3 टेस्ट मैच और एक ट्राई सीरीज इस हफ्ते खेली गई । जिसमें दुनिया की अलग-अलग टीमों के कई खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया । जिसमें शतक भी लगे, शानदार गेंदबाजी भी हुई, बेहतरीन ऑलराउंडर प्रदर्शन का मुजायरा भी पेश किया गया । इस हफ्ते कई बेहतरीन प्रदर्शन हुए, जिसमें से सिर्फ 7 को चुनना काफी कठिन काम था । लेकिन हमने कोशिश है आपको इस हफ्ते के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों से मिलाने की । इनमें से कुछ क्रिकटरों ने तो अपने 90 के दशक की याद दिला दी । जैसे-बाबर आजम का न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रदर्शन, जोश हेजलवुड का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ प्रदर्शन और जॉनी बेरिएस्टो का भारत के खिलाफ संयम भरी क्लासी पारी इस हफ्ते के आकर्षण रहे । इसी के आधार आइए आपको मिलवाते हैं इस हफ्ते के शीर्ष 7 बेहतरीन खिलाड़ियों से 7. मोहम्मद शमी (भारत)- 63/3 इंग्लैंड के खिलाफ उपमहाद्वीप की पिचों पर लगातार अच्छी तेज गेंदबाजी करना मुश्किल है । लेकिन शमी ने दिखा दिया है कि अगर सही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की जाए तो किसी भी पिच पर विकेट निकालना मुश्किल काम नहीं है । मोहाली में तीसरे टेस्ट वो थोड़ा दुर्भाग्यशाली रहे, क्योंकि एक बार अश्विन ने उनकी गेंद पर एलिस्टेयर कुक का कैच छोड़ दिया तो दूसरी बार जाडेजा ने । लेकिन नई गेंद से शमी भारतीय टीम के मुख्य हथियार हैं, नई गेंद को वो बहुत अच्छा स्विंग कराते हैं । एक शानदार बाउंसर पर जहां उन्होंने मोइन अली का विकेट निकाला तो इंग्लैंड के निचले क्रम को समेटने में भी उनकी काफी अहम भूमिका रही । अगर उन्हें खराब फील्डिंग का खामियाजा नहीं भुगतना पड़ता तो वो मैच के बेस्ट गेंदबाज होते । 6- टिम साउदी (न्यूजीलैंड)- 6/80 पाकिस्तान के खिलाफ- हैमिल्टन में दूसरे टेस्ट मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड पहली पारी में महज 271 रनों पर सिमट गया । लेकिन जवाब में कीवी गेंदबाजों ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को करारा जवाब दिया । कीवी तेज गेंदबाज टिम साउदी ने 21 ओवरों में 80 रन देकर 6 विकेट चटकाया । इनमें से 3 विकेट पाकिस्तान के टॉप ऑर्डर का था । टीम साउथी को साथी गेंदबाज नील वैगनर का अच्छा साथ मिला जिसकी वजह से न्यूजीलैंड पहली पारी में 55 रनों की लीड लेने में सफल रहा । दूसरी पारी में रॉस टेलर के शानदार शतक की मदद से न्यूजीलैंड पहली पारी के आधार पर 368 रनों की लीड लेने में सफल रहा । दूसरी पारी में भी कीवी गेंदबाजों ने पाकिस्तान को समेट कर न्यूजीलैंड को 138 रन जीत दिलाई । 5. मिचेल स्टॉर्क (ऑस्ट्रेलिया)- 53 रन और 6 विकेट दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ- मिचेल स्टॉर्क ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में निचले क्रम में शानदार बल्लेबाजी कर अपनी टीम को अहम बढ़त दिलाई । स्टॉर्क ने 53 रनों की बेहतरीन पारी खेली । उन्होंने उस्मान ख्वाजा के साथ मिलकर अहम 44 रनों की साझेदारी की, वहीं 9वें नंबर पर जोश हेजलवुड के साथ मिलकर 30 रन जोड़े । स्टॉर्क की निचले क्रम में इन साझेदारियों की वजह से ही ऑस्ट्रेलिया 124 रनों की बढ़त लेने में सफल रहा । बल्लेबाजी के बाद अब बारी थी गेंदबाजी की । स्टॉर्क ने दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों को जमने का मौका ही नहीं दिया । उन्होंने शानदार फॉर्म में चल रहे कप्तान फॉफ डू प्लेसिस, डीन एल्गर और स्टीफन कुक के अहम विकेट निकाले । स्टॉर्क के 6 विकेट और संयमित अर्धशतकीय पारी की वजह से ही खराब फॉर्म से गुजर रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ये मैच जीतने में सफल रही । 4. स्टीफन कुक (दक्षिण अफ्रीका)- 104 रन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ- मात्र 6 टेस्ट मैचों में रही स्टीफन कुक ने दिखा दिया कि टेस्ट मैचों के वो कितने बड़े प्लेयर हैं । उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में बेहतरीन शतक लगाया। हालांकि कुक के शानदार शतक के बावजूद दक्षिण अफ्रीकी टीम ये टेस्ट मैच हार गई । वहीं पहली पारी में भी कुक ने 40 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी । दूसरी पारी में कुक ने फॉफ डू प्लेसिस के साथ मिलकर 51 रनों की अहम साझेदारी की और अपना शतक पूरा किया । कुक दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का जमकर सामना किया और वो प्रोटियाज टीम के आखिरी आउट होने वाले बल्लेबाज थे । कुक की संयमभरी पारी का ही कमाल था कि दक्षिण अफ्रीका दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को जीतने का लक्ष्य दे पाया । अगर कुक की ये पारी ना होती तो शायद प्रोटियाज टीम को करारी शिकस्त मिलती । 3. एविन लुईस-(वेस्टइंडीज)- 148 रन श्रीलंका के खिलाफ- श्रीलंका के खिलाफ रोमांचक मैच में एविन लुईस ने एक बेहतरीन पारी खेली । बुलावायो में खेले गए ट्राई सीरीज के वनडे मैच में श्रीलंकाई टीम ने डिकवेला और कुशल मेंडिस के शानदार पारियों की बदौलत 330 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया । 331 रनों का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज ने तूफानी शुरुआत की और महज 8 ओवरों में 63 रन जड़ डाले । इस दौरान लुईस ने 122 गेंदों पर 148 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 15 चौके और 4 छक्के लगाए । लुईस जब रन आउट हुए तो उस समय वेस्टइंडीज को 57 गेंदों पर 69 रन बनाने थे । वेस्टइंडीज ने काफी अच्छे तरीके से लक्ष्य का पीछा किया लेकिन महज 1 रन से वो चूक गए और उन्हें हार का सामना करना पड़ा । 2. फॉफ डू प्लेसी (दक्षिण अफ्रीका)- 118 रन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ- बॉल टेंपरिंग का दोषी पाए जाने के कारण दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फॉफ डू प्लेसी के लिए ये हफ्ता बुरा गुजर रहा था । लेकिन इन सब चीजों का उनकी बल्लेबाजी पर कोई असर नहीं पड़ा । एडिलेड में तीसरे टेस्ट मैच में जब 44 रनों पर 3 विकेट गंवाकर दक्षिण अफ्रीका की टीम मुश्किल में थी, तब डू प्लेसी बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर आए और उन्होंने अपनी टीम को संकट से निकाला । डू प्लेसी ने 7वें, 8वें और 9वें विकेट के लिए अहम साझेदारी करते हुए शानदार शतक लगाया । इसके बाद उन्होंने पारी घोषित कर दी, ताकि ऑस्ट्रेलियाई टीम को फ्लडलाइट की रोशनी में बल्लेबाजी करना पड़े । 164 गेंदों की अपनी शतकीय पारी में डू प्लेसी ने 17 चौके लगाए और पूरी पारी में दबाव का काफी बेहतरीन तरीके से सामना किया। 1.उस्मान खवाज़ा (ऑस्ट्रेलिया)-145 रन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ- दक्षिण अफ्रीका से टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम पर बहुत दबाव था । चारों तरफ से उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा था । खराब फॉर्म की वजह से टीम में कई बदलाव किए गए । ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए जरुरी था कोई खिलाड़ी आगे बढ़ लीड करे और अपने प्रदर्शन से टीम को हौंसला प्रदान करे । तभी उस्मान खवाज़ा ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में उम्मीद की किरण जगा दी। उस्मान ख्वाजा ने एडिलेड टेस्ट में शानदार शतक लगाकर टीम के हौंसले को इतना बढ़ा दिया कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ये मैच जीतने में सफल रही । दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फॉफ डू प्लेसी ने पहले दिन 9 विकेट पर 259 रन बनाकर पारी घोषित कर दी ताकि दूधिया रोशनी में वो ऑस्ट्रेलिया के कुछ अहम विकेट निकाल सकें । लेकिन खवाज़ा ने ना केवल पहले दिन के आखिरी ओवरों में ऑस्ट्रेलिया को संकट से निकाला बल्कि दूसरे दिन भी वो पूरे दिन बल्लेबाजी करते रहे । खवाज़ा ने शानदार 145 रन बनाया । जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के आधार पर अच्छी बढ़त लेने में कामयाब रही। अपनी शतकीय पारी में खवाज़ा ने 12 चौके लगाए ।