21वीं शताब्दी के शुरुआती दशक के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वनडे प्रारूप में अपनी बादशाहत कायम की। स्टीव वॉ और बाद में, रिकी पोंटिंग के नेतृत्व में कंगारू टीम ने कई कीर्तिमान स्थापित किये और इस दशक में लगातार दो विश्व कप जीते। हेडन और एडम गिलक्रिस्ट की घातक सलामी जोड़ी ने विरोधी गेंदबाजी को मैदान के चारों ओर मनचाहे शॉट्स लगाए। रिकी पोंटिंग एक शानदार खिलाड़ी थे जिन्होंने डेमियन मार्टिन, लेहमैन और स्टीव वॉ के साथ मध्य क्रम को मजबूती प्रदान की। इसके अलावा टीम में माइकल बेवन और माइकल हसी जैसे दो बेहतरीन फिनिशर भी थे। कंगारुओं के पास एंड्रयू साइमंड्स, टॉम मूडी, जेम्स होप्स और इयान हार्वे जैसे ऑलराउंडर थे, जिन्होंने बल्ले और गेंद दोनों के साथ मूल्यवान योगदान दिया। वनडे रिकॉर्ड: जनवरी 2000-दिसंबर 200 9 मैच- 282; जीत- 202; हार- 66; टाई-3; जीत%: 71.63 आईसीसी विश्व कप 2003: चैंपियंस आईसीसी विश्व कप 2007: चैंपियंस आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2006: चैंपियंस आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 200 9: चैंपियंस आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2004: सेमीफाइनलिस्ट लेखक: गौतम ललोत्रा अनुवादक: आशीष कुमार