5 युवा बल्लेबाज़ जो भविष्य में बड़े क्रिकेटर बन सकते हैं

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हर साल नई प्रतिभाएं दस्तक देती हैं। जिनमें से ही आगे चलकर कई खिलाड़ी बड़े क्रिकेटर बनते हैं। उपमहाद्वीप के देशों खासकर भारत और पाकिस्तान में नई प्रतिभाओं को 20 वर्ष से कम उम्र में डेब्यू करने का मौका मिल जाता है। हालांकि अब ऐसा ऑस्ट्रेलिया भी करने लगी है। दक्षिण अफ्रीका के टेम्बा बवुमा, श्रीलंका के धनञ्जय डीसिल्वा और कुसल मेंडिस जैसे खिलाड़ियों ने विश्व क्रिकेट में अपनी दस्तक दी है। पाकिस्तान के बाबर आजम, भारत के करुण नायर और लोकेश राहुल, इंग्लैंड के हसीब हमीद और कीटन जेनिंग्स, ऑस्ट्रेलिया के पीटर हैंड्सकोंब और मैट रेंशा और न्यूज़ीलैंड के जीत रावल ने मिले मौके में अपनी प्रतिभा को बड़े स्तर पर पेश किया है। इन सभी में से ज्यादातर खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्हें अभी ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। लेकिन उनकी प्रतिभा और क्षमता को देखकर ऐसा लगता है कि ये सभी भविष्य के स्टार खिलाड़ी बन सकते हैं। बहुत विशेषज्ञ और कोच इनके वीडियो को देखकर इन खिलाड़ियों की नेट में मेहनत की तारीफ करते हैं। आज हम आपको ऐसे 5 खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं, जो भविष्य में बड़े क्रिकेटर के तौर पर उभर सकते हैं:

हसीब हमीद

इंग्लैंड की तरफ से सबसे कम 19 वर्ष की उम्र में टेस्ट खेलने वाले हसीब हमीद ने भारत के खिलाफ राजकोट में डेब्यू किया है। मैच की दूसरी पारी में हमीद ने 82 रन की संघर्ष भरी पारी खेली थी। पहली पारी में भले ही हमीद ने 31 रन बनाये थे लेकिन उन्होंने अपनी क्षमता का परिचय दे दिया था। इस युवा बल्लेबाज़ की तकनीक और टेम्परामेंट कमेंटेटरों के बीच चर्चा का विषय बन गयी थी। हमीद ने अभी तक 3 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें भारत के ही खिलाफ तीसरे टेस्ट में टूटी हुई अंगुली के बावजूद भी अर्धशतक बनाने में वह कामयाब हुए थे। हमीद के रूप में इंग्लैंड को कुक का बढ़िया रिप्लेसमेंट मिल गया है। बाबर आज़म युवा बाबर आज़म ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले तीनों वनडे मैचों में लगातार तीन शतक बनाकर पाकिस्तानी टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है। अकमल ब्रदर्स के चचेरे भाई आज़म ने घरेलू स्तर पर भी खूब रन बनाये हैं। साल 2016 में टीम से मोहम्मद हफीज ड्राप हुए और आज़म ने इस मौके को भुनाते हुए तीसरे क्रम पर बल्लेबाज़ी करते हुए लगातार 3 शतक ठोंक दिए। आज़म को टेस्ट टीम में भी मौका मिला और उन्होंने यहां भी निराश नहीं किया। कीवी टीम के साथ तीसरे टेस्ट में आज़म ने 90 रन की पारी खेली। इसके अलावा विंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में आज़म ने 69 रन बनाये थे। एक तरफ मिस्बाह और युनिस खान अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं ऐसे में आज़म पाक क्रिकेट की लम्बे समय तक सेवा कर सकते हैं। मैट रेंशा ऑस्ट्रेलिया ने हर युग में विश्व क्रिकेट को बेहतरीन क्रिकेटर दिए हैं। जिन्हें वह घरेलु क्रिकेट में एक दो साल माजने के बाद बड़े स्तर पर मौका देते हैं। हालांकि प्रोटेस के खिलाफ बुरी हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम में बीते साल कई बड़े परिवर्तन देखने को मिले। जिसमें 20 वर्षीय इंग्लिश मूल के मैट रेंशा को टीम में मौका दिया। दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए आखिरी डे नाईट टेस्ट में मैट ने डेब्यू किया। जहां उन्होंने मैदान पर अपनी क्षमता से सबको प्रभावित किया। उसके बाद गाबा में पाकिस्तान के खिलाफ रेंशा ने 71 रन की पारी खेली। ये उनका दूसरा टेस्ट मैच था। उसके बाद पाकिस्तान के ही खिलाफ रेंशा ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 184 रन की पारी खेली। जिसकी मदद से ऑस्ट्रेलिया ने पाक का वाइटवास भी कर दिया। रेंशा आने वाले समय में वार्नर के अच्छे जोड़ीदार साबित हो सकते हैं। हालांकि भारत के साथ होने वाली सीरिज उनके करियर में अहम साबित हो सकती है। कुसल मेंडिस साल 2014 में अंडर-19 टीम में चुने गये कुशल मेंडिस ने अंडर-19 वर्ल्डकप में भाग भी लिया था। उसके बाद 2015 वेस्टइंडीज जब श्रीलंका में खेलने आई तो मेंडिस को श्रीलंका की टीम में चुना गया। मेंडिस की तकनीक और धैर्य का सबसे बेहतरीन उदाहरण हमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पल्लीकेल में देखने को मिला। 21 वर्षीय मेंडिस 176 रन की पारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जिससे श्रीलंका को ऐतिहासिक जीत मिली। नम्बर 3 पर बल्लेबाज़ी करने वाले इस बल्लेबाज़ को इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब मिला। मेंडिस का प्रदर्श वनडे में भी अच्छा रहा है। ज़िम्बाब्वे दौरे पर मेंडिस के प्रदर्शन में और सुधार देखने को मिला। उनके बेहतरीन खेल के लिए मैन ऑफ़ द सीरिज का ख़िताब उन्हें मिला। मेंडिस ने 73 गेंदों में 94 रन की पारी खेली और श्रीलंका ने वेस्टइंडीज को 1 रन से हरा दिया। करुण नायर कर्नाटक के इस बल्लेबाज़ के लिए साल 2016 यादगार साल रहा है। जहां इस युवा खिलाड़ी ने वनडे में ज़िमबाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया। रणजी ट्राफी में प्रभावशाली खेल दिखाने के बाद करुण नायर को भारतीय टेस्ट टीम में भी जगह मिली। अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ नायर ने वीरेंद्र सहवाग के बाद इतिहास रचते हुए तिहरा शतक बना दिया। ऐसा करने वाले वह दूसरे भारतीय बल्लेबाज़ बन गये। आईपीएल में नायर दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते हैं। जहां उनकी बोली 4 करोड़ रुपये लगी थी। भारत को करुण नायर जैसे एक मजबूत बल्लेबाज़ की तलाश थी। जो अब पूरी होती नजर आ रही है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरिज में नायर 6वें क्रम पर बल्लेबाज़ी करते नजर आ सकते हैं।