2008 में शुरूआत के बाद से, इंडियन प्रीमियर लीग, तेज़ी से दुनिया के सबसे बड़े और सबसे मनोरंजक घरेलू टी -20 लीग में से एक बन गई है। लोकप्रियता के अलावा इस खेल में दर्शकों के लिए इतना कुछ होता है, जो उनकी सांसें तक रोक देता है। कई बार खिलाड़ियों का हैरतअंगेज़ प्रदर्शन दर्शकों के बीच ग़ज़ब का रोमांच पैदा कर देता है, तो कई बार हारती हुई टीम किसी खिलाड़ी के ज़ोरदार प्रदर्शन के बाद जीत जाती है। यहां पर भी हम कुछ ऐसी ही रोमांचक पारियों की बात कर रहे हैं, जिन्होंने कुछ वक़्त के लिए खेल का रुख़ तो बदल दिया और लगने लगा कि टीम जीत ही जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आइए जानते हैं ऐसी ही 5 यादगार पारियों के बारे में:
# 5 हरभजन सिंह (24 गेंदों में 64 रन, मुंबई इंडियंस बनाम किंग्स-XI पंजाब)
मुंबई इंडियंस ने टॉस जीता और पहले गेंदबाज़ी का फैसला लिया। पंजाब ने अच्छी शुरूआत की और कप्तान जॉर्ज बेली के 61 रनों की पारी की बदौलत पंजाब का स्कोर 177 तक पहुंच गया। वहीं मुंबई की शुरूआत बेहद खराब रही, कप्तान रोहित शर्मा शून्य पर आउट हो गए। 14 वें ओवर में 6 विकेट पर 59 रन के बाद काइरोन पोलार्ड का विकेट गिरा। हरभजन सिंह बल्लेबाज़ी के लिए पहुंचे, और दूसरे छोर पर खड़े सुचिथ के साथ सिर्फ 37 गेंदों में 100 रनों की साझेदारी की, लेकिन 24 गेंदों में 64 रनों की हरभजन की पारी भी हार को नहीं बचा सकी और मुंबई 18 रनों से हार गई।
# 4 युवराज सिंह (38 गेंदों पर 83 रन, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर बनाम राजस्थान रॉयल्स)
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में विराट कोहली और क्रिस गेल के सस्ते में आउट होने के बाद युवराज सिंह ने 38 गेंदों में शानदार 83 रन बनाकर टीम का स्कोर 190 तक पहुंचा दिया। इसमें 7 चौके और 7 शानदार छक्के शामिल थे। युवराज ने राजस्थान के 4 खिलाड़ियों को भी अपनी घातक गेंदबाजी से वापस पवेलियन भी भेजा। एक समय लगा कि मैच आरसीबी के खाते में जाएगा, लेकिन राजस्थान ने 7 गेंदें बाक़ी रहते हुए ही मैच जीत लिया और युवराज की शानदार पारी बेकार चली गई।
# 3 एबी डीविलियर्स (46 गेंदों पर 89 रन, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर बनाम किंग्स-XI पंजाब)
विराट कोहली को लगी चोट के बाद वापसी करने वाली एबी डीविलियर्स के ऊपर काफ़ी दबाव था। कप्तान शेन वॉटसन के पहले ओवर में आउट होने के बाद डीविलियर्स बल्लेबाज़ी करने पहुंचे। 22 रनों पर टीम के 3 विकेट गिरने के बाद संभलकर खेल रहे डीविलियर्स ने आक्रामक रुख़ अपनाया और 46 गेंदों पर शानदार 89 रन बनाए। आरसीबी का फाइनल स्कोर था 4 विकेट पर 148 रन, जो कि नाकाफ़ी साबित हुआ और पंजाब ने इसे आसानी से हासिल कर लिया।
# 2 क्रिस मॉरिस (32 गेंदों में 82 रन, दिल्ली डेयरडेविल्स बनाम गुजरात लायंस)
ड्वेन स्मिथ और ब्रेंडन मैकुलम की तूफ़ानी पारियों की बदौलत पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी गुजरात लायंस ने 172 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी डेयरडेविल्स की शुरूआत लड़खड़ा गई। चौथे ओवर में स्कोर था, 3 विकेट पर 16 रन। छठे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए क्रिस मॉरिस को भेजा गया, 4 चौकों और 8 गगनचुम्बी छक्कों की बदौलत मॉरिस ने 32 गेंदो पर 82 रनों की तूफानी पारी खेली। हालांकि, ये शानदार पारी भी किसी काम नहीं आ सकी और धवल कुलकर्णी की ग़ज़ब की गेंदबाजी के चलते दिल्ली ने 1 रन से मैच गंवा दिया।
# 1 सुरेश रैना (25 गेंदों में 87 रन, चेन्नई सुपरकिंग्स बनाम किंग्स-XI पंजाब)
सेमीफ़ाइनल मुक़ाबला था, चेन्नई सुपरकिंग्स ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी का फैसला लिया। पंजाब ने सहवाग के शानदार 122 रनों की बदौलत कुल 226 बनाए। जवाब देने कि लिए उतरी चेन्नई सुपर किंग्स उस वक़्त जीत की ओर बढ़ती नज़र आ रही थी, जब सुरेश रैना ने 25 गेंदों में 87 रनों की पारी खेली, लेकिन ये तूफ़ानी पारी भी काम नहीं आई और चेन्नई 24 रनों से हारकर फ़ाइनल में पहुंचने से चूक गई। लेखकः ब्रोकेन क्रिकेट अनुवादकः देवान्श अवस्थी