जैक्स कालिस, शेन वाटसन और एंड्रू फ़्लिंटॉफ़ के संन्यास लेने के बाद विश्व क्रिकेट में ऑलराउंडर की कमी साफ़ देखने को मिली है। लेकिन बीते कुछ सालों से नये खिलाड़ियों ने खुद को बतौर ऑलराउंडर साबित किया है। जिनमें बेन स्टोक्स का नाम सबसे ऊपर आता है क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में दोहरा शतक भी ठोंका है। इसके अलावा स्टोक्स ने अपनी गेंदबाज़ी से पुजारा और कोहली जैसे बल्लेबाजों के सामने मुश्किलें पैदा की। इसके अलावा शाकिब-अल-हसन, आर अश्विन, क्रिस मोरिस और कार्लोस ब्रेथवेट ने भी अपने ऑलराउंड खेल से सबको प्रभावित किया है। आज हम इस लेख के माध्यम से 5 उभरते हुए ऑलराउंडर के बारे में बता रहे हैं: इमाद वसीम बाएं हाथ के पाकिस्तानी स्पिन ऑलराउंडर इमाद वसीम ने सीमित ओवरों में पाकिस्तान के लिए बल्ले से बेहतरीन खेल दिखाया है। इसके अलावा इमाद ने मजबूत होती साझेदारी को तोड़कर पाकिस्तान की मैच में वापसी भी कराई है। वसीम ने अबतक 18 वनडे मैचों में निचले क्रम पर बल्लेबाज़ी करते हुए 36 से ज्यादा के औसत से 3 अर्धशतक ठोंके हैं। इसके अलावा इमाद के नाम 23 विकेट भी दर्ज हैं। जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 14 रन देकर 5 विकेट का रहा है। वहीं टी-20 में इमाद ने 15 मैचों में 21 विकेट लिए हैं। जिसमें एक पारी में 5 विकेट भी उनके नाम दर्ज हैं। शाहिद अफरीदी, अब्दुल रज्जाक और अजहर महमूद के बाद इमाद पाक के बेहतरीन ऑलराउंडर साबित हो सकते हैं। प्रथम श्रेणी में उनके नाम दोहरा शतक भी दर्ज है। मार्क्स स्टोयनिस निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करने वाले ऑलराउंडर मार्क्स स्टोयनिस ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहतरीन खोज साबित हो सकते हैं। वह शेन वाटसन की जगह को भरने में सफल हो सकते हैं। मध्यम गति के गेंदबाज़ के पास काफी विविधता और ऑफ कटर जैसे हथियार हैं। हाल ही में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मार्क्स ने 146 रन की पारी खेलते हुए विश्व क्रिकेट का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है। जिस तरह से उन्होंने 11वें नम्बर के बल्लेबाज़ के साथ 50 रन की साझेदारी करते हुए सूझबूझ दिखाया था। उससे साफ़ हो जाता है कि मानसिक तौर पर काफी मजबूत खिलाड़ी हैं। चैंपियंस ट्राफी में स्टोयनिस ऑस्ट्रेलिया के लिए अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। इसके अलावा वह टी-20 और टेस्ट टीम में भी फिट बैठ सकते हैं। धनञ्जय डिसिल्वा श्रीलंका मौजूदा समय में कमजोर टीमों में शुमार है। ऐसे में ऑलराउंडर धनञ्जय डिसिल्वा ने अपने प्रदर्शन से टीम में नई आशा का संचार किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में धनञ्जय डिसिल्वा ने एक बेहतरीन शतक बनाया था। इसके अलावा 26 रन देकर उन्होंने 5 विकेट भी लिए थे। डिसिल्वा ने इस टेस्ट सीरिज में 325 रन बनाये थे। इसका अलावा उपयोगी स्पिन गेंदबाज़ी से भी अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका थी। बतौर सलामी बल्लेबाज़ डिसिल्वा ने पहली पारी में ही 76 रन ठोंक दिए थे। इसके अलावा उन्होंने अपना दूसरा टेस्ट शतक ज़िम्बाब्वे के खिलाफ बनाया। ट्रेविस हेड ऑस्ट्रेलिया ने फिंच और वार्नर की जोड़ी के ऊपर हेड को बतौर सलामी बल्लेबाज़ मौका दिया। हेड एक बेहतरीन हिटर बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने 22 वनडे मैचों में एक शतक और 5 अर्धशतक बनाया है। हेड इसके अलावा अच्छे स्पिन गेंदबाज़ भी हैं। उनका औसत 37 से ज्यादा का रहा है। साथ ही उनका स्ट्राइक रेट 88 के करीब रहा है। हेड निचले क्रम पर भी अच्छी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। वह सीमित ओवरों में एक बेहतरीन खिलाड़ी के तौर पर उभरे हैं। 22 मैचों में उनके नाम 11 विकेट भी दर्ज हैं। ऑस्ट्रेलिया की जरूरत पर हेड पूरी तरह से खरे उतर रहे हैं। हार्दिक पांड्या हार्दिक पांड्या भारतीय टीम में साल 2016 में बतौर ऑलराउंडर शामिल हुए थे। उनकी खासियत है कि वह अहम मौके पर टीम के लिए विकेट निकालने का और बड़े शॉट खेलने का काम कर सकते हैं। आईपीएल में पांड्या ऐसा मुंबई इंडियंस के लिए कर चुके हैं। पांड्या मौजूदा समय में भारतीय टेस्ट टीम में भी शामिल हैं। हालाँकि अभी उन्हें डेब्यू करना बाकी है। 7 वनडे में पांड्या ने 53 से ज्यादा के औसत से रन बनाये हैं। इसके अलावा उनके नाम 9 विकेट दर्ज हैं। भारत लम्बे समय से एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के लिए तरसता रहा है, ऐसे में पांड्या से काफी उम्मीदें हैं। लेखक-रोहित संकर, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी