पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड दोनों टीमें अब एक दूसरे से भिड़ने की तैयारी में हैं। साल 2014 से पाकिस्तान ने मिस्बाह-उल-हक़ की कप्तानी में कोई भी सीरीज नहीं गवांई है। आमिर की वापसी और हफीज के विवादित एक्शन के बावजूद पाकिस्तान ने बीते दिनों काफी बेहतरीन क्रिकेट खेली है। वेस्टइंडीज से भले ही वह आखिरी मैच हारे हों, लेकिन सीरीज जीतने में वह कामयाब रहे थे। वहीं दूसरी तरफ कीवी टीम का सामना हाल ही में भारतीय टीम से हुआ, जहां उन्हें बुरी हार का सामना करना पड़ा। भारतीय स्पिनरों के सामने न्यूज़ीलैंड की बल्लेबाज़ी संघर्ष करती नजर आई। लेकिन घरेलू परिस्थितियों में कीवी बेहद खतरनाक हो जाते हैं, जैसा कि वह साल 2015 के विश्वकप में साबित कर चुके हैं। आइये डालते हैं एक नजर दोनों टीमों के 5 बेहतरीन खिलाड़ियों पर:
मोहम्मद आमिर
विवादित बाएं हाथ के तेज गेंदबाज़ मोहम्मद आमिर बैन के बाद दोबारा पाकिस्तानी टीम में वापस आये हैं। आमिर ने वापसी के बाद से बेहतरीन गेंदबाज़ी की है। विंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में आमिर ने 6 विकेट लिए थे। जो उनकी क्षमता के हिसाब से अच्छे नहीं थे। लेकिन इंग्लैंड में उन्होंने दो बार 5 विकेट लिए थे। न्यूज़ीलैंड में आमिर को अच्छी खासी स्विंग मिलने वाली है। जहां वह बल्लेबाजों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। टॉम लैथम कीवी टीम के सलामी बल्लेबाज़ लैथम मौजूदा समय में बेहतरीन फॉर्म में हैं। उन्होंने भारत के खिलाफ बेहतरीन क्रिकेट खेली थी। केन विलियम्सन के बाद लैथम ने कई बार न्यूज़ीलैंड के लिए अच्छी पारियां खेली थी। लैथम ने इस साल 2 शतक और 4 अर्धशतक बनाये हैं। जिनमें से 3 अर्धशतक उन्होंने भारत के खिलाफ बनाये थे। वह इस सीरीज में कीवी टीम की तरफ से बेहतरीन सलामी बल्लेबाज़ साबित हो सकते हैं। हालांकि उनका घर में रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। उनका औसत 30 का है। लेकिन मौजूदा फॉर्म को देखते हुए वह अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। अजहर अली अली पाकिस्तान के हालिया समय के बेहतरीन खोज साबित हुए हैं। वह शीर्ष कर्म को मजबूती ही नहीं देते हैं बल्कि पिच पर समय बिताकर बड़ा स्कोर भी करते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने तिहरा शतक बनाकर इसका प्रमाण भी दिया। इसके अलावा उन्होंने इसी सीरिज में 79 और 91 रन की भी पारी खेली। न्यूज़ीलैंड की परिस्थितियां हालांकि अलग हैं। जहां अजहर अली को बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। उनका करियर औसत 50 का है जबकि इस साल उन्होंने 65 के करीब औसत से रन बनाये हैं। शर्जील की मौजूदगी में अजहर तीसरे नम्बर पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने तिहरा शतक बतौर सलामी बल्लेबाज़ बनाया था। ऐसे में वह ओपन भी कर सकते हैं। ट्रेंट बोल्ट विश्व क्रिकेट में बोल्ट बड़ी तेजी से बेहतरीन स्विंग गेंदबाज़ के तौर पर उभरे हैं। उन्होंने अपनी काबिलियत साल 2015 के विश्वकप में दिखाई है। ऐसे में घरेलू पिच पर वह और खतरनाक साबित हो सकते हैं। बोल्ट भारतीय विकेटों पर भी अपनी क्षमता का परिचय दिया था। जबकि उन्हें पिच से उतनी मदद नहीं मिली थी। पाकिस्तान बेहतरीन गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने ढेर होने के लिए भी लोकप्रिय है। ऐसे में बौल्ट और साउथी की अगुवाई में पाकिस्तानी टीम के सामने बड़ा खतरा है। केन विलियमसन विलियमसन ने भारतीय दौरे पर उतना बेहतरीन खेल नहीं दिखाया था। जैसाकि उनकी क्षमता है। वह आश्विन एंड कंपनी के सामने घुटने टेकते हुए नजर आये थे। लेकिन वह इस सीरिज में वापसी कर सकते हैं। इस साल विलियमसन ने 1 शतक और 5 अर्धशतक बनाये हैं। उनका 50 को 100 में बदलना जरुरी है। जिससे आउट ऑफ़ फॉर्म चल रहे रोस टेलर को अपने टच में आने का मौका मिले। घर में उन्होंने अपना आखिरी मैच क्राइस्टचर्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। जहां उन्होंने 97 रन की पारी खेली थी। इस सीरिज में वह अच्छी वापसी कर सकते हैं। जहां वह टीम की कप्तानी भी कर रहे हैं।