चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी अंबाती रायडू के अनिवार्य यो-यो टेसट में फेल होने के बाद सुरेश रैना को इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली वनडे टीम में जगह मिली है। साथ ही रैना के लिए यह दौरा भारत के विश्व कप दल का हिस्सा बनने का सुनहरा मौका होगा। रैना को लगभग 3 साल बाद टीम इंडिया में शामिल किया गया है। टीम इंडिया के बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को लिमिटेड ओवर्स का स्पेशलिस्ट बल्लेबाज माना जाता है। लेकिन लंबे समय से टीम से बाहर होने की वजह से फैंस की नजरों में इस सितारे की चमक थोड़ी फीकी पड़ चुकी थी। हालांकि अपनी फॉर्म को साबित करने के बाद रैना ने यो-यो टेस्ट में अपनी लाजवाब फिटनेस का सबूत भी दे दिया। यह खिलाड़ी अक्टूबर 2015 में दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद से वनडे क्रिकेट टीम में शामिल नहीं हुआ है। हालांकि, वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और निदाहस ट्रॉफी में श्रीलंका व बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टी-20 टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। यहां इस लेख में हम सुरेश रैना के अब तक के करियर की शीर्ष पांच वनडे पारियों पर एक नजर डालेंगे-
#5) 100 बनाम इंग्लैंड, कार्डिफ
कार्डिफ के बादलों से भरे आसमान के नीचे इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और उनके गेंदबाजों ने शिखर धवन और विराट कोहली को सस्ते में समेट कर अपने कप्तान के फैसले को सही साबित कर दिया। रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे ने अपने कुछ हाथ खोले और दोनों ने साझेदारी करते हुए तीसरे विकेट के लिए 91 रन बनाये। लेकिन रहाणे और शर्मा भी जल्द आउट हो गये तब सुरेश रैना क्रीज पर अपने कप्तान एमएस धोनी का साथ देने उतरे और उसके बाद इस खिलाड़ी ने मैदान पर मौजूद दर्शकों का जमकर मनोरंजन किया। उन्होंने 75 गेंदों में ताबड़तोड़ शतक लगाया, जो चार पारियों के बाद उनका पहला तीन नंबरों का स्कोर था और इसने भारत को 50 ओवर में 304 के बड़े लक्ष्य तक पहुंचा दिया। इंग्लैंड दिए गए लक्ष्य के आसपास भी नहीं आ सका और भारत ने 133 रनों के शानदार अंतर से मैच जीता।
#4) 84 बनाम इंग्लैंड, लंदन
एमएस धोनी के साथ शानदार साझेदारी की बदौलत सुरेश रैना ने 2011 में इंग्लैंड में सुरेश रैना ने भारत को एक बार फिर से परेशानी से बाहर निकाला था। इंग्लैंड ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और भारत मुश्किलों से घिर गया जब टीम ने 110 रनों पर अपने चार विकेट गंवा दिए थे। सुरेश रैना ने तब एमएस धोनी का साथ दिया और दोनों ने अगले विकेट के लिए 169 रन बनाए। रैना ने 75 गेदों पर 84 रनों की पारी खेली और इससे भारत ने पहली पारी में कुल 280 रन बनाए थे।
#3) 106 बनाम श्रीलंका, ढ़ाका
2010 में एशिया कप का फाइनल मैच में उन्होंने धीरे-धीरे अपना पैर जमाया और फिर भारतीय पारी को जीवित रखने वाली एक पारी खेली। 60 रनों पर पांच विकेट के साथ भारत मैच में बुरी तरह संघर्ष कर रहा था लेकिन फिर रैना का तूफान देखने को मिला। रैना ने आगे बढ़कर खेलते हुए 115 गेंदों में 106 रन बनाए और उनके शतक के बदौलत भारत 50 ओवरों में 245 रन बनाने में सफल रहा। हालांकि इस बेहतरीन पारी के बावजूद श्रीलंका ने मैच चार विकेट से जीता।
#2) 116 बनाम बांग्लादेश, कराची
भारत की टीम बांग्लादेश के खिलाफ 284 रनों के एक मुश्किल लक्ष्य का पीछा कर रहा था और टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं हुई। 56 रन पर दो विकेट गिरने से भारत मुश्किल स्थिति का सामना कर रहा था तब सुरेश रैना ने मैदान पर कदम रखते हुए शानदार पारी खेली। उन्होंने शुरुआत में संभल कर खेलते हुए एक-एक रन बटोरे और फिर धीरे- धीरे अपने हाथों को खोलना शुरु किया और जमकर बाउंड्री लगाई। रैना की 116 रनों की पारी की बदौलत भारत लक्ष्य का पीछा करते हुए बिना किसी परेशानी के सात विकेट से मैच जीत गया।
#1) 110 बनाम जिम्बाब्वे, ऑकलैंड
ऑकलैंड में 2015 विश्व कप के दौरान भारत का मैच जिम्बाब्वे के खिलाफ था। ब्रेंडन टेलर के शतक के बदौलत जिम्बाब्वे ने भारत के सामने 287 का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा कर दिया और यह लक्ष्य टीम इंडिया के लिए आसान नहीं होने वाला था। भारत ने शुरुआत उम्मीद से भी खराब की और अपने दोनों सलामी बल्लेबाज़ों के विकेट केवल 21 रनों पर गंवा दिए और फिर 71 रन तीसरे विकेट के रूप में रहाणे का विकेट खो दिया। हालांकि रैना ने कप्तान एमएस धोनी के साथ पारी को संभालने उतरे और दोनों ने न केवल पारी को नियंत्रित किया बल्कि धीरे-धीरे गेंदबाजों को दबाव बनाना शुरु कर दिया। इस पारी में रैना ने 110 रन बनाए और कप्तान धोनी ने 85 रन के साथ मैच को समाप्त किया। शुरुआती परेशानियों के बाद भारत यह मैच छह विकेट से जीतने में कामयाब हो गया।