पाकिस्तान को तेज गेंदबाजी आक्रमण का गढ़ कहा जाता है। यह उपमहाद्वीप की एकमात्र टीम है जहां से विश्व क्रिकेट के दिग्गज तेज गेंदबाज निकलकर सामने आए। फज़ल महमूद ने पाकिस्तान में तेज गेंदबाजी की शुरुआत की। 50 के समय में महमूद ने खान मोहम्मद के साथ अच्छी साझेदारी बनाई। 70 में सरफराज नवाज़ ने रिवर्स स्विंग की कला को उजागर किया और टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान की गेंदबाजी का इसे पर्याय बना दिया। फिर 80 के दशक में सबसे हैंडसम क्रिकेटर इमरान खान आए। उन्होंने पाकिस्तान के गेंदबाजी स्तर को एक अलग मुकाम पर पहुंचा दिया। पाकिस्तान को फिर वसीम अकरम के रूप में नई तेज गेंदबाज सनसनी मिली। इमरान खान और वसीम अकरम ने शानदार साझेदारी की। वसीम को स्विंग का सुलतान की उपाधि मिली। फिर अकरम को वकार यूनिस का साथ मिला। दोनों ने विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई। आकिब जावेद, अता-उर-रहमान, मोहम्मद अकरम, मोहम्मद जाहिद, शहीद नज़ीर भी पाकिस्तान के लिए समय-समय पर अपना कमाल दिखाया। रावलपिंडी एक्सप्रेस नाम से मशहूर शोएब अख्तर की भी विश्व क्रिकेट में धूम रही। मोहम्मद आसिफ ने भी कमाल किया था, लेकिन वह मैच फिक्सिंग में दोषी पाए गए। मोहम्मद सामी भी अच्छे गेंदबाज रहे और उन्होंने दमदार वापसी भी की। हाल ही में मोहम्मद इरफान, जुनैद खान, वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर ने भी बागडोर संभाल रखी है।