साल 2003 में ईसीबी ने जब से टी-20 क्रिकेट का इजाद किया है। तब से इस प्रारूप ने क्रिकेट को सबसे रोमांचक बना दिया है। आईपीएल की सफलता इस बात की सबसे बड़ी गवाह है। खेल का ये प्रारूप कम समय में दर्शकों का सबसे ज्यादा मनोरंजन करता है। इसके अलावा आईपीएल के हरेक मुकाबले का एक विजेता होता है। चाहे वह सुपर ओवर से ही क्यों न हो। आईपीएल का दसवां सीजन जल्द ही शुरू होने वाला है। उससे पहले आइये जानते हैं कि इस रोमांचक लीग के उन 5 मैचों के बारे जब विजेता सुपर ओवर से चुना गया। सुपर ओवर के नियम: - सुपर ओवर तब होता है, जब मैच टाई हो जाता है। सुपर ओवर में मैच में पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम बाद में बल्लेबाज़ी करती है। सुपर ओवर प्रत्येक टीम में तीन बल्लेबाज़ होते हैं, मतलब दो विकेट गिरते ही टीम ऑलआउट हो जाती है। सुपर ओवर में शामिल होने वाला खिलाड़ी या फिर बल्लेबाज़ी कर सकता है या गेंदबाजी। सुपर ओवर मुकाबला भी टाई रहा तो, -मुख्य मुकाबले+सुपर ओवर में सबसे ज्यादा चौके लगाने वाली टीम विजेता बनती है। -मुख्य मुकाबले में सबसे ज्यादा चौके लगाने वाली टीम विजेता बनती है। अगर मुख्य मुकाबला वर्षबाधित रहा तो सुपर ओवर की आखिरी गेंद पर अतिरिक्त रन को शामिल करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वाली टीम को विजेता माना जायेगा। सनराइजर्स हैदराबाद बनाम आरसीबी, 2013 आईपीएल 2013 में क्रिस गेल ने 66 गेंदों में 175 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग में फंस गये थे। फाइनल मुंबई और चेन्नई के बीच हुआ था। जहां पहली बार मुंबई ने खिताबी जीत दर्ज की थी। साथ ही सचिन ने आईपीएल को अलविदा कह दिया था। इस सीजन में दो सुपर ओवर के मुकाबले भी हुए थे। हैरानी की बात ये भी है कि आरसीबी इन दोनों मुकाबलों में शामिल थी। यहाँ हम आपको पहले मैच के बारे में बता रहे, जो एसआरएच और आरसीबी के बीच हुआ था। जिसमें दोनों टीमों ने 130 रन बनाये थे। सुपर ओवर में विनय कुमार गेंदबाज़ थे और तिसारा परेरा और कैमरून वाइट बल्लेबाज़ थे। 20 रन बनाकर एसआरएच ने मुंबई को 21 रन का लक्ष्य दिया। साथ ही डेल स्टेन को गेंद थमाई। वहीं आरसीबी ने गेल और विराट को बल्लेबाज़ के रूप चुना।
सुपर ओवर | SRH | RCB |
गेंद 1 | नोबॉल(1 +1) 1 | 2 |
गेंद 2 | 1 | 1 |
गेंद 3 | 1 | 4 |
गेंद 4 | 6 | 1 |
गेंद 5 | 6 | 6 |
गेंद 6 | 2 | 1 |
कुल | 20 | 15 |
सुपर ओवर के इस मुकाबले में घरेलू टीम एसआरएच को फायदा मिला। वाइट ने विनय कुमार के ओवर में छक्के लगाये। नो बॉल में भी एसआरएच को दो अतिरिक्त रन मिले थे। जवाब में डेल स्टेन की दो बेहतरीन यॉर्कर ने आरसीबी के बल्लेबाजों को लक्ष्य तक पहुँचने से रोक दिया। इस सुपर ओवर से दोनों टीमों को एक सबक मिला कि ऐसे अहम मौके पर हमें अतिरिक्त रन नहीं देने चाहिए। साथ ही लेंथ गेंद से भी गेंदबाज़ को बचना चाहिए। रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर बनाम दिल्ली डेयरडेविल्स, 2013 आईपीएल 2013 में आरसीबी ऐसी टीम थी, जो अपना दिन होने पार अपराजेय रहती, लेकिन अगले दिन ही वह हार जाती थी। जबकि उनके पास सबसे मजबूत एकादश थी। कोहली की टीम प्लेऑफ़ में भी क्वालीफाई कर पायी थी। हालांकि दर्शकों को इस टीम ने खूब रोमांचित किया। दिल्ली के साथ खेलते हुए टीम का मुकाबला काफी रोचक हो गया था। जब चिन्नास्वामी स्टेडियम में दोनों टीमों ने 152 रन बनाये। गेल और डिविलियर्स की मौजूदगी ने उमेश यादव के ओवर में 15 रन बनाये थे। जवाब में डेविड वार्नर और बेन रोहरर ने रवि रामपाल के खिलाफ मात्र 11 रन बनाये थे।
सुपर ओवर | RCB | DD |
गेंद 1 | 1 | W |
गेंद 2 | 1 | 4 |
गेंद 3 | 1 | 0 |
गेंद 4 | 0 | 6 |
गेंद 5 | 6 | 1 |
गेंद 6 | 6 | W |
कुल | 15 | 11 |
एबी डिविलियर्स के अंतिम दो गेंदों पर लगाये गये दो छक्कों ने मैच को दिल्ली से दूर कर दिया। वहीं सुपर ओवर की पहली गेंद पर गेल ने वार्नर का कैच पकड़ लिया। जिसके बाद मैच को आरसीबी ने आसानी से जीत लिया। दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ रोहारर 4 गेंदों में मात्र 4 रन बना सका जबकि इरफ़ान वह काम नहीं कर पाए जब टीम को 1 गेंदों में 5 रन चाहिए थे। चेन्नई सुपर किंग्स बनाम किंग्स इलेवन पंजाब, 2010 आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है, टीम जितने भी आईपीएल में शामिल हुई सब में प्लेऑफ तक जरुर पहुंची है। इसके अलावा टीम ने 5 बार फाइनल खेला है। साल 2009 और 2012 में चेन्नई ने ट्राफी पर भी कब्जा किया है। आईपीएल के तीसरे संस्करण में पहला सुपर ओवर मुकाबला हुआ था। ये मुकाबला लोस्कोरिंग था। जिसमें पंजाब और चेन्नई दोनों ही टीमों ने 136 रन बनाये थे। आईपीएल में डेब्यू करने वाले जुआन थेरोन ने पंजाब की तरफ से सुपर किया। जबकि हेडन और रैना ने उनका सामना किया। पंजाब को जीत के लिए 10 रन बनाने थे। युवराज और जयवर्धने मैदान पर आये, जिनके सामने मुरलीधरन थे।
सुपर ओवर | CSK | KXIP |
गेंद 1 | 1 | 6 |
गेंद 2 | W | W |
गेंद 3 | 2 | 0 |
गेंद 4 | 6 | 4 |
गेंद 5 | W | - |
कुल | 9 | 10 |
चेन्नई ने सुपर ओवर में अपने दोनों विकेट गवां दिए थे। जबकि पंजाब ने एक विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया था। सुपर ओवर में स्पिन गेंदबाज़ से गेंदबाज़ी करवाना भी गलत फैसलों में से एक है। युवराज सिंह ने आसानी से शॉट खेलकर अपनी टीम को विजेता बना लिया था। कोलकाता नाईट राइडर बनाम राजस्थान रॉयल्स, 2009 आईपीएल के अबतक के 9 संस्करण में केकेआर और आरआर के बीच दो बार सुपर ओवर का मुकाबला हुआ है। साल 2009 में पहली बार दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में ये टीमें आपस में सुपर ओवर में भिड़ी थीं। शेन वार्न ने केकेआर के इशांत शर्मा को आखिरी गेंद पर जीत के लिए जरूरी दो रन की जगह सिर्फ एक ही रन बनाने दिया था। दोनों टीमें 150 रन ही बना सकी थीं। सुपर ओवर में केकेआर ने ब्रेंडम मैकुलम और क्रिस गेल को बल्लेबाज़ी के लिए भेजा जबकि कामरान खान को वार्न ने गेंद सौंपी। गेल ने लगातार तीन गेंदों में 3 चौके जड़े जिसकी मदद से वार्न एंड कंपनी को 16 रन का टारगेट मिला। जिसे युसूफ पठान ने 4 गेंदों में पूरा कर दिया।
सुपर ओवर | KKR | RR |
गेंद 1 | 1 | 6 |
गेंद 2 | 1 | 2 |
गेंद 3 | 4 | 6 |
गेंद 4 | वाइड 4 | 4 |
गेंद 5 | 4 | - |
गेंद 6 | विकेट | - |
कुल | 15 | 18 |
आखिरी गेंद पर गेल आउट भी हो गये थे। वहीं पठान के ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी से केकेआर मैच हार गया। ब्रेड हाज ने पठान का कैच भी छोड़ दिया था। इसके अलावा स्पिनर अजन्ता मेंडिस से गेंदबाज़ी करवाना भी केकेआर के लिए भारी पड़ गया। कोलकाता नाईट राइडर बनाम राजस्थान रॉयल्स, 2014 आईपीएल के इतिहास का सबसे रोमांचक सुपर ओवर मुकाबला। जिन्होंने इस मुकाबले को देखा होगा उन्हें स्टीव स्मिथ जरुर याद हो गये होंगे। आईपीएल ये एकमात्र सुपर ओवर मुकाबला है, जो टाई हो गया था। दोनों टीमों ने मुख्य मुकाबले में 191 रन बनाये थे। उसके बाद सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने 11 रन बनाये थे। बाउंड्री भी दोनों टीमों के सेम थे। जिसकी वजह से आखिरी गेंद पर केकेआर के मुकाबले राजस्थान ने स्टीव स्मिथ के पराक्रम से 2 रन बनाये थे। जिससे न सिर्फ मैच टाई हुआ बल्कि इसी अधार पर उनकी टीम विजेता भी बनी।
सुपर ओवर | KKR | RR |
गेंद 1 | W+1 (run out) | 1 |
गेंद 2 | 1 | 1 |
गेंद 3 | 1 | 1 |
गेंद 4 | 6 | 4 |
गेंद 5 | 1 | W |
गेंद 6 | W+1 (run out) | 2 |
कुल | 11 | 11 |
इस सुपर ओवर ने साबित किया कि तकनीकी और लय भी खेल के इस प्रारूप में अहम है। जिसे ज्यादातर खिलाड़ी महत्व नहीं दते हैं। गंभीर फील्डिंरों को फैलाकर रखा था। उनका मकसद बाउंड्री रोकना था। स्टीव स्मिथ को पता था कि ऐसे में चौका लगाना कठिन है लेकिन दौड़कर रन लिया जा सकता है। ये सबसे रोमांचक मुकाबला था। जिसकी वजह से ये हमारे टॉप लिस्ट में है।