वनडे क्रिकेट इतिहास के 5 सबसे सफल कप्तान

क्रिकेट एक टीम का खेल है, जिसमें एक टीम को जिताने के लिए सभी 11 खिलाड़ियों का योगदान देना आवश्यक है। हालांकि, कप्तान ड्रेसिंग रूम में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है, हर टीम के खेलने की शैली में अक्सर उनके कप्तान के स्वभाव की झलक देखने को मिलती है। एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तान की क्षमताओं का परीक्षण होता है क्योंकि उन्हें कम समय में निर्णय लेने पड़ते हैं, जैसे गेंदबाजी या क्षेत्ररक्षण में बदलाव करना होता है जो कि कुछ मिनटों में मैच को अपनी टीम के पक्ष में मैच को झुका सकता है। इस सूची में हम उन 5 खिलाड़ियों को शामिल कर रहे हैं जिन्होंने अपनी टीम को कप्तान के रूप में सबसे अधिक वनडे मैचों में जीत दिलायी है। अपेक्षित रूप से क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से कुछ को इस सूची में जगह दी गई है-

#5 स्टीफन फ्लेमिंग, न्यूजीलैंड 1997-2007

न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग ने 218 एकदिवसीय मैचों में कीवी टीम का नेतृत्व किया, जिसमें से उन्होंने 98 मैचों में टीम को जीत दिलायी। फ्लेमिंग खेल के साधु संतों के समान थे जो मैदान पर या मैदान के बाहर हमेशा अपने शांत स्वभाव और अपनी प्रतिभा से अपना परिचय देते थे। फ्लेमिंग को कप्तानी की जिम्मेदारी एक घटना की वजह से मिली क्योंकि चयनकर्ताओं ने फरवरी 1997 में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट के लिए ली जर्मन को किनारे कर दिया था, इस प्रकार उन्हें 23 वर्ष की आयु में सबसे कम उम्र में कीवी कप्तान बनने का मौका मिला। उन्होंने 3 विश्व कप में न्यूजीलैंड का नेतृत्व किया और दो बार टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया। कप्तान के रूप में फ्लेमिंग का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वह था जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को बारिश से बाधित मैच में 39 ओवर में मिले 229 रनों के लक्ष्य में नाबाद 134 रन बनाकर जीत में अपना योगदान दिया। उन्होंने 132 गेंद पर स्कोर करके न्यूजीलैंड को 9 विकेट से बड़ी जीत हासिल करवायी।

#4 हैंसी क्रोनिए, साउथ अफ्रीका 1994-2000

हैंसी क्रोनिए ने 53 टेस्ट मैचों और 138 वनडे में दक्षिण अफ्रीका का नेतृत्व किया। 1992 विश्वकप से शुरुआत करने वाले क्रोनिए एक शानदार ऑलराउंडर थे। 1994-95 में क्रोनिए को ऑस्ट्रेलिया के दौरे के लिए उप कप्तान के तौर पर नियुक्त किया गया था, हालांकि वे उस समय टीम में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे। ऐसे में टीम के कप्तान केपलर वेसल्स के चोट लग गयी जिसका मतलब था कि क्रोनिए कप्तानी की जिम्मेदारी संभाले और 1994-95 में उन्हें पूर्णकालिक कप्तान के रूप में नियुक्त किया गया। क्रोनिए मैदान पर शांत कप्तान रहे, क्रोनिए ने बमुश्किल अपनी भावनाओं को दिखाया जो कि साउथ अफ्रीका की प्रसिद्ध 1999 विश्व कप हार में देखने को मिली थी। 99 एकदिवसीय जीत के उनके रिकॉर्ड ने उन्हें दक्षिण अफ्रीका का सबसे सफल वनडे कप्तान बनाया।

#3 एलन बॉर्डर, ऑस्ट्रेलिया 1985-1994

धैर्य और दृढ़ संकल्प- यह दो शब्द जो एलन पर उचित रूप से लागू होते हैं। एक समय था जब ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट की दुनिया में हास्य का पात्र था लेकिन बॉर्डर ने इसे हर दूसरे देश का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी बनाकर छोड़ा। बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया को 90 और 2000 के दशक में क्रिकेट जगत में अपना दबदबा बनाने के लिए मजबूर कर दिया। वनडे में कप्तान बॉर्डर ने 178 एकदिवसीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व किया, केवल रिकी पॉन्टिंग ने उनसे अधिक मैचों में नेतृत्व किया है। जिसमें उन्होंने 107 मैचों में टीम को जीत का स्वाद चखाया। उन्होंने 1987 और 1992 दो विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व किया, जिसमें 1987 में विश्व कप का खिताब भी दिलाया। दूसरों की तुलना में विदेशी सरजमीं पर बॉर्डर का जीत प्रतिशत 58.73% काफी अच्छा प्रतिशत है और उनके नाम कप्तान के तौर पर 32.16 की औसत से 4439 रन भी है, जो अच्छा रिकॉर्ड है।

#2 एमएस धोनी, भारत 2007-2016

एमएस धोनी इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी के सीमित ओवर वाले तीनों बड़े टूर्नामेंट अपने नाम किए हैं। धोनी के नेतृत्व के अंतर्गत भारत ने 2007 विश्व टी-20, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुका है। उन्होंने पांच या अधिक टीमों से जुड़े सीमित-ओवरों के टूर्नामेंट में भारत को छह बार फाइनल में पहुंचाया है और जिसमें भारत ने चार में जीत दर्ज की है। जो सीमित-ओवर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक टीम के लिए किसी भी कप्तान द्वारा संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा है। एक कप्तान के रूप में धोनी ने 110 वनडे मैच जीते हैं और वनडे में कप्तान के रूप में 6, 633 रन बनाये हैं। एक कप्तान के तौर पर धोनी का औसत 53.92 का रहा था जो किसी भी कप्तान द्वारा दूसरा सबसे अधिक है, जिन्होंने वनडे में कम से कम 1,000 रन बनाए हैं। धोनी ने भारत के कप्तान के रूप में 15 बार मैन ऑफ द मैच पुरस्कार जीता है और टीम इंडिया के कप्तान के तौर पर उनका 70.83 का बल्लेबाजी औसत भारत की जीत में किसी कप्तान द्वारा तीसरा सर्वाधिक स्कोर है, जिन्होंने वनडे में जीत हासिल करने में कम से कम 1,000 रन बनाए हैं।

#1 रिकी पॉन्टिंग, ऑस्ट्रेलिया 2002-2012

रिकी पॉन्टिंग ने 1995 में अपनी शुरुआत की और 2002 में ऑस्ट्रेलियाई वनडे टीम के कप्तान के रूप में पदभार संभाला। वह तीन सफल विश्वकप अभियान में शामिल रहे हैं जिसमें 34 मैच जीतने वाली एक श्रृंखला भी शामिल थी जो कि एक रिकॉर्ड है। उन्होंने 9 आईसीसी टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की, जिसमें तीन विश्व कप, चार चैंपियंस ट्रॉफी और दो विश्व टी-20 शामिल टूर्नामेंट शामिल हैं। कप्तान के रूप में पॉन्टिंग की दोहरी हार 2011 विश्व कप के दौरान हुई जब ऑस्ट्रेलिया पहले पाकिस्तान से हार गया और फिर भारत के हाथों क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद 12 साल के जीत का सिलसिला वहीं समाप्त हो गया। पॉन्टिंग को कप्तान के तौर पर पहले विश्व कप फाइनल में मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। रिकी ने अपनी टीम को दो बार विश्व कप का ताज पहनाया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया का चैंपियंस ट्रॉफी के चार संस्करणों में नेतृत्व किया, जिसमें ऑस्ट्रेलिया पहले दो टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रहा था और अगले दो टूर्नामेंट में जीत दर्ज की थी। कुल मिलाकर उन्होंने कप्तान के रूप में रिकॉर्ड 165 मैचों में अपनी टीम को जीत दिलायी है। लेखक- अजीत चटर्जी अनुवादक- सौम्या तिवारी

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