दिलशान 2012 आते-आते काफी सशक्त खिलाड़ी के तौर पर उभरे थे। उन्होंने जनवरी 2012 में टीम की कप्तानी छोड़ दी थी। इसी साल के अंत में वह ऑस्ट्रेलिया के होबार्ट में एक और टेस्ट मैच में विनर की तरह उभरे। मेजबान टीम ने इस मैच में 450/5 पर पारी घोषित कर दी थी। ऐसे में श्रीलंकाई बल्लेबाजों को इस अंजान पिच पर खुद को साबित करना था। दिलशान ने ऐसे में मोर्चा संभाला था। उन्होंने इस शानदार पारी में मिचेल स्टार्क नाथन लियोन जैसे गेंदबाजों की जमकर खबर ली। तीसरे दिन लंच के बाद ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज़ लगातार हावी हो रहे थे। लेकिन दिलशान ने टीम की जरूरत के हिसाब से बल्लेबाज़ी करते हुए मध्यक्रम को बिखरने से बचाया। हालाँकि दिलशान स्टार्क की एक यॉर्कर को नहीं समझ पाए और वह 147 रन बनाकर आउट हो गये। फिर भी उन्होंने श्रीलंकाई खेमे में आशा का संचार कर दिया था।