अपने डेब्यू मैच में मैन ऑफ़ द मैच बनना किसी सपने के सच होने जैसा है। 30 वर्ष के ग्रैंडहोम जिन्होंने न्यूज़ीलैंड की तरफ से क्राइस्टचर्च टेस्ट में अपना डेब्यू किया। इस मैच में उन्होंने पाकिस्तान की पहली पारी में 6 विकेट लिए और 37 गेंदों में 29 रन की अहम पारी खेली थी। इस मैच की दूसरी पारी में ग्रैंडहोम ने एक विकेट और अपने नाम किया। न्यूज़ीलैंड ने इस टेस्ट मैच को 8 विकेट से जीता और कॉलिन को मैन ऑफ़ मैच मिला। जीत रावल भारतीय मूल के इस कीवी ओपनर ने क्राइस्टचर्च टेस्ट से अपना डेब्यू किया। अपने इस डेब्यू मैच में रावल ने पहली पारी में 55 रन और दूसरी पारी में नाबाद 36 रन बनाये। जीत की बल्लेबाज़ी इस टेस्ट में इसलिए अहम रही क्योंकि इस लोस्कोरिंग टेस्ट मैच में रन बनाना काफी कठिन था। काइल एबाट काइल एबाट दक्षिण अफ्रीका के ऐसे खिलाड़ियों में आते हैं, जिनका डेल स्टेन और वेर्नन फिलांडर की वजह से उतना नाम नहीं लिया जाता है। जैसा उनका प्रदर्शन रहा है। होबार्ट टेस्ट में एबाट ने 41/3 विकेट लिए थे। उसके बाद दूसरी पारी में एबाट ने 6 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को हार की तरफ धकेल दिया। वह इस मैच में मैन ऑफ़ द मैच भी बने। डोनाल्ड टिरिपानो टिरिपानो ने वनडे का एक बेहतरीन ओवर फेंका। जिसके बदौलत ज़िम्बाब्वे ने वेस्टइंडीज को 258 रन पर रोक दिया। जिससे ये मैच टाई हो गया। बुलावायो में जारी इस त्रिकोणीय सीरिज के इस मैच में आखिरी ओवर में विंडीज को 4 रन बनाने थे और उसके 5 विकेट शेष थे। 28 वर्षीय टिरिपानो गेंदबाज़ी करने आये। और उन्होंने इतिहास रच दिया। टी-20 वर्ल्डकप के हीरो कार्लोस ब्रेथवेट को आउट करने के बाद एश्ले नर्स को उन्होंने रनआउट भी किया। इस नाटकीय ओवर में अंतत: विंडीज को जीत नहीं मिली और ज़िम्बाब्वे ने इस मैच को टाई करके विश्व क्रिकेट में सकारत्मक सन्देश दिया।