नीदरलैंड्स की विश्व कप में पहली उपस्थिति 1996 के संस्करण में थी जिसकी भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका द्वारा संयुक्त रूप से मेजबानी की गई थी। स्टीवन लुबर्स की अगुआई वाली टीम दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ सभी पांच ग्रुप स्टेज मैचों को हारने के बाद भाग लेने वाले 12 राष्ट्रों में बारहवें स्थान पर रही। 1999 के आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के लिए क्वालिफाई करने में नाकाम रहने के बाद, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और केन्या द्वारा सहमेजबानी किए गए 2003 संस्करण में जगह बनायी, जहां वे ग्रुप चरणों में एक बार फिर से छह मैचों में से केवल एक जीत के साथ बाहर निकल गये। 2007 विश्वकप में वे तीन समूह मैचों में से एक इकलौते मैच जीतने के बाद ग्रुप चरणों से आगे बढ़ने में नाकाम रहे। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में हर्शेल गिब्स ने डैन वान बंज के ओवर में छह छक्के जड़े। इस प्रकार डच कैरिबियन में 2007 के संस्करण में 16 देशों में बारहवें स्थान पर रहे। 2011 का विश्व कप एक बेहद खराब अभियान साबित हुआ जिसमे नीदरलैंड को अपने छह ग्रुप मैचों में से एक भी मैच जीतने में नाकाम रहने के बाद 14 टीमों में से तेरहवें स्थान पर रही। 2009 आईसीसी विश्व टी-20 के शुरुआती मैच में लॉर्ड्स के मैदान पर मेजबान इंग्लैंड को चार विकेट हराने वाली टीम अपनी पुरानी यादों को एक बार फिर से ताजा करना चाहची थी और परिचित परिस्थितियों में खेलना पसंद करते थे। उन्होंने इस साल मार्च में आयोजित 2018 आईसीसी विश्व कप क्वालिफायर में दस टीमों में सातवें स्थान पर रहे। आईसीसी विश्व कप में आंकड़े: मैच-20, जीत-2, हार-18, टाई-0, कोई नतीजा नहीं-0