वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ में भारत 1-0 से आगे था और सेंट लूसिया में टॉस हारने के बाद हरी पिच पर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए टीम इंडिया के 5 विकेट 126 रन पर गिर चुके थे। ऐसा लग रहा था कि भारत यहां से 200 का आंकड़ा भी छू पाएगा या नहीं। अपने आपको एक बेहतरीन ऑलराउंडर स्थापित करने वाले आर अश्विन ने एक और शानदार पारी खेलते हुए भारत को संकट से उबारा। अश्विन का साथ दे रहे थे ऋद्धिमान साहा जिनकी विकेटकीपिंग पर तो किसी को संदेह नहीं, लेकिन इस टेस्ट मे विपरित परिस्थिति में शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने साबित कर दिया कि विकेट के पीछे और सामने दोनों जगह बंगाल का ये कीपर लाजवाब है। अश्विन (124) और साहा (104) दोनों ने शतक लगाया और 200 रनों की साझेदारी करते हुए भारत को 353 रनों के स्कोर तक पहुंचा दिया। इन दोनों के बीच 213 रनों की साझेदारी हुई, जो इस फ़हरिस्त में दूसरे नंबर पर है।