#2. टेस्ट इतिहास में सबसे ज्यादा कैच पकड़ने का रिकॉर्ड
आपने जरूर सुना होगा कि 'कैच मैच जिताते हैं'। द्रविड़ स्लिप के बेहतरीन छेत्ररक्षक भी थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 210 कैच लपके। स्लिप में तैनात छेत्ररक्षक के लिए मौके बेहद कम होते हैं इसलिए यह बेहद जरूरी है कि वहां खड़ा खिलाड़ी चुस्त और हमेशा तैयार रहे।
द्रविड़ इस काम में सबसे आगे रहे खासकर उपमहाद्वीप जैसी परिस्थितियों में द्रविड़ को स्लिप का सबसे उपयुक्त खिलाड़ी माना जाता था। और इस बात को उन्होंने 210 कैच पकड़ कर सिद्ध कर दिया था। आधुनिक दौड़ में किसी भी खिलाड़ी के लिए इस आंकड़े तक पहुंचना असंभव लगता है।
#1. टेस्ट इतिहास में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना करने का रिकॉर्ड
मैच के दौरान द्रविड़ को लाल गेंदों का सामना करते हुए देखना बेहद सुखद दृश्य होता था। जिस तरह से गेंद उनके बल्ले से टकराती थी, उसे देख कर क्रिकेट प्रेमियों का मन रोमांचित हो उठता था। खराब गेंदों को छोड़ने की जो कला द्रविड़ के अंदर थी, वह बेजोड़ थी। जब तक द्रविड़ पिच पर टिके रहते थे, भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को मैच सुरक्षित लगता था। द्रविड़ को मैदान पर इसी अटूट एकाग्रता के लिए ही 'द वाल' नाम से नवाजा गया था।
उन्होंने अपने टेस्ट करियर में कुल 31,258 गेंदों का सामना किया था। यानी की लगभग 5,210 ओवर। आधुनिक समय में जिस तरह से टी-20 क्रिकेट का बोलबाला बढ़ रहा है, किसी भी खिलाड़ी के लिए इतनी गेंदों का सामना करना असंभव सा नजर आता है। वहीं द्रविड़ काल का कोई अन्य बल्लेबाज उनके इस उपलब्धि के आसपास भी नही नजर आता है। उनके पास किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को झेलने और ध्वस्त करने की बेजोड़ क्षमता थी। इसीलिए द्रविड़ काल को क्रिकेट इतिहास में एक सुनहरा पल माना जाता है।