जब भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें श्रृंखला के आखिरी और सातवें एकदिवसीय मैच के लिए मुंबई पहुंचीं, तब तक ऑस्ट्रेलियाई टीम श्रृंखला जीत चुकी थी। इसलिए दोनों ही टीमों ने अपनी-अपनी बेंच स्ट्रेंथ को आजमाया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारु टीम एक समय 2 विकेट के नुकसान पर 117 रन बनाकर बड़े स्कोर की ओर बढ़ती दिख रही थी। हालांकि यहीं से पिच स्पिनरों के लिए अनुकूल होती चली गई। जिसके बाद मुरली कार्तिक ने घातक गेंदबाजी की।
कार्तिक ने सबसे पहले काफी समय से बल्लेबाजी कर रहे ब्रेड हॉज को विकेटकीपर दिनेश कार्तिक के हाथों कैच आउट कराया। अगले ही ओवर में एंड्यू साइमंड्स भी आउट हो गए।
किसी तरह रिकी पोंटिंग और ब्रैड हैडिन ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाले रखा, लेकिन कार्तिक ने पोंटिंग को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।
इसके बाद पारी के 32वें ओवर से मैच का रुख ही पलट गया। कार्तिक ने उस ओवर में सबसे पहले ब्रेड हैडिन को चलता किया। इसके बाद चौथी गेंद पर ब्रेड हॉग को रॉबिन उथप्पा के हाथों कैच आउट कराया और अगली ही गेंद पर ब्रेट ली को भी आउट कर दिया। इस तरह से कार्तिक ने महज 5 गेंदों में 3 विकेट चटकाकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।
मेहमान टीम 193 रनों पर ऑल आउट हो गई और कार्तिक ने छह विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भारतीय गेंदबाज के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े भी दर्ज किए।
लेखक: चैतन्य हल्गेकर
अनुवादक: राहुल पाण्डे