साल 2011 से लेकर साल 2015 के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम में विराट कोहली एक उभरते सितारे के तौर पर सामने आए। एक के बाद एक रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए विराट कोहली ने क्रिकेट की दुनिया में अपने नाम का सिक्का जमा लिया था। इस दौरान विराट कोहली ने अपने बल्लेबाजी से सभी लोगों को हैरत में डाल दिया। जिसके कारण ही विराट कोहली 2011-2015 के दौरान वनडे में सबसे ज्यादा रन स्कोर करने वालों की सूची में दूसरे नंबर पर जगह बनाने में कामयाब हो सके हैं। विराट कोहली ने साल 2011 और 2015 के बीच 94.39 की स्ट्राइक रेट से 96 मैचों में 4,278 रन बनाए। इस दौरान विराट कोहली ने हैरान करते हुए 16 शतक भी बना डाले। विराट कोहली की बदौलत ही साल 2012 में टीम इंडिया एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी और आसानी से सबसे बड़े लक्ष्य के तौर पर रन चेज करके टीम ने सफलता हासिल की थी। इस मैच में टीम इंडिया को जीत के लिए 330 रनों का लक्ष्य मिला था। इस बड़े लक्ष्य को चेज करने के दौरान विराट कोहली ने 148 गेंदों में 183 रनों की शानदारी पारी खेली थी और अकेले ही टीम की उम्मीदों को टूर्नामेंट में बचाए रखा था। 18 मार्च 2012 की रात ढाका में 23 वर्षीय दिल्ली के लड़के की तेज तर्रार पारी के कारण पाकिस्तान का शानदार गेंदबाजी आक्रमण बौना साबित हुआ और इसके साथ ही भारतीय बल्लेबाजी क्रम को नई मजबूती भी मिल गई।