सीमित ओवर क्रिकेट इतिहास में सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग जोड़ी के साथ शीर्ष 5 क्रिकेट टीमें

क्रिकेट में राज करने वाले देशों में हमेशा से ही कुछ न कुछ खास बात रही है। इन्हीं खास बातों में क्रिकेट खेलने वाले देशों की सलामी बल्लेबाजी जोड़ियां भी रही है जो हर मोर्चे पर टीम के साथ मिलकर रन बटोरने का काम किया करती हैं। बेहतरीन सलामी बल्लेबाजी जोड़ी के कारण ही टीम को मजबूती प्रदान की जा सकती है। आइए यहां जानते हैं सीमित ओवरों के क्रिकेट इतिहास में सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग जोड़ियों वाले पांच देशों के बारे में।

#1 भारत

सीमित ओवर प्रारूप में भारत की सफलता में सलामी जोड़ियों का काफी हद तक योगदान रहा है। भरोसेमंद सलामी बल्लेबाज होने के कारण टीम इंडिया की बल्लेबाजी लाइन अप हमेशा से मजबूती के साथ रन स्कोर करती हुई दिखाई दी है। 80 के दशक में 'लिटिल मास्टर' सुनील गावस्कर ने चेतन चौहान और यशपाल शर्मा के साथ मिलकर शानदार सलामी बल्लेबाजी की। इनके बाद टीम को क्रिस श्रीकांत और रवि शास्त्री जैसे शानदार सलामी बल्लेबाज देखने को मिले। 90 के दशक में 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर का आगमन हुआ। जिन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू, मनोज प्रभाकर और अजय जडेजा के साथ साझेदारियां की। इनके बाद सचिन ने सौरव गांगुली के रूप में भरोसेमंद साथी पाया। तेंदुलकर-गांगुली की जोड़ी वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे शानदार सलामी जोड़ी बन गई। इस जोड़ी ने मिलकर एकदिवसीय क्रिकेट में 6000 से ज्यादा रन जोड़े। यह जोड़ी भारतीय बल्लेबाजी क्रम की रीढ़ की हड्डी के तौर पर देखी जाती थी। इनके बाद विस्फोटक वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के रूप में टीम इंडिया को घातक ओपनिंग जोड़ी मिली। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वीरू-गौती जोड़ी के बाद शिखर धवन और रोहित शर्मा की जोड़ी भारतीय टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है।

#2 ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया के पास भी एक से बढ़कर एक सलामी बल्लेबाज हुए हैं। 90 के शुरुआती दशक में ऑस्ट्रेलिया के पास मार्क टेलर और मार्क वॉ सलामी बल्लेबाज के तौर पर थे। 90 के दशक के अंत में विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का साथ वॉ को मिला। गिलक्रिस्ट ने अपने करियर में मैथ्यू हेडन के साथ मिलकर भी सलामी जोड़ी के रूप में ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए कई बार शानदार नींव रखी। गिलक्रिस्ट और हेडन की जोड़ी विरोधी टीमों के लिए किसी बुरे सपने के समान थी जो अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया करती थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के पास डेविड वॉर्नर, आरोन फिंच और शेन वॉटसन जैसे विस्फोटक बल्लेबाजी भी देखने को मिले।

#3 दक्षिण अफ्रीका

90 के दशक के शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट साउथ अफ्रीका के पास केप्लर वेसल्स और एंड्रयू हडसन के रूप में स्थायी सलामी जोड़ी थी जो मैदान पर काफी कारगर साबित होती थी। वेसल्स के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गैरी कर्स्टन ने एंड्रयू हडसन के साथ सलामी बल्लेबाज के तौर पर ठोस साझेदारी की। हडसन के जाने के बाद कर्स्टन को रहस्यमय बल्लेबाज हर्शेल गिब्स का साथ मिला। गिब्स एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी रहे हैं और अपनी आक्रामक शैली के लिए जाने जाते हैं। कर्स्टन-गिब्स युग के बाद साउथ अफ्रीका की टीम में ग्रीम स्मिथ ने हाशिम अमला और गिब्स दोनों के साथ मिलकर शानदार सलामी साझेदारियों को अंजाम दिया। हाल के सालों में आमला को आक्रामक बाएं हाथ के बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक का सलामी बल्लेबाज के तौर पर साथ मिल रहा है। दोनों की बल्लेबाजी से टीम को काफी फायदा भी मिल रही है।

#4 श्रीलंका

श्रीलंका से कई शानदार और आक्रामक सलामी बल्लेबाज देखने को मिले हैं। इनमें अर्जुन रणतुंगा, सनथ जयसूर्या, रोमेश कालुवितराना जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं। जयसूर्या और 'लिटिल कालू' दोनों ने श्रीलंका के लिए अपने विनाशकारी स्ट्रोकप्ले के साथ मजबूत शुरुआत प्रदान करने में कामयाबी हासिल की है। इसके बाद जयसूर्या ने मारवन अटापट्टू के साथ मिलकर भी कई साझेदारियों को अंजाम तक पहुंचाया। जयसूर्या आक्रामक थे, जबकि अटापट्टू ने बल्लेबाजी की पारंपरिक शैली के बनाए रखते थे। इनके बाद श्रीलंकाई टीम को तिलकरत्ने दिलशान के रूप में सलामी बल्लेबाजी प्राप्त हुआ। दिलशान ने उपुल थरंगा और महेला जयवर्धने जैसे अनुभवी सलामी बल्लेबाजों के साथ पारियों की शुरुआत की।

#5 वेस्टइंडीज

70 और 80 के दशक की ताकतवर विंडीज की टीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में राज किया है। उस वक्त वेस्टइंडीज की टीम में गॉर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेनेस जैसी भयानक सलामी जोड़ी थी। 90 के शुरुआती दशक में वेस्टइंडीज को ब्रायन लारा जैसा खिलाड़ी मिला। जिसने हेनेस के साथ मिलकर स्थिर सलामी जोड़ी बनाई। 90 के दशक में शेरविन कैंपबेल, फिल सिमन्स, फिलो वालेस, डैरेन गंगा और स्टुअर्ट विलियम्स जैसे खिलाड़ी भी भरोसेमंद और अनुभवी नियमित सलामी बल्लेबाजों के रूप में सामने आए। इनके बाद वेस्टइंडीज की टीम में क्रिस गेल और वावेल हिंड्स ने सलामी बल्लेबाजी का मोर्चा संभाला और बेहतरीन प्रदर्शन किया। गेल एक विस्फोटक सलामी बल्लेबाज के तौर पर सामने आए। हाल के दिनों में एविन लुईस वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज के तौर पर मजबूत शुरुआत देने में सफल हो रहे हैं।

आखिर में कुछ अन्य देशों के महत्वपूर्ण सलामी बल्लेबाज जिन्होंने सुर्खियां बटोरी।

पाकिस्तान

- सईद अनवर, आमिर सोहेल, रमीज राजा, मोहम्मद हफीज, मोहसिन खान, अहमद शहजाद, सलमान बट, शाहिद आफरीदी, इमरान नाजीर, नासेर जमशेद। न्यूजीलैंड- नैथन एस्टल, मार्टिन गप्टिल, ब्रेंडन मैकुलम, स्टीफन फ्लेमिंग, जेसी रायडर, जॉन राइट, लू विन्सेंट। इंग्लैंड- मार्कस ट्रेस्कोथिक, निक नाइट, एलेक स्टीवर्ट, एलेस्टेयर कुक, माइक आर्थेटन, ग्राहम गूच, रॉबिन स्मिथ, एलेक्स हेल्स, इयान बेल, जेसन रॉय। जिम्बाब्वे- एंडी फ्लॉवर, ग्रांट फ्लॉवर, एलिस्टेयर कैंपबेल। बांग्लादेश- तमीम इकबाल, सौम्या सरकार। लेखक: गौतम लालोत्रा अनुवादक: हिमांशु कोठारी