टेस्ट इतिहास के शीर्ष 5 टेस्ट जोड़ीदार चुनना बेहद ही कठिन काम है। क्योंकि तकरीबन सभी युग में क्रिकेट का खेल थोड़ा बहुत अलग ही रहा है। जिसमें खिलाड़ियों का व्यवहार से लेकर पिच और खेल के तरीके में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। हालांकि सलामी बल्लेबाजों की भूमिका अभी भी अहम है। तकरीबन सभी महान टीमों जिन्होंने आईसीसी में नम्बर एक रैंक हासिल किया है। उनके सलामी बल्लेबाजों का प्रदर्शन शानदार रहा है। सिर्फ एक सलामी बल्लेबाज़ के बेहतरीन प्रदर्शन से टीम को अच्छी शुरुआत नहीं मिलती है। बतौर उदाहरण अगर हम एलिस्टेयर कुक और एंड्रू स्ट्रॉस ने इंग्लैंड के लिए 117 पारियों में 4711 रन बनाये थे। जो तीसरे स्थान पर है। हालांकि इनका औसत 40 से ज्यादा बाहर रहा है। इसी तरह से श्रीलंकाई दिग्गज मर्वन अट्टपट्टू और सनत जयसूर्या ने 118 पारियों में 4469 रन बनाये थे। 40 से ज्यादा के औसत से रन बनाये थे। आइये एक नजर डालते हैं 5 ऑल टाइम सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी पर:
जोड़ी | पारी | रन | औसत | 100s | 50s |
ग्रीनिज/हेन्स | 148 | 6482 | 47.31 | 16 | 26 |
हेडन/लेंगर | 113 | 5655 | 51.88 | 14 | 24 |
कुक/स्ट्रास | 117 | 4711 | 40.96 | 12 | 18 |
अट्टापट्टू/जयसूर्या | 118 | 4469 | 40.26 | 9 | 24 |
गंभीर/सहवाग | 87 | 4412 | 52.52 | 11 | 25 |
शीर्ष 5 सलामी बल्लेबाज़ जिन्होंने विदेश में अच्छा प्रदर्शन किया
जोड़ी | पारी | रन | औसत | 100s | 50s |
ग्रीनिज/हेन्स | 85 | 2948 | 35.51 | 6 | 12 |
हेडन/लेंगर | 48 | 2222 | 48.3 | 5 | 10 |
कुक/स्ट्रास | 45 | 2070 | 47.04 | 7 | 6 |
लॉरी/सिम्पसन | 35 | 1992 | 62.25 | 5 | 10 |
अट्टापट्टू/जयसूर्या | 50 | 1840 | 39.14 | 4 | 10 |
बेहतरीन औसत और विदेशी धरती पर 1000 से ज्यादा रन बनाने वाले सलामी जोड़ी:
जोड़ी | पारी | रन | औसत | 100s | 50s |
होब्स/सट्क्लिफ्फ (Eng) | 15 | 1202 | 80.13 | 6 | 2 |
मैकेंजी/स्मिथ (SA) | 21 | 1436 | 75.57 | 4 | 7 |
होब्स/रोड्स (Eng) | 28 | 1809 | 67 | 6 | 5 |
एएफ रे/स्टोलमेयर(WI) | 19 | 1204 | 66.88 | 4 | 3 |
लारी/सिम्पसन (Aus) | 35 | 1992 | 62.25 | 5 | 10 |
इस लिस्ट में 5 महान सलमी जोड़ीदार शामिल हैं। हमने उन सलामी जोड़ियों का ज्यादा महत्व दिया है, जो हमारे इस मानक पर खरा उतरे हैं:
- उच्च औसत
- ज्यादा अर्धशतकीय साझेदारी
- सलामी जोड़ियों में जिनका प्रदर्शन घर से बेहतर बाहर रहा है
जैक हाब्स/हर्बर्ट सटक्लिफ(इंग्लैंड) जब हमने लिस्ट बनाई तो उस लिस्ट में हाब्स और सट्क्लिफ्फ की जोड़ी 8वें स्थान पर थी। लेकिन इन दोनों दिग्गजों का प्रदर्शन घर से बाहर बेहतरीन रहा है। इन दोनों ने 38 पारियों में 25 बार 50 से ज्यादा रन की साझेदारी की है। मात्र 1.5 पारी में वह असफल रहे हैं। एक बेहतरीन सलामी जोड़ी के लिए सबसे अहम बात होती है, लगातार रन बनाना। इस सलामी जोड़ी ने 4 बार बिना शतकीय साझेदारी इसके अलावा 2 बार शतकीय साझेदारी भी की।
पारी | रन | औसत | विदेश का औसत | 100s | 50s |
38 | 3249 | 87.81 | 80.13 | 15 | 10 |
ऑस्ट्रेलिया के इस बेहतरीन सलामी जोड़ी ने 35 पारियों में विदेशी धरती पर 15 बार 50 से ज्यादा रन की साझेदारी की थी। जबकि कुल 62 पारियों में उन्होंने 27 अर्धशतकीय साझेदारी की थी। इस जोड़ी की सर्वाधिक रन की साझेदारी 382 रन थी। जो 2000 से ज्यादा रन बनाने वाले सलामी जोड़ियों में सबसे ज्यादा है। इस जोड़ी ने खुद को ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, भारत और दक्षिण अफ्रीका में भी खुद को साबित किया था।
पारी | रन | औसत | विदेश में औसत | 100s | 50s |
62 | 3596 | 60.94 | 62.25 | 9 | 18 |
स्टीव वा की महान थी, जिसमें आक्रमण और डिफेन्स का शानदार मिश्रण था। लेंगर और हेडन ने अपनी शुरुआत इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 158, 224 और 223 रन की साझेदारी से किया था। इन दोनों ने मिलकर 6 बार 200 से ज्यादा रन की साझेदारी की थी। हालांकि अपने करियर के ढलान पर इन दोनों ने 12 टेस्ट मैच में एक भी शतकीय साझेदारी नहीं निभाई थी। आधुनिक क्रिकेट के इन बल्लेबाजों ने 113 पारियों में 38 बार 50 से ज्यादा की भागेदारी निभाई थी।
पारी | रन | औसत | विदेश में औसत | 100s | 50s |
113 | 5655 | 51.88 | 48.3 | 14 | 24 |
वेस्टइंडीज के इन दिग्गज सलामी बल्लेबाजों को इस लिस्ट में ऊपर जगह इसलिए नही मिली है। क्योंकि उनका औसत थोड़ा अच्छा नहीं था। उनका प्रदर्शन घर में शानदार रहा है। इस जोड़ी ने 42 बार अर्धशतकीय साझेदारी निभाई है। विदेश में इस जोड़ी ने 1000 से ज्यादा रन बनाये हैं। ग्रीनिज और हेन्स का औसत हालांकि विदेश में कम है। इसके बावजूद इस सलामी जोड़ी ने 4 बार 200 से ज्यादा रन की साझेदारी निभाई है। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और भारत में इस जोड़ी ने कम से कम एक बार शतकीय साझेदारी निभाई है।
पारी | रन | औसत | विदेश में औसत | 100s | 50s |
148 | 6482 | 47.31 | 35.51 | 16 | 26 |
इस जोड़ी को उतना तवज्जो नहीं मिला जितना मिलना चाहिए। साल 2002 से 2008 के बीच इस जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया था। गिब्स और स्मिथ ने होम और बाहर दोनों जगह अच्छा खेल दिखाया था। उनका औसत 50 के आसपास रहा है। इस जोड़ी ने तीन बार 300 से ज्यादा रन की साझेदारी निभाई थी। जो आजकल क्रिकेट में बहुत देखने को मिल रहा है। इस जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया में भी उस समय में भी कमाल का खेल दिखाया था।
पारी | रन | औसत | विदेश में औसत | 100s | 50s |
56 | 2983 | 56.28 | 53.85 | 7 | 10 |
भारत के बेहतरीन सलामी जोड़ियों में से एक सहवाग और गंभीर की जोड़ी थी। जो डिफेन्स और आक्रमकता का शानदार मिश्रण थी। गंभीर और सहवाग ने कई बार भारतीय टीम को टेस्ट में विजेता बनाया है। इनका औसत भी बेहतरीन रहा है। विदेशों में इन दोनों का औसत 42 से ज्यादा का रहा है। जहां 36 बार इन दोनों ने अर्धशतकीय साझेदारी निभाई थी। इस जोड़ी का सबसे खराब प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया में रहा है। जिसकी वजह से इन्हें अंतिम 5 में जगह नहीं मिली है। फिर भी इन्हें विशेष जगह हमने दी है।
पारी | रन | औसत | विदेश में औसत | 100s | 50s |
87 | 4412 | 52.52 | 42.47 | 11 | 25 |
इसके अलावा सुनील गावस्कर और चेतन चौहान ने 59 टेस्ट मैचों में 10 शतकीय और 10 अर्धशतकीय साझेदारी निभाई थी। उनका औसत 53 से ज्यादा का था। विदेश में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। 1973 और 1981 के बीच इन दोनों ने भारत के लिए बेहतरीन क्रिकेट खेला था।