भारतीय बल्लेबाज़ों द्वारा सफल चेज़ करने वाली 6 बेहतरीन पारियां

#4 सचिन तेंदुलकर 134 बनाम ऑस्ट्रेलिया, शारजाह कप फाइनल, 1998

भारत ने 4 लीग मैचों में से केवल 1 जीत के साथ बेहतर नेट रन-रेट (एनआरआर) के आधार पर फाइनल में प्रवेश करने में सफलता पायी। भारत ने अपने दोनों मैच दूसरे फाइनलिस्ट ऑस्ट्रेलिया से हार चुका था, जो बेहतरीन फॉर्म में थे और फाइनल में पहुंचने के लिए अपने सभी 4 मैच जीते थे। पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित होने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने स्कोरबोर्ड पर 272 रन बनाए, जिसे उन दिनों में एक बड़ा स्कोर माना जाता था। सचिन तेंदुलकर ने सौरव गांगुली के साथ पारी की शुरुआत की। हालांकि गांगुली जल्द ही पवेलियन लौट गए, सचिन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की खबर लेने की ठान ली थी। इस महान भारतीय खिलाड़ी ने पिछले मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ तीन अंकों का स्कोर भी दर्ज किया था और ऐसा लग रहा था कि वह उसी फॉर्म को आगे बढ़ाना चाहते हैं। एक पारी में जो 'रेगिस्तानी-तूफान' के नाम से प्रसिद्ध हो गयी, मास्टर ने 134 रनों के लिए 12 चौके और 3 छक्के लगाए। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए 89 रन जोड़े और चौथे विकेट के लिए कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन के साथ120 रनों की साझेदारी की। यह एक प्रभावशाली पारी थी और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने भी माना कि वह यह मैच सिर्फ एक व्यक्ति से हार गए। तेंदुलकर को अपने सनसनीखेज प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच और द मैन ऑफ द टूर्नामेंट से नवाज़ा गया। साथ ही उस दिन तेंदुलकर का 25वां जन्मदिन भी था, जिसने इस अवसर को और भी विशेष बना दिया।