टी-20 वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के हाथों पहला मैच हारने के बाद भारतीय टीम को टूर्नामेंट में बने रहने के लिए अपना अगला मैच जीतना बेहद जरूरी थी। भारत ने अपने अगले मैच में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तानी टीम को आसानी से हरा दिया, लेकिन सेमीफाइनल की रेस में बने रहने के लिए उसे बांग्लादेश के खिलाफ अगला मैच जीतना बेहद जरूरी था। बांग्लादेश की टीम ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और टॉप आर्डर के बल्लेबाजों के फ्लाप प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम मुश्किल में आ गई। लेकिन कुछ दिग्गज बल्लेबाजों शिखर धवन, विराट कोहली और सुरेश रैना की उपयोगी पारियों की मदद से भारतीय टीम 20 ओवरों में 146 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में सफल रही। फ्रंटलाइन स्पिनर आर अश्विन ने मोहम्मद मिथुन को आउट करके भारतीय टीम को पहली सफलता दिलाई। लेकिन जीत अभी काफी दूर थी। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने आखिर के कुछ ओवरों में अपनी कसी हुई गेंदबाजी से बांग्लादेशी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। नतीजा ये हुआ कि बांग्लादेश को आखिरी ओवर में जीत के लिए 11 रन चाहिए थे। टीम के अनुभवी बल्लेबाज महमदुल्लाह और मुशफिकुर रहीम क्रीज पर डटे हुए थे। भारतीय टीम की तरफ से आखिरी ओवर की जिम्मेदारी संभाली युवा खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने। लेकिन पांड्या की पहली ही 3 गेंदों पर बांग्लादेश ने 9 रन बना लिए। अब बांग्लादेश को जीत के लिए 3 गेंदों पर महज 2 रन चाहिए थे। सबको बांग्लादेश की जीत पक्की लगी। लेकिन यहीं से मैच का रुख पलट गया। पांड्या की चौथी गेंद को रहीम समझ नहीं पाए और दीप मिड विकेट में खड़े शिखर धवन को कैच धमा बैठे। इसके अगली ही गेंद पर महमदुल्लाह भी आउट हो गए। भारतीय टीम और फैंस की उम्मीदें एक बार फिर से जग गईं। सब अपनी-अपनी जगह पर खड़े हो गए। बांग्लादेश को अब जीत के लिए आखिरी गेंद पर 2 रन चाहिए थे और सामने बल्लेबाज थे शुवागता। लेकिन शुवागता पांड्या की आखिरी गेंद पर अपना बल्ला तक नहीं लगा सके फिर भी रन के लिए दौड़ पड़े इस उम्मीद में कि बाई के एक रन मिल जाएं और मैच सुपर ओवर तक खिंच जाए। लेकिन यहीं से कप्तान धोनी के सेंस ऑफ माइंड का कमाल देखने को मिला। धोनी आखिरी गेंद से पहले ही समझ गए थे कि बांग्लादेश के बल्लेबाज बाई रन के लिए दौड़ लगा सकते हैं, इसीलिए उन्होंने अपने दायें हाथ का दस्ताना पहले ही निकाल लिया। जैसे ही शुवागता और रहीम बाई रन के लिए दौड़े धोनी ने तेजी से दौड़कर रहीम के स्ट्राइकर एंड पर क्रीज में पहुंचने से पहले ही विकेट की गिल्लियां बिखेर दी और इस तरह से भारतीय टीम ने इस बेहद रोमांचक मुकाबले में 1 रनों से जीत हासिल की।