भारतीय क्रिकेट के इतिहास मे ऐसा काफ़ी कम देखने को मिलता है कि कोई बल्लेबाज़ अपनी पहली गेंद से बड़े शॉट लगाना शुरू कर दे। यूसुफ़ ने साल 2007 की आईसीसी टी-20 टूर्नामेंट में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने मैच के पहले ही ओवर में मोहम्मद आसिफ़ की गेंद पर छक्का जड़ दिया। इसके साथ ही पठान ने अपनी शानदार दस्तक दी थी। इसके बाद आईपीएल के पहले सीज़न में यूसुफ़ को ज़बरदस्त कामयाबी हासिल हुई। फिर वो टीम इंडिया में बतौर ऑलराउंडर शामिल हुए। उन्होंने वैसा ही प्रदर्शन किया जिसके लिए वो जाने जाते थे। साल 2011 के आईसीसी वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के लिए वो टीम इंडिया में चुने गए। उस वर्ल्ड कप में उनका प्रदर्शन काफ़ी बुरा रहा और वो किसी भी मैच में अर्धशतक भी नहीं लगा पाए। वो अपने मौके को भुनाने में पूरी तरह नाकाम रहे। टीम इंडिया में उस वक़्त ज़्यादातर रन टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ ही बना रहे थे। पठान साल 2008 से लेकर साल 2011 तक टीम इंडिया के रेग्युलर सदस्य रहे थे, लेकिन 2011 के वर्ल्ड कप के बाद वो टीम में आते-जाते रहे। उनके बुरे फ़ॉम के वजह से वो टीम इंडिया से बाहर हो गए। उन्होंने अपना आख़िरी अंतरराष्ट्रीय मैच 18 मार्च 2012 में खेला था। लेखक- निखिल परिणाम अनुवादक- शारिक़ुल होदा