इस समय विश्व क्रिकेट में सबसे बड़ा चर्चा का विषय 2019 विश्व कप है, जिसके लिए अब एक साल से भी कम का समय बचा है। सभी टीमें टूर्नामेंट में जाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ संयोजन तलाशने की कोशिश कर रही हैं। ज्यादातर टीमें ज्यादा से ज्यादा ऑलराउंडर्स के साथ अपने टीम को मजबूत करने की कोशिश में हैं। आखिर ऐसा क्या है जो ऑलराउंडर्स की अनिवार्यता को इतना महत्वपूर्ण बनाता है, तो इसका जवाब यह है कि एक ऑलराउंडर टीम को लचीलापन प्रदान करता है और टीम प्रबंधन को मैच की प्लेइंग इलेवन में अतिरिक्त गेंदबाज या बल्लेबाज खेलने की स्वतंत्रता देते हैं। बेहतर ऑल राउंडर्स वाली टीमों के पास दूसरी टीमों से अतिरिक्त बढ़त मिल जाती है। ऑल राउंडर्स टीमों को एक्स-फैक्टर प्रदान करते हैं जो विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में बेहद जरूरी है। हर टीम अपने प्लेइंग इलेवन में इनका सही तरीके से इस्तेमाल कर खिताब की तलाश में होगी। हम इस समय विश्व क्रिकेट में शीर्ष 5 एकदिवसीय ऑलराउंडर्स पर नजर डालते हैं जो खिलाड़ी अगले साल के विश्व कप में अपनी टीम के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
#5 मिचेल सैंटनर
मिचेल सैंटनर पिछले कुछ वर्षों में न्यूजीलैंड टीम के लिए सबसे शानदार परफॉर्मर में से एक रहे हैं वह लगातार अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह बाएं हाथ का ऑलराउंडर अपनी स्पिन के साथ बेहद प्रभावी रहा है और बीच के ओवर में विपक्षी बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया है। न्यूज़ीलैंड की तेज गेंदबाजी की अनुकूल परिस्थितियों में अपने अधिकांश मैचों में खेलते हुए भी सैंटनर ने शानदार प्रदर्शन किया है और प्रति ओवर 4.90 की एक उत्कृष्ट इकॉनमी रेट के साथ रन दिये हैं। अपनी गेंदबाजी के अलावा उनकी बल्लेबाजी ने भी खूब रंग दिखाया हैं और उन्होंने न्यूजीलैंड के लिए निचले क्रम में कुछ महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। वर्ल्ड कप 2019 में सैंटनर न्यूजीलैंड के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगे।
#4 मोइन अली
हाल ही में मोइन अली ने कुछ मजबूत प्रदर्शन के साथ खुद को इंग्लैंड की वनडे टीम में ऑलराउंडर के रूप में स्थापित किया है। 31 वर्षीय खिलाड़ी ने इंग्लैंड टीम के लिए गेंद और बल्ले दोनों के साथ काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि अभी वह इंग्लैंड टेस्ट टीम से बाहर है, फिर भी वह इंग्लैंड की वनडे टीम का एक अभिन्न अंग है। वह अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी के साथ प्रभावशाली रहे हैं, वहीं बल्लेबाजी में अली की सबसे बड़ी ताकत बल्लेबाजी क्रम में किसी भी स्थान पर खेलने की उनकी क्षमता है। विशेष रूप से स्पिनरों के खिलाफ उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली, उन्हें विश्व कप के लिए इंग्लैंड की टीम में महत्वपूर्ण बनाता है।
#3 हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या ने धांसू बल्लेबाजी के साथ विश्व क्रिकेट में तूफान ला दिया है। 24 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत की तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की खोज को समाप्त कर दिया है और यह वनडे में भारत की सफलता के लिए प्रमुख कारणों में से एक रहा है। उन्होंने अपने वनडे करियर में कुछ शानदार पारी खेली हैं और पारी के अंत में बढ़िया प्रभाव के साथ भरपूर लंबे शॉट का इस्तेमाल किया है। हालांकि पहले से पांड्या की गेंदबाजी में काफी सुधार हुआ है, जिसने भारत को प्लेइंग इलेवन में एक अतिरिक्त बल्लेबाज खेलने की इजाजत दी है। यदि पांड्या अगले साल के विश्व कप तक अपनी चमक जारी रख सकते हैं, तो वह अपने तीसरे विश्व कप के खिताब के लिए वह टीम इंडिया में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
#2 शाकिब अल हसन
शाकिब अल हसन पर बांग्लादेश क्रिकेट की निर्भरता प्रत्येक वर्षो के साथ बढ़ी है। अनुभवी ऑलराउंडर ने सभी प्रकार के पिचों पर शीर्ष देशों के खिलाफ अपने साहस से अपनी उपयोगिता को साबित कर दिया है। वह उन कुछ खिलाड़ियों में से एक है जो बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों के रूप में किसी भी प्लेइंग इलेवन में चुने जा सकते हैं। शाकिब अब बांग्लादेश के मध्य क्रम के मुख्य आधार है और उसके धीमी गति की बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी ने बहुत सी बल्लेबाजी लाइन-अप को झटका दिया है। 2019 विश्व कप शाकिब का चौथा विश्व कप होगा और बांग्लादेश की टीम पिछले कुछ सालों से विश्वकप में उलटफेर के लिए मशहूर है ऐसे में वह निश्चित रूप से कुछ अच्छे प्रदर्शनों के साथ एक निशान छोड़ना जरूर पसंद करेंगे।
#1 बेन स्टोक्स
बेन स्टोक्स क्रिकेट के सभी प्रारूपों में इंग्लैंड के लिए एक भरोसेमंद विकल्प रहे है। क्रिकेट की आक्रामक शैली और क्रिकेट क्षेत्र पर उनके परिश्रम के कारण उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद का नाम अर्जित किया है। स्टोक्स एक शक्तिशाली मध्य क्रम के बल्लेबाज हैं और उन्होंने अपने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के साथ कई गेंदबाजी आक्रमणों को नष्ट कर दिया है। उन्होंने गेंद के साथ टीम को कई बार महत्वपूर्ण सफलता प्रदान की है और कप्तानों स्टोक्स को डेथ ओवरों में गेंदबाजी करने के लिए प्राथमिकता देते है। बेन स्टोक्स पूरी तरह से मैच विजेता है और यदि वह विवादों और चोटों से दूर रहते है तो वह इंग्लैंड को अपना पहला विश्व कप के खिताब जीतने में मदद कर सकता है। लेखक- रैना सिंह अनुवादक- सौम्या तिवारी