क्रिकेट का खेल खिलाड़ियों के ज़बरदस्त प्रदर्शन की वजह से और भी रोमांचक हो जाता है। इस खेल में जितना मज़ा गेंदबाजों को देखने में आता है शायद उससे कहीं ज्यादा मज़ा बल्लेबाजों को देखने में आता है। देखा जाये तो क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे महान बल्लेबाज़ गुज़रे हैं जिनकी बल्लेबाज़ी देखने के लिए समर्थक दूर दूर से मैदान में जमा हो जाते थे। क्रिकेट का खेल पिछले कुछ दशक में उम्दा दर्जे के सलामी बल्लेबाजों के बेहतरीन खेल का गवाह बना है। ख़ास कर वनडे क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों का दबदबा रहा है जिन्होंने अलग अलग देशों के लिए खेला है। अगर मेरे व्यक्तिगत विचार को सामने लाया जाये तो क्रिकेट में अगर किसी खिलाड़ी पर सबसे ज्यादा प्रेशर होता है तो वो नए बॉल से बल्लेबाज़ी करने वाले सलामी बल्लेबाजों पर। चाहे वो टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे क्रिकेट सलामी बल्लेबाजों की महत्ता को कम नहीं आंका जा सकता। ऐसा ही कुछ कारनामा किया है दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाजों ने जहां प्रोटियाज़ टीम की अद्भुत नीति के बाद भी उन्हें कई बेहतरीन सलामी बल्लेबाज़ मिले हैं। यहां ऐसे ही कुछ दक्षिण अफ़्रीकी सलामी बल्लेबाज़ हैं जिनका प्रदर्शन लाजवाब रहा है: #1 बैरी रिचर्ड्स अफ्रीकन क्रिकेट टीम में कई बड़े-बड़े दिग्गज खिलाड़ी गुज़रे हैं और बैरी रिचर्ड्स उनमें से एक हैं। रिचर्ड्स के पास जो प्रतिभा उसे प्रोटियाज़ टीम ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाई और रिचर्ड्स के जलवे दुनिया नहीं देख पाई। हालाँकि रिचर्ड्स ने आफ्रिका के लिए मात्र चार ही टेस्ट मैच खेले हैं, पर घरेलु क्रिकेट में किये गए उनके प्रदर्शन बेहद लाजवाब रहे हैं। कई महान खिलाड़ी हैं जिन्होंने रिचर्ड्स के साथ और उनके खिलाफ खेला है और उनके अनुसार रिचर्ड्स एक बहतरीन बल्लेबाज़ थे। रिचर्ड्स ने अपने करियर में कुल 339 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 54.74 के औसत से 28,358 रन बनाये हैं। रिचर्ड्स का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 356 रन है जो कि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। रिचर्ड्स के इस शानदार प्रदर्शन को देखते हुए ये कहना बिल्कुल भी ग़लत नहीं होगा कि प्रोटियाज़ टीम के इस सलामी दिग्गज बल्लेबाज़ का प्रदर्शन वाकई में लाजवाब था, जिसे वो अंतर्राष्ट्रीय लेवेल पर दिखा नहीं पाए। #2 एडी बार्लो बार्लो अपने समय के सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ियों में से एक थे। उनकी ख़ास बात ये थी कि वो क्रिकेट के मैदान पर कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ते थे। वो एक बेहतरीन सुपर फिट एथलीट के साथ-साथ एक बेहतरीन स्लिप फील्डर भी थे। बार्लो ने अपने करियर में कुल 30 मैच खेले हैं और सलामी बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने इन तीस मौकों का बेहद फायदा उठाया है। बल्लेबाज़ी करते हुए बार्लो ने 45.74 के औसत से 2516 रन बनाये हैं, जिनमें उनका सर्वश्रेष्ठ 201 रन रहा है। बार्लो उस प्रोटियाज़ टीम का भी हिस्सा रहे हैं जिसने वर्ल्ड क्रिकेट को पूरी तरह अपने प्रदर्शन के दम पर अपने नाम का डंका बजवाया हो, इस टीम में ग्रीम पोलक, माइक प्रोक्टर, पीटर पोलक और डेनिस लिंडसे जैसे दिगाज खिलाड़ी मौजूद थे। #3 हर्शल गिब्स बेहतरीन, बेख़ौफ़ और स्टाइलिश इन तीनो खूबियों का मालिक था ये अफ़्रीकी बल्लेबाज़ हर्शल गिब्स। जब इस बल्लेबाज़ का दिन होता था तो कोई भी बड़े से बड़ा विपक्षी गेंदबाज़ इसके सामने आने से डरता था और जब सामने आता था तो ये बल्लेबाज़ उसे मैदान के चारों ओर शॉट लगाकर बेसुध कर देता था। गिब्स के नाम अपनी टीम के लिए कई मैच जिताऊ पारियां दर्ज हैं जिसमें गिब्स ने एक तरफ़ा ही बल्लेबाज़ी करते हुए अपनी टीम को जीत की रेखा के पार पहुंचाया है। गिब्स ने शानदार बल्लेबाज़ के साथ प्रोटियाज़ टीम के सबसे बेहतरीन फील्डर में से एक थे जिनके सामने से बल्लेबाज़ रन लेने का रिस्क नहीं उठाते थे। गिब्स ने अपने करियर में 90 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें उनके नाम 41.95 के औसत से 6167 रन दर्ज हैं। गिब्स के खाते में 14 शतक भी शामिल हैं जिससे इस सलामी दिग्गज बल्लेबाज़ का रुतबा और भी ऊंचा हो जाता है। #4 गैरी कर्स्टन गिब्स की तरह ही कर्स्टन भी प्रोटियाज़ टीम के सलामी बल्लेबाज़ी की मजबूती रहे हैं। हालांकि कर्स्टन गिब्स से थोडा अलग थे पर उनके पास जो सययम और बल्लेबाजी रवैया था वो सबसे अलग था, और यही बल्लेबाज़ी रवैया उन्हें अफ़्रीकी टीम की बल्लेबाज़ी क्रम की जान बनाता था। सलामी बल्लेबाज़ी करते हुए कर्स्टन के नाम कई बड़े और शानदार रिकार्ड्स दर्ज हैं। उनके पास लम्बे समय तक बल्लेबाज़ी करने की भी सक्षमता थी। सबसे बड़ी बात ये है की कर्स्टन ने अपनी टीम के लिए तब प्रदर्शन किया है जब उनकी टीम किसी बड़ी मुसीबत या खराब स्थिति में होती थी। कर्स्टन ने अपने करियर में कुल 101 मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 45.27 के शानदार औसत से 7289 रन बनाये हैं। इसी के साथ कर्स्टन ने अपने करियर में 21 शतक भी जड़े हैं। #5 ग्रेम स्मिथ लम्बा, चौड़ा और स्टाइलिश ये खिलाड़ी सही मायने में एक बेहतरीन बल्लेबाज़ के साथ साथ एक सफल कप्तान भी रहा है। जब उन्होंने अपना करियर शुरू किया था तब उन्हें लम्बे फ़ॉर्मेट का खिलाड़ी नहीं माना जा रहा था, पर जब उन्होंने अपना करियर ख़त्म किया तो पूरी दुनिया उनकी शानदार टेस्ट बल्लेबाज़ी और सफल कप्तानी की प्रशंसा करती नज़र आई। टीम की कमान सँभालते ही उन्होंने टीम को अपने अंदाज़ से चलाना शुरू किया जिसका परिणाम ये हुआ कि प्रोटियाज़ टीम घर और बाहर दोनों ही परिस्थितियों की बेहतर टीम बनकर उभरी। उन्होंने अपनी सलामी बल्लेबाज़ी और कप्तानी दोनों को काफी बेहतरीन अंदाज़ में साथ लेकर सफ़र ख़त्म किया। स्मिथ ने अपने करियर में 117 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 48.25 के औसत से 9265 रन बनाये। स्मिथ के नाम टेस्ट मैचों में 27 शतक और 38 अर्धशतक भी दर्ज हैं जो उन्हें एक महान सलामी बल्लेबाज़ बनाता है।