दो दशक पहले तक 26 साल के एकदिवसीय इतिहास में कोई भी ऐसा बल्लेबाज नहीं था जो 10000 रन के आंकड़े के आसपास भी पहुंचा हो। 1994 में जब वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज डेसमंड हेन्स ने एकदिवसीय मैचों से संन्यास लिया तो उनके 86,48 रन थे, जो विव रिचर्ड्स के रनों से भी ज्यादा था और सभी को लगा कि शायद ही कोई और बल्लेबाज यहाँ तक पहुँच पाएं। 2 साल बाद ही भारतीय बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन ने हेन्स को पीछे छोड़ दिया और सभी को लगा कि अज़हरुद्दीन 10000 रनों के जादुई आंकड़े तक पहुंच जाएंगे लेकिन कई विवादों की वजह से उनका करियर खत्म हो गया। 21वीं सदी के शुरुआत में सचिन तेंदुलकर ने यह कारनामा कर दिखाया और एकदिवसीय मैचों के इतिहास में 10000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। सचिन को इस आंकड़े तक पहुंचे करीब 17 साल हो गए हैं और इस बीच 10 अन्य बल्लेबाजों ने भी इस जादुई आंकड़े को पार किया है, जिसमें सबसे अंतिम नाम श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान का है। वहीं 2004 से 2009 के बीच ही 7 बल्लेबाजों ने यह कारनामा किया। जहाँ पहले यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी वहीं अब महान बल्लेबाज में अपना नाम दर्ज कराने के लिए कम से कम इस कसौटी को पार करना ही पड़ता है। 11 बल्लेबाजों की इस सूची में श्रीलंका के सबसे ज्यादा 4 बल्लेबाज हैं। उसके बाद भारत के 3 बल्लेबाज इसमें शामिल हैं, वहीं पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के 1-1 बल्लेबाज इस सूची में हैं। पिछले 8 सालों में सिर्फ 3 बल्लेबाज ही यहाँ तक पहुँच सके हैं। सनथ जयसूर्या के अलावा जिन 3 श्रीलंकाई बल्लेबाजों का नाम इसमें शामिल है उन्होंने 2000 के आसपास ही अपना पदार्पण किया है। इससे एक बात साबित होती है कि धीरे धीरे मैचों की संख्या में वृद्धि हुई है जिस वजह से इस आंकड़े तक पहुँचना काफी आसान हो गया है। जल्द ही हमें कुछ और नये बल्लेबाज बल्लेबाज इस सूची में दिखेंगे। आज हम उन्हीं बल्लेबाजों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं 1. महेंद्र सिंह धोनी- 9745 रन इस सूची में 12वां बल्लेबाज बनने के लिए महेंद्र सिंह धोनी को 255 रनों की आवश्यकता है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अभी भारत के 2 मैच बचे भी है। ऐसे में धोनी के पास पूरा मौका है कि वह इसी श्रृंखला में इस सूची में अपना नाम दर्ज करवा लें। पूर्व भारतीय कप्तान धोनी वर्तमान में एकदिवसीय मैच खेल रहे खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और अगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वो यह कारनामा नहीं कर पाते हैं तो उन्हें जल्द ही अगला मौका भी मिल जाएगा क्योंकि न्यूज़ीलैंड की टीम भी एकदिवसीय सीरीज खेलने भारत आ रही है। अगर धोनी न्यूज़ीलैंड की सीरीज के अंत तक भी वहाँ पहुँच जाते हैं तो सबसे कम पारियों में यह आंकड़ा पार करने वाले तीसरे सबसे तेज़ बल्लेबाज होंगे। धोनी का एकदिवसीय औसत 52.11 है जो इस सूची में सबसे ज्यादा होगा, उनके बाद सचिन तेंदुलकर होंगे जिनकी औसत 44.83 है। अगर धोनी अगले विश्वकप तक लगातार खेलते रहे तो वह कई और बल्लेबाजों को पीछे छोड़ इस सूची में और ऊपर पहुँच सकते हैं। 2. क्रिस गेल- 9352 रन लम्बे-लम्बे छक्के मारने के लिए प्रख्यात इस बल्लेबाज को खिलाड़ी संघ और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के बीच चल रही तनातनी के कारण कई वर्षों तक टीम से बाहर बैठना पड़ा और इस वजह से गेल कई मैच नहीं खेल पाएं। कई मैच छूटने के बावजूद गेल 10000 रन बनाने से मात्र 648 रन दूर हैं और 1 या 2 अच्छे सीरीज उन्हें इस मुकाम तक पहुंचा सकते हैं। पिछले सप्ताह तक गेल इस सूची में तीसरे नंबर पर थे लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन के बाद एबी डिविलियर्स को पीछे छोड़ गेल दूसरे स्थान पर पहुँच चुके हैं। 3. एबी डिविलियर्स- 9319 रन मिस्टर 360 के नाम से मशहूर डिविलियर्स वर्तमान बल्लेबाजों में रन बनाने वालों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं और रनों के मामले में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज क्रिस गेल के साथ उनका तगड़ा कॉम्पटीशन हो सकता है। लेकिन डिविलियर्स के खेल की निरंतरता उन्हें गेल से आगे निकाल सकती है। हाल ही में डिविलियर्स ने यह ऐलान किया है कि वह तीनों प्रारूपों में खेलते रहेंगे और इसे देखकर लगता है कि अगले वर्ष तक वह इस आंकड़े तक पहुंच सकते हैं। मैदान के चारों ओर रन बनाने की क्षमता की वजह से डिविलियर्स ने सीमित ओवरों के खेल में बल्लेबाजी की नई परिभाषा गढ़ी है। तेजी से रन बनाने के बावजूद भी उनका औसत 53.55 बना हुआ है जो धोनी से भी ज्यादा है। इसके साथ ही डिविलियर्स का स्ट्राइक रेट भी 100.25 है जो 3000 से ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में तीसरे नंबर पर है। उनसे ऊपर वीरेंदर सहवाह और शाहिद अफरीदी ही हैं पर इन दोनों का औसत काफी कम है। 4. विराट कोहली- 8707 इस युवा भारतीय कप्तान ने कीर्तिमान तोड़ने की आदत डाल ली है और अब 10000 एकदिवसीय रन भी उनके पहुंच से ज्यादा दूर नहीं है। कोहली को इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए 1293 रनों की आवश्यकता है और अगर फॉर्म को देखा जाये तो लगता है कि कोहली 2019 विश्वकप तक 10, 000 रनों तक पहुंच जाएंगे। कोहली का एकदिवसीय औसत 55.40 है जो वर्तमान में क्रिकेट खेल रहे उन खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा है जिन्होंने 2000 से ज्यादा रन बनाये हैं। इसके साथ ही कोहली का स्ट्राइक रेट भी 91.68 है और अगर कोहली इसी रफ्तार से रन बनाते रहे तो वो सबसे कम पारी में इस आंकड़े तक पहुंचने वाले पहले बल्लेबाज बन जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर में हुए तीसरे मैच में कोहली ने युवराज सिंह को पीछे छोड़ते हुए चौथे स्थान पर अपना कब्जा जमाया है। 5. युवराज सिंह- 8701 [caption id="attachment_149272" align="aligncenter" width="759"] काफी समय से उन्हें एकदिवसीय मैचों से 'आराम' दिया गया है और अब यह देखने वाली बात होगी कि युवराज को दुबारा कब एकदिवसीय टीम में जगह मिल पाती है।[/caption] 2019 विश्वकप तक युवराज को भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिल सकता है और इसका सबसे बड़ा कारण उनका अनुभव और मैच जिताने की प्रतिभा है, लेकिन ऐसा तभी संभव होगा जब वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहेंगे। इस जादुई आंकड़े से 1299 रन पीछे युवी इस सूची में वह बल्लेबाज हैं जिनके इस आंकड़े तक पहुंचने की सबसे कम उम्मीद है। 6. हाशिम अमला- 7186 दक्षिण अफ्रीका का यह बल्लेबाज भले ही 10000 रनों के आंकड़े तक पहुंचने से 2814 रन दूर है लेकिन सभी को उम्मीद है कि वह इस आंकड़े तक जरूर पहुंचेंगे। लगभग 150 एकदिवसीय पारियों में ही 50.25 की औसत और 89.05 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए अमला इस कीर्तिमान के पास पहुंच चुके हैं। अमला ने अभी तक 25 एकदिवसीय शतक भी लगाए हैं सबसे कम पारियों में ऐसा करने वाले बल्लेबाज भी हैं। उन्हें इस जादुई आंकड़े तक पहुंचने में थोड़ा समय जरूर लगेगा पर सभी को उम्मीद है कि वह पहुंच जाएंगे। उनके पीछे कुछ और बल्लेबाज हैं जिन्होंने 6000 रनों के आंकड़ा पार कर लिया है जिसमें शोएब मलिक, रॉस टेलर, उपुल थरंगा शामिल हैं लेकिन इनमें से कोई भी 10,000 रनों तक पहुँचता नजर नहीं आ रहा है। (सभी आंकड़े 25 सितम्बर 2017 तक) लेखक- गौरव सशित्तल अनुवादक- ऋषिकेश सिंह