5 ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने साल 2017 में टेस्ट डेब्यू किया और पहले ही मैच में सभी को प्रभावित किया

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टेस्ट क्रिकेट, हमेशा से क्रिकेट के खेल का श्रेष्ठ प्रारूप रहा है, क्योंकि यह आपकी क्षमताओं, चरित्र, मानसिक कठोरता और स्वभाव का परीक्षण करता है। इसमें तुरंत छाप छोड़ना आसान नहीं होता है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसा करने में सफल भी रहे हैं। यहां, हम 2017 के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट पदार्पण पर एक नज़र डाल रहे है। 2017 में टेस्ट क्रिकेट में कुछ यादगार डेब्यू रहे हैं, उन्ही की एक सूचि हमने यहाँ बनाई है:

# 5 एडेन मार्करम - दक्षिण अफ़्रीका

ऐडेन मार्करम ने पोचफस्टरूम में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए अपने पहले टेस्ट मैच में 97 रन बनाए। वह एक दुर्भाग्यपूर्ण रन आउट के शिकार हुए और सिर्फ 3 रनों से शतक से वंचित रह गए। उनके साथी ओपनर डीन एल्गर, जो 99 रन के स्कोर पर थे, उन्होंने एक तेज़ सिंगल के लिए दौड़े और अचानक मन को बदला और मार्करम को वापस भेज दिया, इस ग़लतफ़हमी में नॉन-स्ट्राइकर एंड पर मार्करम रन आउट हो गये। दक्षिण अफ्रीका ने 333 रन से मैच जीत लिया और बांग्लादेश को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अपनी तीसरी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा। 2014 में एडेन मार्करम अंडर-19 विश्व कप जीतने वाले दक्षिण अफ्रीका के पहले कप्तान बने थे। दक्षिण अफ्रीका ने उनसे पहले स्टीफन कुक, डी ब्रुइन और हेइनो कुह्न जैसे सलामी बल्लेबाजों के साथ डीन एल्गर का सलामी साझेदार ढूंढने की कोशिश की थी, जिसे मार्करम भरते हुए नज़र आ रहे हैं।

# 4 हैरिस सोहैल - पाकिस्तान

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हैरिस सोहैल को जब सितंबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के लिए फवाद आलम की जगह टीम में शामिल किया गया था तो कई सवाल उठे थे, क्योंकि चोट के कारण पिछले दो सालों से उन्होंने कोई प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेली थी। उन्होंने आबू धाबी में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 76 रन बनाने के साथ एक दमदार दस्तक देकर अपने आलोचकों को चुप करा दिया। वह नंबर 6 पर टेस्ट मैच पदार्पण करने वाले पाकिस्तान के सर्वोच्च स्कोरर बने। उन्होंने दूसरी पारी में 34 रन बनाये और मैच में 2 विकेट लिए। हालांकि, पाकिस्तान 22 रनों से मुकाबले में पीछे रह गया, जबकि मैच की दूसरी पारी में जीत के लिए 136 रन ही बनाने थे।

# 3 टॉम ब्लंडेल - न्यूजीलैंड

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टॉम ब्लंडेल का कीवी टीम की ओर से पदार्पण मैच किसी सपने की तरह रहा, क्योंकि उन्होंने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज़ अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़ा। वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले इतिहास में केवल चौथे विकेटकीपर-बल्लेबाज बने। वेलिंगटन में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में वह 107 रन बनाकर नाबाद रहे, क्योंकि केन विलियमसन ने न्यूजीलैंड की पारी 520-9 रन पर घोषित की और टीम को 386 रनों की बढ़त मिली। न्यूजीलैंड ने मैच एक पारी और 67 रन से मैच जीत लिया।

# 2 कुलदीप यादव - भारत

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कुलदीप यादव का नाम धर्मशाला में टेस्ट मैच में बिना गेंद फेके ही इतिहास में दर्ज हो गया था। श्रीलंका के लक्षण संडाकण के बाद वे उपमहाद्वीप से दूसरे और भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले पहले बाएं हाथ के पहले चाइना-मैन गेंदबाज़ बन गए। कुलदीप यादव ने अपने टेस्ट करियर की यादगार शुरूआत की, क्योंकि उन्होंने अपने पहले टेस्ट विकेट के रूप में डेविड वॉर्नर का विकेट लिया था। इसके बाद उन्होंने पीटर हैन्ड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल और शॉन मार्श का विकेट लेकर ऑस्ट्रलियाई मध्यक्रम को बिखेर दिया था। उन्होंने पहली पारी 4-68 के आंकड़े के साथ समाप्त की। दूसरी पारी में विकेट न मिलने के बावजूद, उनके द्वारा गेंद के साथ पहली पारी में किया गया प्रदर्शन महत्वपूर्ण था, जिससे भारत को 8 विकेट से मैच जीतने में मदद मिली।

# 1 टोबी रॉलेंड-जोन्स - इंग्लैंड

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टेबली रोनाल्ड-जोन्स ने टेस्ट पदार्पण पर पिछले 50 साल में किसी इंग्लैंड के गेंदबाज के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े दर्ज किए, जो जुलाई, 2017 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ द ओवल में खेले गये तीसरे टेस्ट मैच में 8 विकेट लेने के बाद उनके नाम हुआ था। इस तेज गेंदबाज ने दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को हिला के रख दिया और अपनी पहली 33 गेंदों में अफ़्रीकी शीर्ष 4 बल्लेबाज़ों को आउट कर दिया। अपने पहले स्पेल में उन्होंने डीन एल्गर, हेइनो कुह्न, हाशिम अमला और क्विंटन डी कॉक के विकेट लिये। उन्होंने पहली पारी 5-57 के शानदार आंकड़े के साथ समाप्त की। मिडलसेक्स के इस गेंदबाज को उनके द्वारा मिडलसेक्स को पिछले सीजन में काउंटी चैंपियन जिताने में किये गये बेहतरीन प्रदर्शन के बाद राष्ट्रीय टीम में मौका मिला था। जोन्स ने इसके अलावा 9वें नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए पहली और दूसरी पारी में क्रमश: 25 और 23 * रन बना कर टीम के लिये कुछ उपयोगी पारियां खेली। इंग्लैंड ने मैच 239 रन से जीता था। लेखक: नाबिल भाटी अनुवादक: राहुल पाण्डे