्तान की तरफ़ से 49 टेस्ट मैच में 208 विकेट लिए हैं।
इसके अलावा 169 वनडे मैच में उन्होंने 288 विकेट अपने नाम किए हैं। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 4.29 और औसत 21.79 थे। 194 प्रथम श्रेणी मैच में मुश्ताक ने 833 विकेट हासिल किए थे। पाक टीम में शोएब मलिक के आगमन से सक़लैन की अहमयित कम होती गई।
#3 बीएस चंद्रशेखर
भगवत सुब्रमण्या चंद्रशेखर भारत के नामी क्रिकेटर्स में से एक हैं। मैसूर में जन्मे इस खिलाड़ी ने 58 टेस्ट मैच में 29.74 की औसत से 242 विकेट हासिल किए हैं। वो समतल पिच पर अच्छी गेंदबाज़ी कर सकते थे और मध्यम गति से गेंद फेंकते थे। चंद्रशेखर बचपन में पोलियो का शिकार हो गए थे, लेकिन उनके सपनों के बीच ये बीमारी नहीं आ पाई। जिस तरह की गेंद वो फेंकते थे वो बल्लेबाज़ों को चौंका देती थी।
वो लेग ब्रेक, गुगली और मीडियम पेस गेंद करते थे। मेलबर्न टेस्ट में उन्होंने 104 रन देकर 12 विकेट हासिल किए थे, जिसकी बदौलत टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट मैच जीतने का मौका मिला था। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 242 विकेट लिए हैं और महज़ 167 रन बनाए हैं।
#2 सईद अजमल
सईद अजमल पाक टीम की तरफ़ से तीनों फ़ॉर्मेट में खेलते थे। अपने जानलेवा ‘दूसरा’ के लिए मश्हूर थे। उनकी गेंदबाज़ी से विपक्षी बल्लेबाज़ पनाह मांगते थे। वो अलग-अलग तरह की गेंद फेंककर बल्लेबाज़ों को चकमा देते थे। 2009 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 में वो दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। उन्होंने 35 टेस्ट में 178 विकेट, 113 वनडे में 184 विकेट और 64 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 85 विकेट हासिल किए हैं।
सुनील नारेन
सुनील नारेन इस लिस्ट में एकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो आज भी क्रिकेट की दुनिया में सक्रिय हैं। त्रिनिदाद के इस गेंदबाज़ ने 6 टेस्ट में 21 विकेट, 65 वनडे में 92 विकेट और 48 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 50 विकेट हासिल किए हैं। आजकल वो बल्लेबाज़ी में भी धमाल मचा रहे हैं। पिछले 16 आईपीएल मैच में उन्होने 357 रन बनाए हैं, इसके अलावा कुल 98 आईपीएल मैच में उन्होंने 112 विकेट लिए हैं।
ऐसे खिलाड़ी जो इस लिस्ट में नहीं हैं लेकिन उनका नाम लेना ज़रूरी है
जैक इवर्सन – ये मेलबर्न के स्पिन गेंदबाज़ थे और कैरम बॉल फेंकने में माहिर थे, उन्होंने 5 टेस्ट मैच में 21 विकेट हासिल किए थे।
सोन्नी रामाधिन – ये वेस्टइंडीज़ के नामी ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ थे, उन्होंने अपने टेस्ट करियर के 43 मैच में 158 विकेट लिए थे।
बर्नार्ड बॉसांकेट को गुगली का जनक कहा जाता है। उन्होंने 7 टेस्ट मैच में 25 विकेट अपने नाम किए थे। इस दौरान उनकी स्ट्राइक रेट 38.8 और औसत 24.16 थे। उन्हें काफ़ी कम अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका मिला।
एलिस एडगर अकांग और थॉमस रॉबर्ट मैक्किबिन भी क्रिकेट इतिहास के कुछ ऐसे रहस्यमयी स्पिन गेंदबाज़ रहे हैं जिनका नाम यहां लेना ज़रूरी है।
लेखक- अभिषेक अरोड़ा
अनुवादक- शारिक़ुल होदा