क्रिकेट के मैदान में साल 2017 काफी यादगार रहा। साल 2017 में कई बड़ी घटनाएं भी हुई। क्रिकेट जगत में भी कई खूबसूरत लम्हें साल 2017 में देखने को मिले तो क्रिकेट के मैदान में कई बुरे अनुभव भी हुए। साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में आठवें स्थान से शुरू करने वाली पाकिस्तान की टीम ने खिताब पर कब्जा किया। वहीं भारत के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। साथ ही रोहित शर्मा ने अपने करियर का तीसरा दोहरा शतक ठोक डाला। रंगना हेराथ बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में 400 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने। वहीं अफगानिस्तान और आयरलैंड को टेस्ट दर्जा मिल गया और टेस्ट खेलने वाले 11वें और 12वें देश बन गए। लेकिन इन घटनाओं के अलावा भी कुछ ऐसी घटनाएं साल 2017 में देखने को मिली, जिनका असर काफी दूर तक दिखाई दिया। आइए जानते हैं साल 2017 में हुई ऐसी ही टॉप 7 घटनाओं के बारे में:
#7 एमएस धोनी का टीम इंडिया की कप्तानी से इस्तीफ़ा
टीम इंडिया की लंबे समय तक कप्तानी करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने साल 2017 की शुरुआत में ही एकदिवसीय और टी20 क्रिकेट फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। अपनी कप्तानी में ही महेंद्र सिंह धोनी ने टीम इंडिया को साल 2007 में पहला टी20 खिताब और साल 2011 में विश्व कप का खिताब जीताया था। टेस्ट कप्तानी से धोनी ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था लेकिन साल 2017 के शुरू में 4 जनवरी को सीमित ओवरों की कप्तानी से अचानक इस्तीफा देने से हर किसी को धोनी ने हैरत में डाल दिया। कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद धोनी ने बताया था कि वो चाहते थे कि सीमित ओवरों की कप्तानी के लिए विराट कोहली को थोड़ा समय मिल जाए ताकि आने वाले आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट के लिए विराट कोहली कप्तानी के मामले में खुद को तैयार कर लें। धोनी के जरिए लिए गए फैसले का समय भी काफी महत्वपूर्ण था क्योंकि धोनी ने इंग्लैंड के साथ सीरीज से पहले कप्तानी छोड़ी थी और इसके तुंरत बाद टीम इंडिया को चैंपिंयस ट्रॉफी में खेलना था। हालांकि धोनी कप्तान के रूप में अपना कोई विदाई मैच नहीं खेल पाए थे लेकिन उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज से पहले भारत 'ए' टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। धोनी ने अपने कप्तान के रूप में खेले गए आखिरी मैच में 68 रनों की पारी खेली थी।
# 6 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पाकिस्तान लौटा
12 सितंबर 2017 एक तारीख थी जिसे पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में लंबे समय तक याद रखा जाएगा। इस दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की पाकिस्तान में वापसी हुई थी। साल 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हुए हमले के बाद किसी भी टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था। हालांकि साल 2015 में जिम्बाब्वे की टीम एक छोटी सीरीज के लिए जरूर पाकिस्तान गई थी लेकिन ये काफी नहीं था। इसके बाद जब लाहौर ने साल 2017 में पीएसएल फाइनल की मेजबानी की थी तो उसने विश्व को एक संदेश भेजा था कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी करने के लिए तैयार है। इसके बाद आईसीसी ने एक विश्व इलेवन टीम बनाई, जिसमें फ़ैफ डू प्लेसी, हाशिम अमला और पॉल कॉलिंगवुड जैसे स्टार खिलाड़ी शामिल थे और उन्होंने 3 मैच टी-20 सीरीज के लिए पाकिस्तान का दौरा किया। इस दौरे के दौरान अधिकांश पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने अपने करियर में पहली बार पाकिस्तान में कोई अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। उस सीरीज के बाद श्रीलंका ने लाहौर में एक टी20 मुकाबला भी खेला।
# 5 मिस्बाह उल हक और यूनिस ख़ान का संन्यास
मिस्बाह उल हक और यूनिस खान पाकिस्तान के अच्छे क्रिकेट खिलाड़ियों में से थे। साल 2017 में दोनों खिलाड़ियों ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज जीतने के बाद क्रिकेट से संन्यास ले लिया। यूनिस खान ने साल 2000 में अपना क्रिकेट करियर शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने टेस्ट और वनडे में कई अहम पारियों खेली। वहीं मिस्बाह उल हक ने साल 2001 में पाकिस्तान की तरफ से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने टीम की कप्तानी भी संभाली। दोनों ही खिलाड़ी पाकिस्तान क्रिकेट टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। हालांकि आखिर में साल 2017 में इन्होंने भी क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
# 4 बेन स्टोक्स विवाद
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स 25 सितंबर से ही टीम में नहीं है। वर्तमान समय में विश्व के बेहतरीन ऑलराउंडर में से एक बेन स्टोक्स साल 2017 में 25 सितंबर को एक विवाद में फंस गए थे। दरअसल, वेस्टइंडीज के इंग्लैंड दौरे के दौरान एकदिवसीय सीरीज के बीच में स्टोक्स को ब्रिस्टल में एक बार के बाहर एक विवाद में शामिल पाया गया था। जिसके बाद उन्हें 25 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। स्टोक्स को सितंबर में ब्रिस्टल में नाईटक्लब के बाहर हाथापाई की घटना के बाद राष्ट्रीय टीम के लिए नहीं चुना गया था है। ब्रिस्टल विवाद में फंसे होने के कारण वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज में टीम का हिस्सा भी नहीं बन पाए। हालांकि, वनडे सीरीज के लिए उनका नाम इंग्लैंड टीम में शामिल किया गया था, लेकिन फिर उनका नाम वापस ले लिया गया।
# 3 जेम्स एंडरसन 500 विकेट के क्लब में शामिल
जेम्स एंडरसन वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने 467 टेस्ट विकेटों के साथ साल 2017 की शुरुआत की थी और यह लगभग तय हो गया था कि अगर वह फिट रहे तो साल 2017 में जरूर टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट अपने नाम कर लेंगे। साल 2017 में उन्होंने ये कारनामा कर दिखाया और टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने अपने करियर में 500 विकेट हासिल कर लिए। लॉर्ड्स में वेस्टइंडीज के खिलाफ 35 वर्षीय तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने क्रेग ब्रैथवेट को अपने टेस्ट करियर का 500 वां शिकार बनाया। अपना 500वां विकेट हासिल करने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट हासिल करने वाले जेम्स 5वें गेंदबाज बने। इसके अलावा सिर्फ 3 तेज़ गेंदबाज ही 500 विकेट लेने में सफल हो पाएं, जिनमें जेम्स भी एक हैं। इसके अलावा कर्टनी वॉल्श (519) और ग्लेन मैक्ग्रा (563) हैं। फिलहाल जेम्स कर्टनी वॉल्श को पछाड़कर टेस्ट करियर में 522 विकेट अपने नाम कर चुके हैं और अब तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर उनसे आगे सिर्फ़ ग्लेन मैक्ग्रा हैं।
# 2 विराट कोहली- अनिल कुंबले विवाद
भारतीय क्रिकेट टीम में अनिल कुंबले को कोच बनाए जाने के बाद सबकुछ सही चल रहा था। लेकिन ऐसी अफवाहें भी थीं कि विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। साल 2017 में खेली गई चैंपियंस टॉफी के दौरान ये अफवाहें और ज्यादा बढ़ती चली गई और चैंपियंस ट्रॉफी के खत्म होने के बाद अनिल कुंबले ने अपने कोच पद से इस्तीफा दे दिया। कोच पद से इस्तीफा देने के बाद अपने एक बयान में अनिल कुंबले ने बीसीसीआई को बताया कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली उनकी कोचिंग स्टाइल से नाखुश हैं, जिसके बाद उन्होंने कोचिंग छोड़ने का फैसला किया है। अनिल कुंबले के कोच बनने के बाद टीम इंडिया ने कई उपलब्धियां हासिल की लेकिन आखिरी में कुंबले को एक बुरे अनुभव का सामना करना पड़ा और भारतीय क्रिकेट टीम के कोच पद को छोड़ना पड़ा।
# 1 महिला विश्व कप
साल 2017 में महिला विश्व कप खेला गया। भारतीय महिला क्रिकेट टीम शुरू से ही इस टूर्नामेंट में काफी मजबूत मानी जा रही थी। अपने शानदार प्रदर्शन के चलते भारतीय महिला टीम ने विश्व कप के फाइनल में भी प्रवेश कर लिया, जिसके बाद इंग्लैंड और भारत के बीच एक रोमांचक फाइनल देखने को मिला। साल 2017 निश्चित रूप से महिला क्रिकेट के लिए सफलता का साल था। इस साल महिला विश्व कप के कारण महिला क्रिकेट की भी काफी लोकप्रियता बढ़ी। भारत और इंग्लैंड ने टूर्नामेंट का पहला और आखिरी मैच खेला। दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन कर फाइनल में जगह बनाई थी। दोनों ही टीमों के बीच फाइनल मुकाबले में कांटे की टक्कर देखने को मिली लेकिन आखिर में इग्लैंड ने बाजी मार ली और 9 रनों से भारतीय महिला क्रिकेट टीम को हराकर खिताब पर कब्जा किया। इस टूर्नामेंट को पूरे विश्व में 180 मिलियन से अधिक लोगों के जरिए देखा गया था। यहीं नहीं, भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया फाइनल मुकाबला भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाली महिला खेल स्पर्धा रही। महिला विश्व कप से ये बात बिल्कुल जाहिर हो गई कि महिलाओं के खेल में कई गुना इजाफा हुआ है और ये मान्यता के योग्य है। लेखक: साहिल जैन अनुवादक: हिमांशु कोठारी