5 मैचों की टेस्ट सीरज में इंग्लैंड ने राजकोट में कमाल का क्रिकेट खेला था, लेकिन विशाखापट्टनम में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में अंग्रेज टीम के लिए मोहाली में शुरु हुआ तीसरा टेस्ट काफी अहम हो गया है। हालांकि बांग्लादेश में खराब प्रदर्शन के बाद लोगों को उम्मीद थी कि इंग्लिश टीम भारत में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायेगी। लेकिन राजकोट टेस्ट ड्रा होने के बाद अंग्रेज टीम से लोगों की उम्मीदें बढ़ गयीं थीं। अगर विराट और पुजारा की बल्लेबाज़ी को छोड़ दिया जाये तो वाईजैग में इंग्लिश टीम ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की थी। साथ ही मैच बचाने का भी उनका प्रयास बेहतरीन था। लेकिन टीम को अंतत: हार का सामना करना पड़ा। मोहाली में शुरु हुआ मैच अब इसलिए और अहम हो गया है। क्योंकि इंग्लैंड ने टीम में परिवर्तन भी किया है। आइये एक नजर डालते हैं कि कैसे इंग्लैंड भारत पर भारी पड़ सकता है: #मोहाली की परिस्थितियों को फायदा उठाना भारत में मोहाली एक ऐसा मैदान है जो तेज गेंदबाजों की मदद करता है। ऐसे मैदान पर सीम गेंदबाज़ बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ा कर सकते हैं। मौजूदा वक्त में इंग्लैंड के पास बेहतरीन अनुभवी तेज गेंदबाज़ हैं। एंडरसन, और वोक्स को इस विकेट का फायदा उठाते हुए शुरू में भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव बनाना चाहिए। अगर ये तेज गेंदबाज़ फिट होकर मैदान पर नजर आये तो मोहाली की पिच का फायदा उठाने में कामयाब हो सकते हैं। जिसके बाद मोइन अली और अन्य स्पिनर बेहतरीन शुरुआत का फायदा उठा सकते हैं। कुक, हमीद और रूट इंग्लैंड के शीर्ष बल्लेबाजों को बड़े स्कोर करने होंगे, जिसमे कुक, युवा हमीद और रूट को बड़ी पारी खेलनी पड़ेगी। इन तीनों को भारतीय तेज गेंदबाजों को अपना विकेट नहीं देना है। साथ स्पिनरों को भी इन्हें उलझा के रखना होगा। अगर ये तीनों अश्विन और जडेजा को अपना विकेट नहीं देते हैं। तो भारतीय टीम के लिए बड़ी दिक्कत खड़ी कर सकते हैं। हमीद को कुक का अच्छा साथ देना होगा साथ ही पिछले दो टेस्ट से बेहतर और लम्बी पारी खेलनी होगी। जिसके बाद रूट को इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक ले जाना होगा। #भारत को उसके कम्फर्ट ज़ोन से दूर रखना इंग्लैंड टीम ने वाईजैग में भारतीय टीम को उसके कम्फर्ट ज़ोन में खिलाकर बड़ी गलती की थी। लेकिन इस टेस्ट में अगर वह टीम इंडिया को उसके कम्फर्ट ज़ोन से बाहर ले जाने में सक्षम होते हैं। तो उन्हें इसका परिणाम अच्छा ही मिलेगा। वाईजैग टेस्ट में पुजारा और कोहली ने जो बड़ी साझेदारी बनाई थी। उसमें कप्तान कुक की सबसे बड़ी गलती थी कि उन्होंने इन दोनों बल्लेबाजों को टिकने का मौका दिया। उसके बाद बल्लेबाज़ी में इंग्लिश टीम शमी को खेलने के लिए तैयार ही नहीं दिखी। उसके बाद जडेजा और आश्विन ने बाकी काम पूरा किया। ऐसे में इस बार कोहली और पुजारा को इंग्लिश टीम को ज्यादा देर विकेट पर नहीं टिकने देना है। अगर वह ऐसा कर ले जाते हैं तो इंग्लैंड साल 2012 की यादगार सीरिज जीत को रिपीट कर सकता है। #मोइन अली की भूमिका साल 2014 में जब भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था। तब मोइन अली इंग्लैंड के ट्रम्प कार्ड साबित हुए थे। उनकी कसी हुई लाइन लेंथ बल्लेबाजों को ज्यादा आज़ादी नहीं देती है। इस बार हैरानी की बात ये है कि कुक ने मोइन अली के बजाय आदिल राशिद को ज्यादा इस्तेमाल किया है। जबकि अली इंग्लैंड टीम के बेहतरीन स्पिनरों में से एक हैं। जिनका प्रदर्शन बांग्लादेश दौरे पर भी अच्छा था। लेकिन यहां उन्हें कमतर आंका गया है। वाईजैग में 40वें ओवर में कुक ने मोइन अली को गेंद थमाई थी। जिसकी आलोचना भी हुई थी। इसके अलावा डकेट जो स्पिन अच्छा नहीं खेल पाते हैं। उन्हें चौथे नम्बर पर भेज दिया था। #बेहतर टीम का चयन इंग्लैंड की पहली प्राथमिकता यही होनी चाहिए कि उन्हें अपने सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ी चुनने चाहिए। हालांकि एक दो चयन हर दौरे पर सभी टीम के गलत साबित होते हैं। बेन डकेट का चयन वाईजैग गलत साबित हुआ। उपमहाद्वीप में स्पिनर को खेलने की क्षमता बल्लेबाजों में होनी ही चाहिए। हालांकि वह बेहतरीन खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें स्पिनरों को खेलना होगा। ऐसे में उनकी जगह मोहाली में बटलर को टीम में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा स्पिन गेंदबाज़ जफर अंसारी ने भी निराश किया है। जिनकी जगह पर इंग्लैंड एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ या तेज गेंदबाज़ के साथ मोहाली में उतर सकता है। जेक बॉल को टीम में उनकी जगह मौका दिया जा सकता है।