1980 का दशक सीम बॉलिंग ऑलराउंडर के नाम रहा पाकिस्तान के पास इमरान थे तो टीम इंडिया के पास महान कपिल देव थे। कपिल अपने 16 साल के लंबे करियर में भारत के लिए उपयोगी तेज़ गेंदबाज़ साबित हुए थे, वो टेस्ट और वनडे दोनों में कमाल दिखाते थे। उन्होंने 131 टेस्ट मैच में 434 विकेट लिए हैं और उनका ये रिकॉर्ड कई सालों तक बरक़रार रहा था, जिसे बाद में वेस्टइंडीज़ के कर्टनी वॉल्श ने तोड़ा था। वनडे में भी वो कमाल के खिलाड़ी थे उन्होंने 225 मैच में 253 विकेट हासिल किए हैं। गेंदबाज़ी के साथ साथ बल्लेबाज़ी में भी उनका हुनर बेहद लाजवाब था और कई सालों तक भारत के चुनौतीपूर्ण बल्लेबाज़ थे। साल 1983 के वर्ल्ड कप में उन्होंने भारत को चैंपियन बनाया था, इसी टूर्नामेंट में उन्होंने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ 175* रन की शानदार पारी खेली थी। उस दौर में वनडे में उनकी बल्लेबाज़ी का औसत 95.07 था। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 31.05 की औसत से खेलते हुए 8 शतक और 27 अर्धशतक लगाए हैं। वनडे में उन्होंने एक शतक और 14 अर्धशतक जड़े हैं।