साझेदारी किसी भी टीम के लिए बहुत ही अहम होती है । क्रिकेट में बैटिंग पार्टनरशिप आपको मैच जिताती भी है और मैच बचाती भी है । दो बल्लेबाजों को सभी मुश्किलों से पार पाते हुए विकेट पर डटे हुए रहना देखना काफी अच्छा लगता है । चाहे विपक्षी टीम कितनी ही कड़ी गेंदबाजी क्यों ना करे । सालों से क्रिकेट में कई ऐसी बैटिंग जोड़िया हुई हैं, जो गेंदबाजों के लिए सिरदर्द साबित हुई हैं । कुछ जोड़ियों ने कभी-कभी कमाल की साझेदारी की । जैसे- राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की जोड़ी । जिन्होंने पहले कोलकाता में और फिर एडिलेड में ऐतिहासिक साझेदारियां की । तो कुछ जोड़ियों ने मैच दर मैच बड़ी साझेदारी की । जैसे- सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़, जिनके नाम सबसे ज्यादा पार्टनरशिप रन का रिकॉर्ड है । इन दोनों बल्लेबाजों ने साथ मिलकर 143 पारियों में 50.51 की औसत से 6920 रन बनाए हैं । इस दौरान दोनों ने 20 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारियां की । ये रिकॉर्ड हैरान कर देने वाले हैं । इसका मतलब ये हुआ कि हर बार 2 बल्लेबाज साथ आते हैं और हर तीन पारियों में से कम से कम एक बार 50 रन मिलकर जरुर बनाते हैं । द्रविड़ और सचिन पहली ऐसी बैटिंग जोड़ी हैैं जिनके नाम टेस्ट मैचों में इंडिया की जीत में सबसे ज्यादा पार्टनरशिप रन का रिकॉर्ड है । इन दोनों ने साथ मिलकर भारत की टेस्ट जीत में 65.36 की औसत से 3203 रन बनाए हैं । उसके बाद ग्रीनिज और हेंस की जोड़ी । बिना किसी शक के दुनिया की सबसे महान सलामी जोड़ी । इन दोनों ने साथ मिलकर 47.31 की औसत से 6482 रन बनाए हैं । ये दोनों कुमार संगकारा और माहेला जयवर्द्धने से थोड़ा सा पीछे हैं, जिन्होंने साथ मिलकर 6554 रन बनाए । यहां हम आपको बताएंगें उन भारतीय जोड़ियों के बारे में जिन्होंने लगातार अच्छी साझेदारियां की हैं । हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने एक और शतकीय साझेदारी करके अपने रिकॉर्ड को और सुधार लिया है । टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 85 ऐसी जोड़ियां हुई हैं जिन्होंने 2000 रनों से ज्यादा की साझेदारी की है । इनमें से 13 जोड़ियां भारत की हैं । पुजारा और विजय का नाम भी अब इस सूची में जुड़ गया है । आइए आपको बताते हैं टेस्ट मैचों में औसत के हिसाब से भारत की 5 सबसे बड़ी जोड़ियों के बारे में: (आंकड़े- सौजन्य से क्रिकइन्फो) 1.चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय
ये दोनों जोड़ियां टॉप पर हैं । ये दोनों जोड़ियां द्रविड़-सहवाग, द्रविड़ लक्ष्मण और तेंदुकर-गांगुली जैसे दिग्गज जोड़ियों की श्रेणी में आ गई हैं । इन दोनों खिलाड़ियों ने बहुत कम समय में ही ये मुकाम हासिल कर लिया है । इन दोनों ने महज 35 पारियों में ही 66.20 की औसत से 2251 रनों की साझेदारी की।इस दौरान दोनों ने 7 शतकीय और 9 अर्धशतकीय साझेदारियां की हैं । इन दोनों बल्लेबाजों ने 35 पारियों में 16 से अधिक फिफ्टी प्लस साझेदारी की है। भारतीय बैटिंग ऑर्डर को ये दोनों काफी स्थिरता प्रदान करते हैं । सभी देशों की सभी जोड़ियों से अगर पुजारा और विजय की जोड़ी की तुलना करें तो प्रभावी रूप से ये दोनों 11वें नंबर पर आते हैं । सबसे ज्यादा औसत जावेद मियांदाद और शोएब मोहम्मद की जोड़ी का है । इन दोनों ने 91.82 की औसत से 23 पारियों में 2112 रन बनाए हैं । मजे की बात ये है कि ये दोनों बल्लेबाज इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 8वें नंबर पर आ सकते थे । फिर ये दोनों मशहूर हेडन और पोंटिग की जोड़ी से आगे निकल जाते । जिन्होंने 67.11 की औसत से साझेदारी की है । पुजारा और विजय ने सबसे बड़ी साझेदारी 370 रनों की है। ये पार्टनरशिप दोनों ने मार्च 2013 में हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी । दिलचस्प बात ये है कि इन दोनों का पहला पार्टनरशिप मैच विनिंग पार्टनरशिप था । वो पुजारा का डेब्यू मैच भी था । टेस्ट मैचों में जीत के हिसाब से पुजारा और विजय की जोड़ी तीसरे नंबर पर है । इन दोनों ने विनिंग मैचों में 67.94 की औसत से 1223 रनों की साझेदारी की है ।
2. सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर-61.36 सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की जोड़ी का औसत 61.36 है, पुजारा और विजय से पीछे । इन दोनों दिग्गजों ने 71 पारियों में 12 शतकीय और 16 अर्धशतकीय साझेदारियों की बदौलत 4173 रनों की पार्टनरशिप की है । इन दोनों के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि इनके समय भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर कितना मजबूत था । ये दोनों बल्लेबाज नंबर 4 और नंबर 5 पर बैटिंग करने आते थे । इन दोनों की सबसे बड़ी साझेदारी 281 रनों की है । सबसे ज्यादा पार्टनरशिप रन के लिहाज से गांगुली और तेंदुलकर की जोड़ी तीसरे नंबर पर है । इनसे आगे गंभीर-सहवाग और द्रविड़ तेंदुलकर की जोड़ी है । ये दोनों दुनिया की उन 10 जोड़ियों में से आते हैं 4000 से ज्यादा रनों की साझेदारी की है । जो कि इनको हॉल ऑफ फेम की श्रेणी में रखते हैं । इन दोनों ने शुरुआत से ही काफी अच्छी साझेदारियां की हैं । लॉर्ड्स टेस्ट में दोनों ने जहां तीसरे विकेट के 64 रन जोड़े वहीं नॉटिंघम में 255 रनों की क्लासी साझेदारी की । इन दोनों जोड़ियों ने कई बार भारत और श्रीलंका में 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी की है । सबसे ज्यादा मशहूर लीड्स टेस्ट की इनकी साझेदारी रही । 2002 में खेले गए उस मैच में गांगुली और तेंदुलकर ने 249 रनों की मैच जिताऊ साझेदारी की । गांगुली और तेंदुलकर का साझेदारी औसत भारत की जीत में सबसे ज्यादा रहा है । इन दोनों ने भारत की टेस्ट जीत में 70.09 की औसत से 1000 से ज्यादा रनों की साझेदारी की है । दोनों ने महज 22 पारियों में ही 1472 रनों की साझेदारी की । वहीं सहवाग और गंभीर ने 68 की औसत से 2312 रनों की साझेदारी करके दिखाया कि क्यों वे इतने अच्छे सलामी बल्लेबाज हैं । 3. राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग-60.41 इस जोड़ी के नाम भारत के लिए टेस्ट मैचों में दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी का रिकॉर्ड है और पूरी दुनिया में तीसरी । इन दोनों ने लाहौर में पाकिस्तान के खिलाफ 410 रनों की मैराथन साझेदारी की थी । द्रविड़ और सहवाग ने उस मैच में अपनी धुन पर पाकिस्तानी गेंदबाजों को नचाया । इन दोनों बल्लेबाजों ने 58 पारियों में 60.41 की औसत से 3383 रनों की साझेदारी की है । इस दौरान दोनों ने 10 शतकीय और 11 अर्धशतकीय साझेदारियां की । द्रविड़ ने अपने करियर में ज्यादातर 3 नंबर पर ही बल्लेबाजी की है, लेकिन कई मैचों में उन्होंने सहवाग के साथ ओपनिंग भी की है । लेकिन एक सच ये भी है कि विनिंग टेस्ट मैचों में इन दोनों ने 1000 रन की साझेदारी नहीं की है। 4. मोहम्मद अजहरुद्दीन और सचिन तेंदुलकर-58.17 केपटाउन टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इन दोनों बल्लेबाजों की वो साझेदारी कौन भूल सकता है, जो इन्होंने छठे विकेट के लिए बनाए थे । उस मैच में दोनों ने 222 रनों की साझेदारी की । उसके कुछ महीने बाद श्रीलंका के खिलाफ भी इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 221 रनों की साझेदारी की । सचिन और अजहरुद्दीन ने 42 पारियों में 58.17 की औसत से 9 शतकीय और 5 अर्धशतकीय साझेदारियां करते हुए 2385 रनों की साझेदारी की है । सभी भारतीय जोड़ियों में इन बल्लेबाजों का 50 से 100 का कन्वर्जन रेट सबसे बेहतर रहा है । विदेशों में 2 बार 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी के अलावा इन दोनों ने 1990 में मैनचेस्टर टेस्ट में शतकीय साझेदारी भी की थी । उस मैच में सचिन ने अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था । इन दोनों की साझेदारी का ही कमाल था कि भारत 408 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए काफी करीब पहुंच गया था । 5. मोहिंदर अमरनाथ और सुनील गावस्कर-55.02 सुनील गावस्कर और मोहिंदर अमरनाथ भारत के दो महान खिलाड़ी और शायद वर्ल्ड क्रिकेट के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से , जिन्होंने उस समय वेस्टइंडीज जैसी मजबूत टीम के खिलाफ रन बनाया । इन दोनों ने महज 44 पारियों में 55.02 की औसत से 10 शतकीय और और 7 अर्धशतकीय साझेदारियां करते हुए 2366 रन जोड़े । इन दोनों ने पहली शतकीय साझेदारी 70 के दशक में पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज जैसी घातक गेंदबाजी के सामने की । वहीं 1993 में पर्थ टेस्ट में दोनों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 193 रन जोड़े । जिसकी वजह से भारत ऑस्ट्रेलिया को 339 रनों का लक्ष्य देने में कामयाब रहा, लेकिन दुर्भाग्यवश भारत वो मैच 2 विकेट से हार गया । वहीं कराची में चिर प्रतिद्ंवदी पाकिस्तान के खिलाफ भी इन दोनों दिग्गज बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की । दोनों बल्लेबाजों ने पाकिस्तान के गेंदबाजों को उन्हीं के घर में जमकर धोया । पहले कराची फिर फैसलाबाद, हैदराबाद और फिर दोबारा कराची में दोनों बल्लेबाजों ने पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों की जमकर खबर ली । 1986 में सिडनी टेस्ट में 200 रनों की साझेदारी इनकी सबसे बड़ी साझेदारी थी । उस साझेदारी की वजह से भारत ऑस्ट्रेलिया में सीरीज ड्रॉ करने में कामयाब रहा ।