IPL: 5 बड़े खिलाड़ी जिन्हें कभी इंडियन प्रीमियर लीग में कप्तानी का मौक़ा नहीं मिला

एक कप्तान हमेशा टीम का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हो यह जरुरी नही, लेकिन वह एक बेहतरीन रणनीतिकार होता है जो अपने खिलाड़ियों को समझता है और अपने प्रदशन से उन्हें प्रेरित भी करता है। वह खेल की जटिलताओं को समझता है और मैदान पर त्वरित निर्णय लेने की क्षमता रखता है। कप्तान का काम आसान नहीं होता है, इसमें मैदान पर एकाग्रता की आवश्यकता होती है और एक कप्तान को हमेशा खेल के दौरान एक कदम आगे की स्थिति पर विचार करना होता है। पिछले कुछ सालों में हमने कुछ महान खिलाड़ियों को देखा है जो अपनी टीमों में सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से थे, लेकिन अपनी टीमों की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला। यहाँ हम ऐसे ही 5 शीर्ष खिलाड़ियों पर नज़र डाल रहे जिन्हें अब तक कप्तान बनने का मौका नहीं मिला।

# 5 क्रिस गेल

‘यूनिवर्स बॉस’ क्रिस्टोफर हेनरी गेल ने आईपीएल पर अपनी एक छाप छोड़ रखी है। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ अपने आईपीएल करियर की शुरूआत की, लेकिन 2011 के सीज़न में आरसीबी ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया और फिर उनकी किस्मत बदल गयी। उन्होंने उस साल ऑरेंज कैप जीता, जिसमें 183.13 की अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट से 608 रन बनाए और औसत 67.55 का रहा। आईपीएल के इतिहास में गेल ने सबसे ज्यादा "मैन ऑफ द मैच" पुरस्कार जीता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि गेल आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से हैं, लेकिन गेल के मज़ेदार व्यक्तित्व और खुले स्वभाव के चलते, कप्तानी उनपर जचती नहीं। फिर भी, यह देखना रोमांचक रहा होता कि वह कप्तानी के किस प्रकार के ब्रांड को अपनाते।

# 4 जैक्स कैलिस

विश्व क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर में से एक, जैक्स कैलिस दुनिया भर में खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो उनके साथ आईपीएल में खेले थे। कैलिस ने 2014 के सीजन के बाद आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ अपना कार्यकाल खत्म कर दिया। 98 आईपीएल मैचों में 65 विकेट और 2427 रन बनाने वाले, कैलिस आईपीएल में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में से एक थे। वह सौरव गांगुली, ब्रेंडन मैकुलम और गौतम गंभीर की कप्तानी के तहत खेले, लेकिन उन्हें खुद टीम का नेतृत्व करने का मौका नहीं मिला। वर्तमान में, वह केकेआर टीम के प्रमुख कोच हैं और युवा प्रतिभाओं को निखारने का काम कर रहे हैं।

# 3 लसिथ मलिंगा

इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़, लसिथ मलिंगा आईपीएल के महान खिलाड़ी है। उन्होंने 2011 में आईपीएल में पर्पल कैप जीती, जिसमें उन्होंने 16 मैचों में 13.39 के शानदार औसत और 5.95 की इकोनोमी रेट पर 28 विकेट लिए। टीम में सचिन तेंदुलकर और रिकी पॉन्टिंग जैसे दिग्गजों के बाद, रोहित शर्मा जैसे एक युवा कप्तान के उद्भव के साथ, मलिंगा हमेशा अपनी टीम की कप्तानी की दौड़ से बाहर रहे। कप्तान के तौर पर उनके कौशल का इस्तेमाल एक नया प्रयोग रहा होता।

# 2 माइकल हसी

माइकल हसी 5 साल तक इंडियन प्रीमियर लीग का हिस्सा थे। वह आईपीएल के इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले। उनके लिए बल्लेबाजी की शुरुआत करने वाले, हसी ने 2013 आईपीएल में ऑरेंज कैप जीती। धोनी के टीम के कप्तान और सुरेश रैना के रूप में सहायक होने के चलते, हसी को अपना कप्तानी कौशल दिखाने का मौका नहीं मिला। हसी, को एक खिलाड़ी के रूप में, सभी का सम्मान प्राप्त था। ऐसे में यह देखना बेहद दिलचस्प रहा होता कि यह अनुभवी बल्लेबाज़ टीम का नेतृत्व कैसे करता। वर्तमान में उन्हें सीएसके के लिए बल्लेबाजी कोच के रूप में नियुक्त किया गया है, उनकी सलाह कप्तान और टीम के लिये निश्चित रूप से महत्वपूर्ण होंगी।

# 1 एबी डीविलियर्स

अब्राहम बेंजामिन डीविलियर्स आईपीएल के सर्वाधिक प्रसिद्ध खिलाड़ियों में से एक हैं। एबी अभी तक आईपीएल के सभी 10 सीज़न का हिस्सा रहे हैं और इस दौरान 2 टीमों से खेले हैं; दिल्ली डेयरडेविल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर। वीरेंदर सहवाग, गौतम गंभीर, डेनियल विटोरी और विराट कोहली जैसे 4 कप्तानों की कप्तानी में खेलने का उन्हें मौका मिला हैं। एबी ने दक्षिण अफ़्रीका का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत सफलतापूर्वक नेतृत्व किया है, और इसी के चलते यह थोड़ा आश्चर्यजनक लग सकता है कि डीविलियर्स जैसे शीर्ष खिलाड़ी, जिसके भारतीय खिलाड़ियों के साथ शानदार संबंध रहे हैं, उन्हें आईपीएल में किसी टीम की कप्तानी करने का मौका नहीं मिला है, और अब आरसीबी की टीम में कोहली के रहते, वह भविष्य में दूसरे विकल्प के तौर पर ही देखे जायेंगे। लेखक: ब्रोकन क्रिकेट अनुवादक: राहुल पांडे

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