#4 क्लाइव लॉयड, वेस्टइंडीज़ 1974-1985
क्लाइव लॉयड वेस्टइंडीज़ टीम के महानतम खिलाड़ी थे। उनकी कप्तानी में कैरिबियाई टीम का दबदबा पूरी दुनिया में क़ायम था। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 70 छक्के लगाए थे, ये किसी भी खिलाड़ी द्वारा टेस्ट में लगाया गया 14वां सबसे ज़्यादा छक्कों का आंकड़ा है। ये बात साबित करती है कि लॉयड जब बल्लेबाज़ी के लिए पिच पर आते थे तो विपक्षी टीम पर कोई रहम नहीं करते थे। क्लाइव लॉयड ने वेस्टइंडीज़ टीम के लिए 74 मैचों में कप्तानी की थी जिसमें से 36 मैचों में उन्हें जीत हासिल हुई थी। उन्हें साल 1974-75 के भारत दौरे के लिए वेस्टइंडीज़ का कप्तान बनाया गया था। जब उन्हें पहली बार कप्तानी मिली थी तो उनका ये कहना था। “जब मुझे ये ख़बर मिली तो मुझे यकीन हो गया कि अगर मुझे कप्तान बनाया गया है तो इसका मतलब ये है कि वेस्टइंडीज़ क्रिकेट बोर्ड मुझसे लंबे वक़्त तक कप्तानी चाहता है। इसलिए मैंने ये फ़ैसला किया कि मुझे ये ज़िम्मेदारी बहुत ही गंभीरता से निभानी है, इसके लिए मैंने कई लक्ष्य भी तय किए। मेरी पहली कोशिश ये थी कि टीम में एकता बनी रहे, मैनें खिलाड़ियों को ये यक़ीन दिलाया कि उनके खेल में ज़रूर सुधार आएगा। मेरी ये हमेशा कोशिश रही है कि वेस्टइंडीज़ क्रिकेट और उसके ख़िलाड़ियों को सम्मान की निगाह से देखा जाए।” .इस बयान से ये साबित होता है कि क्लाइव लॉयड अपनी टीम के लिए कितनी गंभीरता से ज़िम्मेदारी निभाते थे। ये उनकी कप्तानी का ही कमाल था कि वेस्टइंडीज़ का दबदबा विश्व क्रिकेट पर कायम हो गया।