क्रिकेट में अंपायरिंग के लिए बिली बाउडन अपने खास अंदाज के लिए फेमस हैं। चौका हो, छक्का हो या किसी बल्लेबाज को आउट देना हो, उनकी ऊंगलियों के जरिए फैसला देने का तरीका हर किसी को पसंद आता है। बिली बाउडन ने 32 साल की उम्र में एक खिलाड़ी के तौर पर संन्यास लिया। बिली बाउडन 10 सालों तक आईसीसी एलिट पैनल ऑफ अम्पायर्स का हिस्सा थे। वहीं साल 2007 के विश्व कप फाइनल में वह तीसरे अंपायर भी थे। साल 2007 में बिली 100 वनडे इंटरनेशनल में अंपायरिंग करने वाले सबसे युवा अंपायर बने लेकिन बाद में साइमन टौफेल ने यह रिकॉर्ड तोड़ दिया। बिली बाउडन अपने अंपायरिंग करियर में 200 एकदिवसीय और 84 टेस्ट मैचों के साथ ही कुल 284 मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं। हालांकि साल 2016 में न्यूजीलैंड अंतरराष्ट्रीय अंपायरिंग पैनल से उन्हें हटा दिया गया था।