90 के दशक के मध्य में श्रीलंका टीम ने खुद को सर्वश्रेष्ठ आल-राउंडर्स की फेहरिस्त में ला खड़ा किया। श्रीलंका के पास उस समय के कुछ बेहतरीन स्ट्रोक प्लेयर्स थे जिन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाज़ी को मजबूती प्रदान की। विस्फोटक बल्लेबाज़ सनथ जयसूर्या ने हमेशा टीम को धमाकेदार शुरुआत दिलाई और वह किसी भी विपक्षी गेंदबाजी आक्रमण के लिए दुःस्वप्न थे। वहीं मध्य क्रम में कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने दुनिया जो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार थे, ने हमेशा टीम को बड़े लक्ष्य तक पहुँचाने में मदद की और दोनों हर मैच में बड़ी पारी खेलने की प्रवृत्ति रखते थे। महान तेज़ गेंदबाज़ चमिंडा वास के अलावा लसिथ मलिंगा के उद्भव के साथ, श्रीलंका की गेंदबाज़ी में पैनापन आया। मलिंगा को नुवान कुलशेखरा का साथ मिला और दोनों ने मिलकर अपनी टीम को कई मैच जिताए। वनडे रिकॉर्ड: जनवरी 2000 से दिसंबर 2009 मैच- 276; जीत-155; हार- 111; एनआर -19; जीत%: 56.15 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2002: चैंपियंस आईसीसी विश्व कप 2007: फाइनल आईसीसी विश्व कप 2003: सेमीफाइनलिस्ट