बड़े मैच में कुछ खिलाड़ियों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलता है। 2007 टी20 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह के बारे में सोचिए या फिर 2011 वन-डे वर्ल्ड कप और 2007 वर्ल्ड टी20 के फाइनल में गौतम गंभीर का प्रदर्शन। कुछ खिलाड़ी बड़े स्टेज पर शानदार प्रदर्शन करते हैं और अपने साथी खिलाड़ियों से काफी आगे होते हैं। दबाव और उम्मीद से डील करना चुनौती होता है, जो कभी-कभी 22 यार्ड की पिच पर गेंद खेलने से कठिन होता है। कुछ लोग अच्छे से इससे निपटते हैं, जबकि कुछ हार मान लेते हैं। बड़े मैच के खिलाड़ियों की लिस्ट में एक अनचाहा नाम शिखर धवन शामिल है। दमदार भारतीय ओपनर को आईसीसी टूर्नामेंट पसंद हैं और वो हमेशा भारतीय टीम की तरफ से इस मौके पर खरे उतरे हैं, जब भारत ने इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी जीती, तब शिखर धवन इस खिताबी जीत के शिल्पकार रहे। धवन टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। फिर ऐसी परिस्थिति आई, जहां उनके सफल होने की उम्मीद कम थी, लेकिन धवन ने इसे मजेदार बना दिया। दो वर्ष के बाद ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में वन-डे विश्वकप आयोजित हुआ, धवन वहां सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं गए। उनका टीम में चयन सार्थक नहीं माना जा रहा था। हालांकि, धवन ने अपने ऊपर किए भरोसे को सार्थक बनाते हुए एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया। चलिए आज याद करते हैं शिखर धवन द्वारा आईसीसी टूर्नामेंट में खेली पांच यादगार पारियां :
#5 114 (94) vs दक्षिण अफ्रीका (आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, जून 2013, कार्डिफ) ये चैंपियंस ट्रॉफी का पहला मैच था, जहां भारतीय टीम ख़िताब की प्रबल दावेदार दक्षिण अफ्रीका का सामना कर रही थी। अभ्यास मैचों में ख़राब प्रदर्शन करने वाले शिखर धवन ने रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत की। दिल्ली के खब्बू बल्लेबाज अलग ही मूड में नजर आए और उन्होंने प्रोटीज तेज गेंदबाजों की तिकड़ी- मोर्ने मोर्केल, लोंवाबो सोत्सोबे तथा रोरी क्लेनवेल्ट की जमकर धुनाई की। भारत ने रन प्रति गेंद के हिसाब से 100 रन पूरे किए, उसके दोनों ओपनर्स क्रीज पर मजबूती से डटे हुए थे। धवन ने 44 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजी आक्रमण की कमजोर कड़ी रयान मैकलारेन व रॉबिन पीटरसन को अपना निशाना बनाया। जल्द ही बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 80 गेंदों में अपने करियर का पहला वन-डे शतक जड़ा। जेपी डुमिनी की गेंद पर धवन आउट हुए। उन्होंने 114 रन की पारी खेली। भारत ने 331 रन बनाए और 26 रन से मैच जीता। धवन को मैन ऑफ़ द मैच अवॉर्ड जीता। #4 102 (107) vs वेस्टइंडीज (आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, जून 2013, केंसिंग्टन ओवल) धवन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक जमाया ही था और अगले मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ भी उन्होंने अपना शानदार फॉर्म जारी रखने का निश्चय किया। जडेजा द्वारा पारी में पांच विकेट चटकाने की वजह से भारत को जीत के लिए 234 रन की दरकार थी। धवन और रोहित शर्मा ने शतकीय साझेदारी करके टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। रहस्यमयी गेंदबाज सुनील नरेन की मौजूदगी के बावजूद भी विंडीज टीम भारतीय ओपनर्स पर दबाव नहीं बना सकी। हालांकि, रोहित के आउट होने के बाद शिखर धवन ने भारतीय पारी को संवारते हुए लगातार दूसरा शतक लगाया और अर्धशतक लगाने वाले दिनेश कार्तिक के साथ टीम को 8 विकेट की जीत दिलाई। #3 73 (76) vs पाकिस्तान (आईसीसी वन-डे वर्ल्ड कप, फरवरी 2015, एडिलेड) वर्ल्ड कप ग्रुप स्टेज का ये सबसे बड़ा मैच था, जहां भारत अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से एडिलेड में भिड़ा था। भारत कभी भी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से हारा नहीं है। धवन और टीम इंडिया इस बात को भूली नहीं। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने रोहित शर्मा का विकेट जल्दी गंवा दिया, लेकिन इसके बाद शिखर धवन और विराट कोहली ने 129 रन की लाजवाब साझेदारी की। धवन ने निर्णायक अर्धशतक जमाया और बड़े स्कोर की नींव रखी। यह पारी उस समय खेली गई जब आलोचकों ने धवन को टीम में शामिल करने का विरोध किया था। धवन ने साबित किया कि दबाव की स्थिति में वो कैसा खेल सकते हैं। दूसरे विकेट की साझेदारी ने भारत के लिए सही प्लेटफॉर्म रखा और फिर सुरेश रैना ने कोहली के साथ मिलकर भारत को 300 रन के पार लगाया। धवन का शुरुआत में योगदान इसलिए ध्यान नहीं खींच सका क्योंकि उन्होंने ये रन धीमे बनाए थे। मगर इस पारी ने टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन के लिए उनके अंदर जोश भर दिया। #2 137 (146) vs दक्षिण अफ्रीका (आईसीसी वर्ल्ड कप, फरवरी 2015, मेलबर्न) धवन ने पारी के पहले ओवर में अपने ओपनिंग पार्टनर रोहित शर्मा को खो दिया, जो रनआउट होकर पवेलियन लौटे। धवन से एक शानदार पारी की उम्मीद थी और उन्होंने ऐसा किया भी। शॉर्ट गेंदों पर थोड़ा परेशान होने वाले धवन का प्रोटीज टीम के चार तेज गेंदबाजों डेल स्टेन, मोर्ने मोर्केल, वेन पार्नेल और वेर्नोन फिलैंडर ने टेस्ट लिया। हालांकि, बाएं हाथ के बल्लेबाज ने अपने आप को शांत रखते हुए क्रीज पर जमे रहे और कोहली के साथ टीम को संभाला। धवन का अर्धशतक 70 गेंदों में लगा क्योंकि वो भारत के लिए एंकर की भूमिका निभा रहे थे। कोहली का विकेट गिरने के बाद अजिंक्य रहाणे बल्लेबाजी करने आए और स्कोर तेजी से बढ़ाने में जुट गए। उन्होंने धवन को जमने का अतिरिक्त समय दिया। सेट होने के बाद धवन को रोकना मुश्किल हो गया और उन्होंने अपने वन-डे करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाया। धवन पारी के 44वें ओवर में आउट हुए, लेकिन तब तक भारत 300 से अधिक स्कोर खड़ा करने की स्थिति में पहुंच चुका था। इसके बाद गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और भारत ने 130 रन से मुकाबला जीता। #1 100 (85) vs आयरलैंड (आईसीसी वर्ल्ड कप, मार्च 2015, हैमिलटन) आयरलैंड से जब मुकाबला हुआ, तब तक भारत का आगे के राउंड में बढ़ना लगभग तय हो चुका था। नियाल ओ ब्रायन के नेतृत्व वाली आयरलैंड ने भारत के सामने जीत के लिए 260 रन का लक्ष्य रखा। धवन ने एक बार अपने ओपनिंग पार्टनर रोहित शर्मा के साथ शानदार शुरुआत की। दोनों ने 174 रन की साझेदारी करके आयरलैंड को मैच से बाहर कर दिया। धवन ने 54 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया क्योंकि रोहित प्रमुख हिटर की भूमिका अदा कर रहे थे। अर्धशतक पूरा करने के बाद धवन ने आयरिश गेंदबाजों की धुनाई करने का मोर्चा संभाला और अपना दूसरा पचासा सिर्फ 31 गेंदों में पूरा किया। अर्धशतक से शतक के बीच धवन ने चार चौके जबकि पांच छक्के जड़े। धवन 2015 वर्ल्ड कप में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में पांचवें स्थान पर रहे थे। उन्होंने 51.50 की औसत और 91.75 की स्ट्राइक रेट से 412 रन बनाए थे। भारत 2015 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक पहुंचा था, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया से शिकस्त झेलना पड़ी थी।