कोलम्बो (एसएससी) - 2015
साल 2015 में भारतीय टीम पहला मैच हार गयी थी, जिसके बाद टीम ने वापसी की और दूसरे मैच में जीत दर्ज की। ऐसे में तीसरा टेस्ट निर्णायक साबित होने वाला था। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया। जो सही भी साबित हो रहा था, क्योंकि भारतीय टीम का स्कोर एक समय 180 रन पर 7 विकेट था। लेकिन चेतेश्वर पुजारा(145) ने स्पिनर अमित मिश्रा (59) के साथ मिलकर भारत की मैच में वापसी करा दी। भारत ने पहली पारी में 312 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई टीम इशांत शर्मा(54/5) के सामने घुटने टेकने को मजबूर हो गयी और 201 रन पर ऑलआउट हो गयी। भारत को 111 रन की लीड मिली। दूसरी पारी में भारतीय टीम ने 274 रन का स्कोर बनाया और श्रीलंका को जीत के लिए 110 ओवर में 386 रन का लक्ष्य मिला। चौथे दिन श्रीलंका के 67 रन पर 3 विकेट गिर गये, जिसके बाद ये मैच एक तरफा हो गया। लेकिन एंजेलो मैथ्यूज (110) व कुसल परेरा (70) ने 135 रन की बेहतरीन साझेदारी और मैच बचाने की कोशिश की। लेकिन श्रीलंका ये मैच नहीं बचा सका उसकी पूरी टीम 268 रन पर ऑलआउट हो गयी। भारत ने ये मुकाबला 117 रन से जीत लिया। 1993 के बाद भारत ने श्रीलंका में पहली बार टेस्ट सीरीज में विजय हासिल की। लेखक-साहिल जैन, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी