5 ऐसे कप्तान जिन्होंने अपनी कप्तानी से सभी को चौंकाया

dilshan-1471365123-800

क्रिकेट का खेल देखने में जितना आसन लगता है अंदर से वो उतना ही मुश्किल होता है। ये तब साबित होता है जब खिलाड़ी इस खेल में जीत हासिल करने के लिए बेशुमार पसीना बहाते हैं। भले ही हम मैदान के बाहर बैठकर कितना ही नुक्स निकाल लें पर जो मैदान के अंदर होता है ये सिर्फ वो ही जानता है कि किसी भी मैच को जीतने के लिए उसे क्या क्या दाव पर लगाना पड़ता है। बात अगर किसी एक सफल क्रिकेट टीम की करी जाये तो विश्व क्रिकेट में कई ऐसी टीमें हैं जो अपने अपने वक़्त में सबसे सफल और मज़बूत रहीं हैं। एक सम्पूर्ण टीम सिर्फ खिलाड़ी और कोच की वजह से नहीं बनती बल्कि उसे सम्पूर्ण बनाता है उस टीम का कप्तान जो टीम की जीत से लेकर हार तक उसकी सफलता और असफलता का ज़िम्मेदार होता है। किसी भी टीम का कप्तान एक मात्र ऐसा खिलाडी होता है जो टीम की हर अच्छे और बुरे वक़्त में आगे बढ़कर संभालता है। टीम अगर जीतती है तो कप्तान को श्रेय दिया जाता है पर अगर हारती है तो उसका ठीकरा भिकप्तान के सर पर ही फोड़ा जाता है, शायद इसी लिए किसी ने कहा है कि ‘अच्छा खिलाड़ी तो हर टीम में मिल जायेगा पर एक अच्छा और सफल कप्तान किसी खुश नसीब टीम को ही मिलता है’। पर क्रिकेट इतिहास में ऐसे कुछ कप्तान भी हैं जिन्होंने खुद को सभी की उम्मीदों के परे सफल साबित किया है और जिनका नाम आज भी सभी फक्र से लेते हैं। आइये एक नज़र डालते हैं ऐसे ही कुछ कप्तानों पर जिन्होंने अपने अद्भुत प्रदर्शन से अपनी टीम और समर्थकों को चौंकाया है। #5 तिलकरत्ने दिलशान श्रीलंकाई टीम मुख्य रूप से अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए ही प्रसिद्ध रही है और शायद यही इस टीम की सफलता का मुक्य राज़ भी है। इसी श्रीलंकाई टीम का एक ऐसा बल्लेबाज़ है जिसके खौफ से गेंदबाज़ पसीने पसीने हो जाते थे और जिसके पसंदीदा शॉट दिल्स्कूप को देखकर समर्थकों की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहता था, जी हाँ बात हो रही है श्रीलंकाई दिग्गज बल्लेबाज़ तिलकरत्ने दिलशान की। कलुत्रा का दायें हाथ का ये खिलाड़ी विश्व क्रिकेट में खूंखार बल्लेबाज़ के रूप में जाना जाता है जिसने कई बड़े बड़े गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिए हैं। दिलशान ने अपने क्रिकेट करियर में कुल 327 वनडे मैच खेले हैं और उनके आंकड़े किसी तारीफ के मोहताज नहीं। हालाँकि दिलशान को टीम की कप्तानी के लिए ज्यादा मौके तो नहीं मिले पर साल 2011 में कुमार संगकारा के संन्यास के बाद दिलशान को कप्तानी की कमान दी गई। दिलशान ने अपने करियर में मात्र 26 वनडे मैचों में कप्तानी की है जिनमें उन्हें 11 मैचों में जीत हासिल हुई है जिसके फलस्वरूप दिलशान का जीत प्रतिशत 42% रहा है, जो अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है। #4 शोएब मलिक shoaib-malik-1471365204-800 क्रिकेट इतिहास में बहुत कम ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी टीम में तो बतौर गेंदबाज़ शामिल हुए पर आज वो एक बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में जाने जाते हैं। इन खिलाड़ियों की फेहरिस्त में एक नाम पकिस्तान के अनुभवी खिलाड़ी शोएब मलिक का है। मलिक ने इंग्लैण्ड में अंडर-15 में गेंदबाजी से अपना करियर शुरू किया और धीरे-धीरे वो आज पकिस्तान के सफल ऑलराउंडर बन चुके हैं। पकिस्तान के लिए खेलते हुए मलिक ने कई शानदार प्रदर्शन किये हैं और अपने दम पर टीम को जीत भी दिलाई है। मलिक ने वनडे में पकिस्तान के लिए कप्तानी करते हुए कुल 36 मैच खेले हैं जिनमें उन्हें 24 मैचों में जीत हासिल हुई है और इस जीत के साथ मलिक का जीत प्रतिशत 66% है। #3 ली जर्मोन lee-germon-1471365294-800 बात साल 1994-95 के बीच की है जब न्यूजीलैंड टीम ने अपने नए कोच ग्लेन टर्नर का टीम में स्वागत किया था। जर्मोन ने आते ही टीम के लिए कप्तान की खोज शुरू कर दी थी और उनकी नज़रों में ली जर्मोन सबसे बेहतर विकल्प थे। भारत, श्रीलंका और पकिस्तान में खेले गए 1996 के वर्ल्डकप के दौरान ली को कीवी टीम की कप्तानी की कमान सौंपी गई। ली ने क्रिस हैरिस के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए क्वार्टर-फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाज़ी की और तीसरे नम्बर पर बल्लेबाज़ी कर शानदार 89 रन भी बनाये। ली ने कीवी टीम के लिए कुल 36 वनडे मैचों में कप्तानी की जिसमें 15 मैचों में उन्हें जीत मिली और 2 मैच टाई रहा। ली के इस प्रदर्शन से उनका जीत प्रतिशत 44% का है। #2 बॉब विलिस bob-willis-1471365351-800 इंग्लैण्ड टीम का ये 6 फीट 6 इंच का तेज़ गेंदबाज़ कई सालों तक इंग्लिश टीम की गेंदबाजी का सरताज रहा। 26 साल की उम्र में अपने अपने घुटने का ऑपरेशन कराने के बाद भी ये गेंदबाज़ नहीं रुका और अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखा। दर्द के बावजूद इस गेंदबाज़ ने कुल 90 टेस्ट मच खेले जिसमें उनके नाम 325 विकेट दर्ज हैं। अपने करियर में बॉब ने साल 1978-84 के बीच इंग्लिश टीम की कमान भी संभाली। इस दौरान उन्होंने 29 वनडे मैच में कप्तानी करते हुए 16 में जीत हासिल की। बॉब उन बेहतरीन कप्तानों में से एक हैं जिनके नाम कम मैचों में अधिक जीत का रिकॉर्ड है। बॉब का जीत प्रतिशत 55% रहा है जो एक बेहतरीन आंकड़ा है। #1 जॉर्ज बेली george-bailey-1471365416-800 जॉर्ज बेली पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज जॉर्ज हर्बट बेली के पोते हैं। जॉर्ज बेली को कैमरून वाइट की जगह टीम में शामिल किया गया था और उन्हें ऑस्ट्रलियन टी20 टीम का कप्तान भी बनाया गया। बेली पूर्व दिग्गज खिलाड़ी डेव ग्रेगरी के बाद एकमात्र ऐसे कप्तान बने जिन्हें अपने डेब्यू मैच में ही ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी सौंपी गई हो। इसके तुरंत बाद ही बेली ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया टीम को तीनों फोर्मेट में लीड करने का भी कारनामा कर दिखाया। वनडे क्रिकेट में बेली मध्य क्रम के एक विस्फोटक बल्लेबाज़ साबित हुए हैं। साल 2013 बेली के नाम रहा था और उनके बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर वो वनडे रैंकिंग में दूसरे पायदान पर भी काबिज़ रहे हैं। बेली ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कुल 29 वनडे मैचों में कप्तानी की है जिसमें उन्हें 16 मैचों में जीत हासिल हुई है और इस जीत के साथ बेली का जीत प्रतिशत 61% का रहा है, जो उन्हें उनके घरेलु प्रदर्शन के अनुभव से भी मिला है।