थरिंदू कौशल एक लंबे क़द के ऑफ़ स्पिनर हैं, लेकिन उनका ऐक्शन दूसरों से अलग है। कौशल काफ़ी ऊपर से गेंद को फ़्लाइट कराते हैं, जिससे उन्हें उछाल भी अच्छी मिलती है। कौशल दूसरे ऑफ़ स्पिनर की तरह उंगली से स्पिन नहीं कराते बल्कि वह कलाई का इस्तेमाल करते हैं, जैसे मुथैया मुरलीधरण किया करते थे। श्रीलंकाई कप्तान एंजोलो मैंथ्यूज़ इन्हें इसी वजह से 'डुप्लीकेट मुरलीधरण' कहकर बुलाते भी हैं। कौशल ने टेस्ट में पहली बार श्रीलंका के लिए 2014 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेला था। जबकि उन्होंने अपने वनडे करियर का आग़ाज़ वर्ल्डकप 2015 के क्वार्टर फ़ाइनल में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ किया था। इस मिस्ट्री स्पिनर ने भारत और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टेस्ट मैचो में 5 विकेट भी झटके थे, इनका प्रमुख हथियार दूसरा है। लेकिन आईसीसी ने इनके दूसरे पर बैन लगा दिया है, जिस वजह से ये मिस्ट्री स्पिनर आज कल श्रीलंकाई टीम का हिस्सा नहीं है।