#3 दक्षिण अफ्रीका
90 के दशक के शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट साउथ अफ्रीका के पास केप्लर वेसल्स और एंड्रयू हडसन के रूप में स्थायी सलामी जोड़ी थी जो मैदान पर काफी कारगर साबित होती थी। वेसल्स के क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गैरी कर्स्टन ने एंड्रयू हडसन के साथ सलामी बल्लेबाज के तौर पर ठोस साझेदारी की। हडसन के जाने के बाद कर्स्टन को रहस्यमय बल्लेबाज हर्शेल गिब्स का साथ मिला। गिब्स एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी रहे हैं और अपनी आक्रामक शैली के लिए जाने जाते हैं। कर्स्टन-गिब्स युग के बाद साउथ अफ्रीका की टीम में ग्रीम स्मिथ ने हाशिम अमला और गिब्स दोनों के साथ मिलकर शानदार सलामी साझेदारियों को अंजाम दिया। हाल के सालों में आमला को आक्रामक बाएं हाथ के बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक का सलामी बल्लेबाज के तौर पर साथ मिल रहा है। दोनों की बल्लेबाजी से टीम को काफी फायदा भी मिल रही है।