दिलीप ट्रॉफ़ी के आगे जाकर क़रीब क़रीब सारे अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेलने का मौक़ा मिला। बीसीसीआई का मक़सद था कि न्यूज़ीलैंड क ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ से पहले इन खिलाड़ियों को मैच प्रैक्टिस का मौक़ा मिल सके। नेट में भले ही आप जितना पसीना बहा दें और जितनी देर खेल लें, लेकिन किसी भी खिलाड़ी के लिए मैच में खेलना और वह भी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ, एक बेहतरीन विकल्प होता है। भारतीय खिलाड़ियों के लिए न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 22 सितंबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट के लिए इससे बेहतरीन तैयारी और कुछ नहीं हो सकती थी।